छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले पर सियासत तेज, SC के फैसले पर जमकर बयानबाजी

Politics on Liquor Scam: छत्तीसगढ़ में कथित और चर्चित 2000 करोड़ रुपए के शराब घोटाला मामले में ED को बड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को शराब घोटाला केस में मनी लॉन्ड्रिंग मामले को रद्द कर दिया है, जिसे लेकर छत्तीसगढ़ में सियासत शुरू हो गई है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर पूर्व CM भूपेश बघेल ने ट्वीट किया है, जिसमें लिखा है कि- ED का शर्मनाक राजनीतिक दुरुपयोग साबित हुआ और मोदी सरकार बेनकाब हुई। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से साबित हो गया है कि ED भाजपा के इशारे पर हर मामले को मनी लॉन्ड्रिंग का मामला बनाकर विपक्षी दलों को बदनाम करने की साजिश रच रही है।

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पूर्व CM ने आगे लिखा- ऐन विधानसभा चुनाव से समय ED ने शराब घोटाले का मामला दर्ज किया और भाजपा को चुनावी हथियार दिया। भाजपा ने पूरे चुनाव में कांग्रेस की सरकार को बदनाम करने की कोशिश की। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से साफ हो गया है कि भाजपा सिर्फ झूठ फैला रही थी। भाजपा की केंद्र सरकार द्वारा लोकतांत्रिक संस्थाओं का दुरुपयोग करके अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को बदनाम करने का यह षड्यंत्र खुल गया है। जनता देखेगी कि और जो भी मामले कांग्रेस को बदनाम करने के लिए खड़े किए गए हैं वो भी इसी तरह से धराशाई होंगे। यह सही समय है जब ED जैसी जांच एजेंसियों को भी समझना चाहिए कि उनकी प्रतिबद्धता संविधान के प्रति होनी चाहिए, वे किसी राजनीतिक खेल का हिस्सा न बनें। (Politics on Liquor Scam)

वहीं भूपेश बघेल के ट्वीट के बाद बीजेपी ने भी पलटवार किया है। CM विष्णुदेव साय ने कहा कि ACB/EOW स्वतंत्र संस्था है, जो अपनी कार्रवाई कर रही है। इसकी जानकारी हमारे पास नहीं आती है। बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि भूपेश बघेल के पास कौन सा एंटिना है, जो सुप्रीम कोर्ट का पूरा फैसला पढ़ लिया। पहले पूरा फैसला आने दीजिए बहुत से कयास उसमें लगाए गए हैं और भी कई एजेंसियां शराब घोटाले में जांच कर रही है। एक टिप्पणी और एक विषय मे बोलने से पूर्ण नहीं मान सकते हैं। वहीं कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने भाजपा विधायक अजय चंद्राकर के बयान पर कटाक्ष किया है। (Politics on Liquor Scam)

उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि मनी लॉन्ड्रिंग जैसा कोई मामला नहीं है। कोर्ट ने इस मामले को रद्द कर दिया है। अजय चंद्राकर सत्ता के मद में अंधे हैं। पार्टी और ED का षड्यंत्र देश के सर्वोच्च अदालत ने बेनकाब कर दिया है। अजय चंद्राकर कुछ ना कुछ बयानबाजी तो करेंगे। उनका काम पर्दा डालना है। इसलिए पर्दा डालने का प्रयास तो करेंगे। पर्दा नहीं डालेंगे तो अभी भी उपेक्षित हैं और आगे भी उपेक्षित रहेंगे। ED के मुताबिक साल 2019 से 2022 के बीच छत्तीसगढ़ में करीब 2000 करोड़ रुपए का शराब घोटाला हुआ है। आरोप है कि राज्य में शराब की खरीद और बिक्री के लिए राज्य निकाय से शराब खरीदने के दौरान काले धन की कमाई हुई है। इस मामले में तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा समेत अधिकारियों का समर्थन होने की बात भी सामने आई है। (Politics on Liquor Scam)

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