PM मोदी ने किया विश्व बौद्ध शिखर सम्मेलन का उद्घाटन, 30 देशों के 180 डेलीगेट शामिल
PM in Buddhist Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में आयोजित ‘विश्व बौद्ध शिखर सम्मेलन’ के उद्घाटन सत्र में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस धरती की परंपरा है कि अतिथि देवो भव: अथार्त अतिथि हमारे लिए देवता के समान होते हैं, लोकिन भगवान बुद्ध के विचारों को जीने वाले इतने व्यक्तित्व जब हमारे सामने हो तो साक्षात बुद्ध की उपस्थिति का एहसास होता है। बुद्ध व्यक्ति से आगे बढ़ कर एक बोध हैं, बुद्ध स्वरूप से आगे बढ़कर एक सोच हैं, बुद्ध चित्रण से आगे बढ़कर एक चेतना हैं और बुद्ध की ये चेतना चिरंतर है निरंतर है। यह सोच शाश्वत है, ये बोध अविस्मरणीय है।
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The noble teachings of Gautama Buddha have impacted countless people over centuries. https://t.co/M5PuhMbbas
— Narendra Modi (@narendramodi) April 20, 2023
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अमृतकाल में भारत के पास अपने भविष्य के लिए विशाल लक्ष्य भी हैं और वैश्विक कल्याण के नए संकल्प भी हैं। भारत ने कई विषयों पर विश्व में नई पहल की हैं और इसमें हमारी बहुत बड़ी प्रेरणा भगवान बुद्ध हैं। दुनिया में अलग-अलग देशों में शांति मिशन हो या फिर तुर्की के भूकंप जैसी आपदा हो, भारत अपना पूरा सामर्थ्य लगाकर हर संकट के समय मानवता के साथ खड़ा होता है, ‘मम भाव’ से खड़ा होता है। हमें विश्व को सुखी बनाना है तो स्व से निकलकर संसार, संकुचित सोच को त्यागकर, समग्रता का ये बुद्ध मंत्र ही एकमात्र रास्ता है। आज ये समय की मांग है कि हर व्यक्ति की, हर राष्ट्र की प्राथमिकता अपने देश के हित के साथ ही विश्व हित भी हो। (PM in Buddhist Summit)
बीते 9 वर्षों में भारत ने भगवान बुद्ध के मूल्यों का निरंतर प्रसार किया है। उनकी शिक्षाएं विश्व के कोने-कोने तक पहुंचे, इसके लिए हमने पूरे समर्पण भाव से काम किया है। pic.twitter.com/FZitHkpgPo
— Narendra Modi (@narendramodi) April 20, 2023
वैश्विक बौद्ध शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमें विश्व को सुखी बनाना है तो स्व से निकलकर संसार, संकुचित सोच को त्यागकर, समग्रता का ये बुद्ध मंत्र ही एकमात्र रास्ता है। हर व्यक्ति का हर काम किसी न किसी रूप में धरती को प्रभावित कर रहा है। हमारी लाइफस्टाइल चाहे जो हो, हर बात का प्रभाव पड़ता ही पड़ता है। हर व्यक्ति जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से लड़ भी सकता है। अगर लोग जागरूक होकर प्रयास करें तो इस बड़ी समस्या से निपटा जा सकता है। यही तो बुद्ध का मार्ग है। (PM in Buddhist Summit)
क्लाइमेट चेंज की चुनौतियों से निपटने के लिए भारत ने जिस मिशन LiFE की शुरुआत की है, उसमें भी भगवान बुद्ध की प्रेरणा है। pic.twitter.com/KHfT4DZWsE
— Narendra Modi (@narendramodi) April 20, 2023
उन्होंने कहा कि बुद्ध का मार्ग भविष्य का मार्ग है, sustainability का मार्ग है। अगर विश्व, बुद्ध की सीखों पर चला होता तो क्लाइमेट चेंज जैसा संकट भी हमारे सामने नहीं आता। ये संकट इसलिए आया क्योंकि पिछली शताब्दी में कुछ देशों ने दूसरों के बारे में, आने वाली पीढ़ियों के बारे में नहीं सोचा। सम्मेलन को लेकर केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि इस विश्व बौद्ध शिखर सम्मेलन में दुनिया के अलग-अलग 30 देशों से ज्यादा करीब 170 प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं और इस दो दिवसीय विश्व बौद्ध शिखर सम्मेलन में शांति, पर्यावरण, नैतिकता, स्वास्थ्य,सतत विकास और बौद्ध संघ जैसे विषयों पर विस्तृत चर्चा होगी। (PM in Buddhist Summit)
#WATCH दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'विश्व बौद्ध शिखर सम्मेलन' के उद्घाटन सत्र में हिस्सा लिया। pic.twitter.com/6ZBSU9QfHe
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 20, 2023