International Drug Prevention Day: छत्तीसगढ़ में नशामुक्ति के प्रति जनजागरूकता के लिए विशेष आयोजन

International Drug Prevention Day: छत्तीसगढ़ में अंतरराष्ट्रीय नशा निवारण दिवस 26 जून के अवसर पर नशापान के विरूद्ध जनजागरूकता लाकर सकारात्मक वातावरण तैयार करने का प्रयास किया जाएगा। नशे के विरूद्ध व्यापक जनमत विकसित करने के सभी जिलों में विभिन्न विभागों के सहयोग से व्यापक प्रचार-प्रसार और जनजागरूकता के लिए अभियान चलाया जाएगा। इस संबंध में समाज कल्याण विभाग द्वारा सभी कलेक्टरों को निर्देश जारी किए गए हैं। नशापान करने के विरूद्ध समाज में जागरूकता लाने स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल एवं युवा कल्याण, महिला एवं बाल विकास, जनसम्पर्क, पंचायत, आबकारी और नगरीय प्रशासन विभाग को विशेष प्रयास करने को कहा गया है।

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नशे की रोकथाम के लिए समाज कल्याण विभाग द्वारा समुदाय में जागरूकता लाने पर विशेष जोर दिया गया है। इसके लिए स्थानीय संस्कृति और परंपरा को भी ध्यान में रखते हुए आयोजन करने को कहा गया है। इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए भारत माता वाहिनी के माध्यम से पंचायतों में नशा मुक्ति के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। अंतरराष्ट्रीय नशा निवारण दिवस के अवसर पर लोगों से संवाद स्थापित कर उन्हें नशापान से होने वाले दुष्परिणामों की जानकारी दी जाएगी। नशामुक्ति के लिए नशा और एड्स प्रभावित क्षेत्रों में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। इसके साथ ही रेडियो और TV के माध्यम से नशा मुक्ति कार्यक्रमों का प्रसारण किया जाएगा। विद्यार्थियों में नशापान के विरूद्ध जागरूकता लाने के लिए प्रेरक उद्बोधन के माध्यम से प्रयास किए जाएंगे। (International Drug Prevention Day)

मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना

नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने और दुर्लभ बीमारियों के इलाज में होने वाले व्यय से बचाने के लिए राज्य शासन द्वारा संजीवनी सहायता कोष का विस्तार करते हुए 01 जनवरी 2020 से मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना शुरू किया गया है। योजनांतर्गत जिले के 26 हितग्राहियों को 90 लाख 69 हजार 330 रुपए की राशि से इलाज प्राप्त हुआ है। योजनांतर्गत चिन्हित दुर्लभ बीमारियों जैसे लिवर, किडनी, फेफडों, हृदय का प्रत्यारोपण, हृदय रोग, हीमोफीलिया और फैक्टर-8 एवं 9, कैंसर, एप्लास्टिक अनीमिया, कॉक्लीयर इम्प्लांट, एसिड अटैक विक्टिम्स के इलाज के लिए राज्य के पात्र परिवारों को अधिकतम 20 लाख रूपए तक के इलाज की सुविधा प्रदान की जा रही है। राज्य और राज्य के बाहर के सभी सरकारी चिकित्सालयों सहित पंजीकृत निजी अस्पतालों समेत CGHS के अंतर्गत पंजीकृत अस्पतालों में हितग्राहियों को इलाज की सुविधा प्रदान की गई है। (International Drug Prevention Day)

‘गंभीर बीमारी से लड़ने 18 लाख की मदद ने बढ़ाया मनोबल’

मनेंद्रगढ़ विकासखंड के वार्ड नंबर 21 के निवासी 35 साल के मदन कुमार टांक को ब्लड कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से लड़ने में शासन की इस योजना से मिली 18 लाख रुपए की राशि ने मनोबल बढ़ाया है। उनके परिजन ने बताया कि हमे बीमारी के बारे में दिसंबर 2021 में पता चला, लेकिन इलाज का खर्च परिवार की आर्थिक स्थिति पर भारी था। तब हमने मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत आवेदन किया और 18 लाख रुपए की राशि स्वीकृत मिलने पर भोपाल में इलाज के लिए भर्ती करवाया, आज उनकी तबियत स्थिर है। उन्होंने इसके लिए शासन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ये योजना मुश्किल की घड़ी में हमारे लिए वरदान की तरह साबित हुई है।

‘शासन की मदद से बिटिया को मिला नया जीवन’

बैकुंठपुर विकासखंड के गुरूनानक वार्ड के निवासी प्रेम दीक्षित ने बताया कि जब बिटिया की बीमारी के बारे में पता चला तब परिवार के सामने मानो मुश्किलों का पहाड़ टूट पड़ा। उनकी 24 साल की बेटी प्रियंका को GBS सिंड्रोम नामक गंभीर बीमारी जिसमें शरीर पूरी तरह निष्क्रिय स्थिति में चला जाता है, बीमारी के इलाज के लिए शासन की इस योजना के तहत मार्च 2020 में 5 लाख रुपए की मदद प्राप्त हुई। उन्होंने बताया कि राजधानी रायपुर स्थित चिकित्सालय में बिटिया का सफल इलाज हुआ, आज वे पहले से बेहतर स्थिति में है। दीक्षित ने बताया कि इस लड़ाई में शासन के द्वारा की गई मदद से बीटिया को नया जीवन मिला है। (International Drug Prevention Day)

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