Republic Day 2023 : आज कर्तव्य पथ में दिखाई दी हमारे देश की ताकत, भारत निर्मित मिसाइल हुए परेड में शामिल

Republic Day 2023 : देश आज 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। 26 जनवरी का दिन भारत के लिए बेहद खास है। इसी दिन भारत का संविधान लागू हुआ था। आज इस खास दिन में भारतीय सेना कर्तव्य पथ से पूरी दुनिया को अपनी ताकत दिखाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। परेड के दौरान ‘स्वदेशी’ का संदेश देते हुए मेड इन इंडिया हथियारों पर अहम फोकस हुआ। 21 बंदूकों की सलामी भी भारत में बनी 105 एमएम की इंडियन फील्ड गन्स से दी जाएगी।

Republic Day 2023 : परेड में भारतीय वायु सेना

स्क्वाड्रन लीडर सिंधु रेड्डी के नेतृत्व में भारतीय वायु सेना के दल में 144 वायु सैनिक और चार अधिकारी शामिल हुए। वायु सेना की झांकी, ‘सीमाओं से परे भारतीय वायु सेना की शक्ति’ विषय पर तैयार हुई। इस झांकी में लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस एमके- II, लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर ‘प्रचंड’, एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल एयरक्राफ्ट नेत्रा और सी-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट प्रदर्शित हुए। झांकी में लेजर डेजिग्नेशन उपकरण और विशेषज्ञ हथियारों के साथ लड़ाकू गियर में गरुड़ की एक टीम भी दिखाई दी।

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भारतीय नौसेना में आत्मनिर्भर भारत की झलक

भारतीय नौसेना दल में 144 युवा नाविक शामिल हुए। इसका नेतृत्व लेफ्टिनेंट कमांडर दिशा अमृत कंटिजेंट कमांडर ने किया। मार्च करने वाली टुकड़ी में पहली बार तीन महिलाएं और छह अग्निवीर शामिल हुए। इसके बाद नौसेना की झांकी दिखी, जिसे ‘इंडियन नेवी – कॉम्बैट रेडी, क्रेडिबल, कोहेसिव एंड फ्यूचर प्रूफ’ थीम पर डिजाइन किया गया है। यह भारतीय नौसेना की बहु-आयामी क्षमताओं, नारी शक्ति और ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के अंतर्गत स्वदेशी रूप से डिजाइन उपकरणों को प्रदर्शित करेगा।

Republic Day 2023
‘AGNI-III’ missile, passes through the Rajpath during the 59th Republic Day Parade-2008, in New Delhi on January 26, 2008.

Republic Day 2023 : आकाश मिसाइल: सबसे खतरनाक मिसाइल

आकाश मिसाइल जमीन से हवा में मार करने वाली भारत की सबसे खतरनाक मिसाइलों में से एक है। आकाश प्राइम में स्वदेशी एक्टिव RF सीकर लगा है, जो दुश्मन के टारगेट को पहचानने की सटीकता को बढ़ाता है। आकाश-एनजी यानी आकाश न्यू जेनरेशन मिसाइल का सफल परीक्षण भी हो चुका है। आकाश-एनजी जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल है। इसे भारतीय वायुसेना के लिए बनाया गया है. इसकी रेंज 40 से 80 किलोमीटर है। साथ ही इसमें एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड ऐरे मल्टी फंक्शन राडार (MFR) लगा है। जो एकसाथ कई दुश्मन मिसाइलों या विमानों को स्कैन कर सकता है। फिलहाल भारत में आकाश के तीन वैरिएंट मौजूद हैं- पहला आकाश एमके- इसकी रेंज 30KM है. दूसरा आकाश एमके.2 – इसकी रेंज 40KM है। इनकी गति 2.5 मैक यानी 3087 किलोमीटर प्रतिघंटा है।

ब्रह्मोस हवा में ही रास्ता बदलने में सक्षम

ब्रह्मोस मिसाइल हवा में ही रास्ता बदलने में सक्षम है। चलते-फिरते टारगेट को भी बर्बाद कर देता है। यह 10 मीटर की ऊंचाई पर उड़ान भरने में सक्षम हैं। यानी दुश्मन के राडार इसे देख ही नहीं पाएगा. इसको मार गिराना लगभग अंसभव है। ब्रह्मोस मिसाइल अमेरिका के टोमाहॉक मिसाइल से दोगुना तेज उड़ती है। ब्रह्मोस मिसाइल के चार नौसैनिक वैरिएंट्स हैं। युद्धपोत से लॉन्च की जाने वाली ब्रह्मोस मिसाइल 200KG वॉरहेड ले जा सकती है। यह मिसाइल 4321 KM प्रतिघंटा की रफ्तार। इसमें दो स्टेज का प्रोप्लशन सिस्टम लगा है। पहला सॉलिड और दूसरा लिक्विड। दूसरा स्टेज रैमजेट इंजन (Ramjet Engine) है। जो इसे सुपरसोनिक गति प्रदान करता है। साथ ही ईंधन की खपत कम करता है।

Republic Day 2023 : Helina (NAG) ATGM : नाग मिसाइल

इस मिसाइल को इसमें लगी इंफ्रारेड इमेजिंग सीकर (IIR) तकनीक गाइड करती है। जो मिसाइल के लॉन्च होने के साथ ही सक्रिय हो जाता है। यह दुनिया के बेहतरीन और अत्याधुनिक एंटी-टैंक हथियारों में से एक है। दागो और भूल जाओ के मंत्र पर चलने वाली इस मिसाइल से दुश्मन के टैंक बच नहीं सकते। वैसे तो इसका नाम हेलिना है, लेकिन इसे ध्रुवास्त्र भी कहते हैं। इससे पहले इसका नाम नाग मिसाइल था।

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भारत में बनी हेलिना 230 मीटर प्रति सेकेंड की स्पीड से चलती है। यानी 828 किलोमीटर प्रति घंटा। इस गति से आती किसी भी मिसाइल से बचने के लिए दुश्मन के टैंक को मौका नहीं मिलेगा। यह स्पीड इतनी है कि पलक झपकते ही दुश्मन के भारी से भारी टैंक को बर्बाद कर सकती है। रेंज 500 मीटर से लेकर 20 किलोमीटर तक है। यह हर मौसम में हमला करने में सक्षम है। साथ ही इसे दिन या रात में भी दाग सकते हैं। सेना इस ध्रुवास्त्र मिसाइल को ध्रुव हेलिकॉप्टर, एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर समेत अन्य लड़ाकू हेलिकॉप्टरों में लगा सकती है।

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