Sri Lankan PM Resigns: श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने दिया इस्तीफा
Sri Lankan PM Resigns: रानिल विक्रमसिंघे ने श्रीलंका के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया। बता दें कि श्रीलंका में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। इस बीच प्रदर्शनकारियों ने देश के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के आवास को घेर लिया है। कहा जा रहा है कि राजपक्षे घर छोड़कर भाग गए हैं। कुछ समय पहले जब भारी बवाल के बीच श्रीलंका के पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने इस्तीफा दिया था तो उन्हें आगजनी और हिंसक प्रदर्शनकारियों से बचने के लिए परिवार सहित घर छोड़कर भागना पड़ा था। वहीं अब प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने भी इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया में इसकी जानकारी दी। इससे पहले PM ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई थी, जिसमें असेंबली स्पीकर को अंतरिम राष्ट्रपति बनाने का प्रस्ताव रखा गया था। श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने ट्वीट कर पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया। (Sri Lankan PM Resigns)
रानिल विक्रमसिंघे ने श्रीलंका के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया।#SriLankaCrisis pic.twitter.com/vm1X4tPtri
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 9, 2022
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श्रीलंका में राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के खिलाफ लंबे वक्त से ‘गोटा-गो-गामा’ और ‘गोटा-गो-होम’ आंदोलन जारी है। सिंहली भाषा में गामा का मतलब गांव होता है। प्रदर्शनकारी एक जगह जमा होकर तंबू लगाते हैं और गाड़ियों के हार्न बजाते हुए राष्ट्रपति और सरकार के खिलाफ गोटा-गो-गामा का नारा बुलंद करते हैं। इनका मकसद राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को सत्ता छोड़ने के लिए मजबूर करना था। (Sri Lankan PM Resigns)
To ensure the continuation of the Government including the safety of all citizens I accept the best recommendation of the Party Leaders today, to make way for an All-Party Government.
To facilitate this I will resign as Prime Minister.
— Ranil Wickremesinghe (@RW_UNP) July 9, 2022
इसे लेकर राष्ट्रपति गोटबाया की तरफ से कहा गया है कि वो पार्टी के फैसले का सम्मान करेंगे। गोटबाया के खिलाफ इतना ज्यादा आक्रोश है कि पेट्रोल का पैसा नहीं होने पर लोगों पैदल ही प्रदर्शन में शामिल होने जा रहे हैं। श्रीलंका पीपुल्स फ्रंट के 16 सांसदों ने राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे से तुरंत इस्तीफा देने की अपील की। श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने स्पीकर से संसद बुलाने का अनुरोध किया। श्रीलंका पुलिस ने देश में बिगड़ते हालात के बीच कई प्रांतों में कर्फ्यू लगाया। प्रदर्शनकारियों ने समागी जाना बालवेगया के सांसद रजिता सेनारत्ने पर हमला किया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति के सरकारी आवास पर कब्जा कर लिया। (Sri Lankan PM Resigns)
इधर, देश में बिगड़ते माहौल के बीच बार काउंसिल ऑफ श्रीलंका ने राष्ट्रपति गोटबाया से मुलाकात की है। काउंसिल ने राष्ट्रपति से पूछा है कि अब जब उनके सचिवालय और घर पर प्रदर्शनकारियों का कब्जा हो गया है तो क्या ऐसे में वो अपनी ड्यूटी निभा पाएंगे?। कई जगहों पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हुई है। हालात काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए हैं।
कई जगहों पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हुई है। हालात काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए हैं। प्रर्दशनकारियों का जत्था गॉल में चल रहे ऑस्ट्रेलिया-श्रीलंका मैच के स्टेडियम के बाहर तक पहुंच गया। पूर्व लंकाई क्रिकेटर सनथ जयसूर्या भी प्रदर्शनकारियों के साथ शामिल हैं।
वहीं राजधानी कोलंबो में आंदोलन उग्र हो गया है। पुलिस के साथ झड़प में 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए। श्रीलंका में आम लोगों की रोज पुलिस, आर्मी और एयरफोर्स के साथ झड़पें हो रही हैं, क्योंकि यहीं पेट्रोल पंप की निगरानी कर रहे हैं। समाज में उग्रता अप्रत्याशित तौर पर बढ़ी है, जो दंगों के रूप में उभर जाती है। स्कूल-कॉलेज, अस्पताल बंद पड़े हैं। लिहाजा युवक घर पर अपने परिवार को बेबस जूझते हुए देखने पर मजबूर हैं। मई में जो महंगाई 39.1% थी, वो जून में बढ़कर 54.6% हो गई है। अगर सिर्फ खाद्य महंगाई को देखें तो मई में जो 57.4% थी, वो जून में बढ़कर 80.1% हो गई है। श्रीलंका में लोगों को रोजमर्रा से जुड़ी चीजें भी नहीं मिल पा रही हैं या कई गुना महंगी मिल रही हैं, जिसकी वजह से लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।