Sawan Somwar Last Din: सावन का आखिरी सोमवार आज, जानिए इस दिन का क्या है महत्त्व

Sawan Somwar Last Din: आज सावन का चौथा और अंतिम सोमवार है। सावन के सोमवार का हिन्दू धर्म में बहुत अधिक महत्व होता है। आज सुबह से ही भक्त शिव मंदिरों में उमड़ रहे हैं। इस दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए शिवभक्तों के द्वारा सावन सोमवार का व्रत रखा जाता है। विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से मन की हर मनोकामना पूरी होती है। सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। सावन माह का हर सोमवार शिव भक्तों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है क्योंकि सावन सोमवार का व्रत रखते हुए भोलेनाथ की पूजा करने से वे बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं। अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी होने का आशीर्वाद प्रदान करते हैं।

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पंचांग के मुताबिक सावन का चौथा और आखिरी सोमवार 8 अगस्त 2022 को यानी आज है। सावन सोमवार भगवान भोलेनाथ का सबसे प्रिय दिन माना जाता है। खास बात तो यह है कि इस दिन सावन सोमवार के साथ-साथ कई अन्य शुभ संयोग भी बने हैं, जिसने इस दिन के धार्मिक महत्व को बढ़ा दिया हैं। हिंदू धर्म के मुताबिक सोमवार का दिन भगवान शिव को अति प्रिय होता है। ऐसे में सावन के सोमवार का धार्मिक महत्व और बढ़ जाता है। सावन के आखिरी सोमवार 8 अगस्त को भगवान विष्णु की प्रिय एकादशी भी है। पंचांग के मुताबिक सावन के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पुत्रदा एकादशी कहते हैं। (Sawan Somwar Last Din)

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अगर आप सावन का व्रत रखे हैं तो आपको भगवान शिव के साथ-साथ भगवान विष्णु की भी कृपा प्राप्त होगी। क्योंकि इस दिन सावन सोमवार और पुत्रदा एकादशी व्रत का अति शुभ संयोग है। पुत्रदा एकादशी व्रत में भगवान विष्णु की पूजा करने का विधान है। माना जाता है कि पुत्रदा एकादशी का व्रत रखने से संतान प्राप्ति की कामना पूरी होती है। सावन सोमवार व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा से सभी दुखों का नाश होता है और उनका आशीर्वाद मिलता है। धार्मिक कथाओं के अनुसार भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए मां पार्वती ने सावन माह में कठोर व्रत रखे और तपस्या की। इस वजह से ऐसा माना जाता है ये महीना भगवान को अति प्रिय है। कहते हैं कि जो भक्त इस महीने में रुद्राभिषेक करते हैं, उनकी सभी तकलीफें और परेशानियों को महादेव खत्म कर देते हैं। (Sawan Somwar Last Din)

शिव चालीसा का पाठ करने का बहुत महत्व

मान्यता है कि यदि कुंवारी कन्याएं मनचाहा वर पाने के लिए सावन सोमवार का व्रत रखती हैं तो उन्हें मनचाहे उपयुक्त जीवनसाथी की प्राप्ति होती है। कुल 16 सोमवार के व्रत रखने होते हैं। इसके अलावा यदि अविवाहित पुरुष भी यह व्रत करें तो उनके विवाह में आ रही बाधा दूर हो जाती है। भगवान शिव बेहद क्रोध वाले देवता माने जाते हैं लेकिन इसके साथ ही उन्हें सबसे जल्दी प्रसन्न और कृपा होने वाला देवता भी माने जाते हैं। सावन सोमवार पर शिव चालीसा का पाठ करने का बहुत महत्व होता है। शिव चालीसा के शब्दों से भगवान शिव को प्रसन्न किया जा सकता है। (Sawan Somwar Last Din)

ऐसे करें भगवान शिव को प्रसन्न

सावन में भगवान शंकर की पूजा-अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है। सावन के सोमवार पर भगवान शंकर के साथ ही माता पार्वती और गणेश भगवान की भी विधि-विधान से पूजा-अर्चना करनी चाहिए। भगवान शंकर को कनेर, बेला और चमेली का फूल बहुत प्रिय है। सावन के महीने में शिवलिंग पर गन्ने का रस चढ़ाने से जीवन में सभी तरह की सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है।

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