Stock Market Crash: घरेलू शेयर बाजार में आज गिरावट दिख रही है। अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने अगले साल ब्याज दरों में कटौती की रफ्तार धीमी रखने का संकेत दिया है। इससे वहां के बाजार में भारी गिरावट आई। इसका असर आज भारतीय बाजार में भी दिख रहा है।
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बीएसई सेंसेक्स करीब 1,000 अंक की गिरावट के साथ खुला। निफ्टी भी 24,000 अंक से नीचे चला गया। सभी सेक्टर्स में गिरावट आई है। सुबह 9.32 बजे सेंसेक्स 921.28 यानी 1.15% गिरावट के साथ 79,260.92 अंक पर ट्रेड कर रहा था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 282.35 अंक यानी 1.17% गिरावट के साथ 23,916.50 अंक पर आ गया।
इस गिरावट बीएसई लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 5.94 लाख करोड़ रुपये गिरकर 446.66 लाख करोड़ रुपये रह गया है। सेंसेक्स की गिरावट में एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एसबीआई और एचसीएल टेक की सबसे ज्यादा भूमिका रही। एक्सिस बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, कोटक बैंक और बजाज फाइनेंस में भी गिरावट रही।
अमेरिका में रेट से जुड़ी आईटी कंपनियों के शेयर 5 फीसदी गिरावट के साथ खुले। एलटीआईमाइंडट्री, एमफेसिस और विप्रो मे भारी गिरावट रही। इस बीच शेयर बाजार में उतारचढ़ाव की थाह देने वाला India VIX इंडेक्स 5% चढ़कर 14.37 पर पहुंच गया।
इन 10 शेयरों में बड़ी गिरावट
एशियन पेंट्स के शेयर 2 फीसदी से ज्यादा टूटकर कारोबार कर रहे हैं. वहीं इंफोसिस में 3 फीसदी, टीसीएस, एचसीएल, महिंद्रा, एचडीएफसी बैंक के शेयरों में करीब 2 फीसदी की गिरावट आई है. स्मॉल और मिड कैप में त्रिवेणी टरबाइन, फाइव स्टार बिजनेस, सोनाटा सॉफ्टवेयर, भारती हेक्साकॉम, नायका, कोचिन शिपयार्ड के शेयर करीब 3 फीसदी तक गिरकर कारोबार कर रहे हैं.
क्यों टूटा शेयर बाजार?
अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व ने कहा कि रेट कटौती अभी और होने का अनुमान है, जिस कारण बाजार का मूड खराबर हुआ और फेड की कमेंट्री से बाजार डर गया. बुधवार की कॉमेंट्री से साल 2025 में सिर्फ 2 बार कटौती के संकेत मिले है. वहीं, महंगाई पर अभी और सख्ती की जरूरत सेंट्रल बैंक ने कही है. जिस कारण भारतीय शेयर बाजार भी दबाव महसूस कर रहा है। (Stock Market Crash)
निवेशकों को तगड़ा नुकसान
कल बीएसई मार्केट कैपिटलाइजेशन 452 करोड़ रुपये था, जो आज बड़ी गिरावट के बाद घटकर 448 करोड़ रुपये हो चुका है. यानी मार्केट कैप में 4 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की गिरावट आई है. इसका मतलब है कि निवेशकों के वैल्यूवेशन में 4 लाख करोड़ रुपये की कमी आई है। (Stock Market Crash)