Jahrili Sharab News: जहरीली शराब पीने से 57 लोगों की मौत, लगातार बढ़ रही मृतकों की संख्या

Jahrili Sharab News: गुजरात में जहरीली शराब पीने से मौत का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बोटाद जिले में जहरीली शराब पीने से अब तक 57 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 15 लोग गंभीर रूप से बीमार हैं। सोमवार को इस केस में 10 लोगों की मौत हो गई थी, जिसके बाद अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने देर रात शराब बनाने वाले मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक मुख्य आरोपी ने पूछताछ में बताया कि शराब फैक्ट्री में मेथनॉल की आपूर्ति की जा रही थी। ये केमिकल अहमदाबाद से सीधे सप्लाई किया जाता था। इधर, जिले के प्रभारी मंत्री वीनू मोरदिया ने कहा है कि दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगाी।

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बोटाद पुलिस के मुताबिक जहरीली शराब का शिकार हुए सभी लोगों ने रविवार की रात रोजिद के पास बसे नभोई गांव में जाकर शराब पी थी। सोमवार सुबह सभी को पेट दर्द और उल्टियां होने लगीं। परिवार के लोग इन्हें अस्पताल ले गए। दो लोगों की सुबह ही मौत हो गई थी, इसके बाद इलाज के दौरान एक-एक करके 6 और लोगों ने दम तोड़ दिया। सरकार ने जांच के लिए DSP रैंक के अधिकारी की अध्यक्षता में पूरे मामले की जांच सौंपी है। इसके लिए SIT का गठन किया गया है। शुरुआती जांच में पता चला है कि रोजिंद, अणीयाणी, आकरु, चंदरवा और उंचडी गांव के लोग इसकी चपेट में आए हैं। (Jahrili Sharab News)

CM ने ली उच्च स्तरीय बैठक

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बोटाड में जहरीली शराब की घटना को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की और राज्य पुलिस बल को मादक पदार्थों के अवैध विक्रेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिया। राजस्थान के CM अशोक गहलोत ने कहा कि गुजरात में जहरीली शराब पीने से मृत्यु दुखद है। मुख्यमंत्री और कैबिनेट बदलने से गुजरात की बदहाल हो चुकी व्यवस्था नहीं बदली है। शराबबंदी के बावजूद गुजरात में ऐसी घटना होना दिखाता है कि शराब माफिया और सरकार में उच्च स्तर पर सांठ-गांठ हैं। वहीं सपा नेता IP सिंह ने कहा कि गुजरात में जहरीली शराब से कई घरों में बहन-बेटियों के सुहाग उजड़ गये मासूम बेटे-बेटियां अनाथ हो गए। इसके लिए बीजेपी सरकार दोषी है। 25 सालों से गुजरात में खुला भ्र्ष्टाचार हो रहा है। नाकाम मुख्यमंत्री को महामहिम जी बर्खास्त करें। (Jahrili Sharab News)

10 साल कैद और 5 लाख रुपए जुर्माने की सजा

वहीं जिले के प्रभारी मंत्री वीनू मरोदिया ने कहा कि ये घटना दुखद और शर्मनाक है। हम इसकी जांच करेंगे कि शराबबंदी के बावजूद राज्य में शराब कैसे और कौन बेच रहा है? दोषी पुलिस अधिकारियों पर भी कार्रवाई करेंगे। बता दें कि गुजरात में 1960 से ही शराबबंदी लागू है। 2017 में गुजरात सरकार ने शराबबंदी से जुड़े कानून को और सख्त कर दिया था। इसके तहत अगर कोई गैरकानूनी तरीके से शराब की बिक्री करता है, तो उसे 10 साल कैद और 5 लाख रुपए जुर्माने की सजा हो सकती है। ऐसे में शराब से इतने लोगों की मौत होने से विपक्ष को सरकार को घेरने का हथियार मिल गया है। वहीं बिहार में भी आए दिन जहरीली शराब पीने से मौत होने का मामला सामने आते रहता है। (Jahrili Sharab News)

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