वित्तीय अनियमितता बरतने पर 2 सचिव सस्पेंड, CEO ने की कार्रवाई

Secretaries Suspended: बिलासपुर में वित्तीय अनियमितता बरतने पर पंचायत सचिवों के खिलाफ कार्रवाई की है। दरअसल, वित्तीय अनियमितता बरतने वाले दो पंचायत सचिव को जिला पंचायत CEO ने सस्पेंड कर दिया है। दोनों सचिव अलग-अलग समय में एक ही पंचायत में पदस्थ रहे। इस दौरान उन्होंने करीब साढ़े सात लाख रुपए की हेराफेरी की। उनका तबादला होने और जांच रिपोर्ट मिलने के बाद उनका कारनामा सामने आया है, जिस पर उनके खिलाफ ये कार्रवाई की गई है। मामला कोटा जनपद पंचायत के लिटिया ग्राम पंचायत का है।

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बता दें कि कोटा जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत कुंवारीमुड़ा में पदस्थ सचिव केशव यादव और नवागांव सल्का के पंचायत सचिव पोलोदास कुर्रे के खिलाफ विभागीय जांच में आर्थिक अनियमितता पाई गई है। दरअसल, दोनों सचिव अलग-अलग समय में ग्राम पंचायत लिटिया में पदस्थ थे। इस एक ही पंचायत में पदस्थापना के दौरान उन्होंने शासकीय रिकार्ड में कूटरचना कर सचिव केशव यादव ने 4 लाख 9 हजार 245 और पोलादास कुर्रे ने 3 लाख 35 हजार 718 रुपए की हेराफेरी की थी। (Secretaries Suspended)

अनियमितता का आरोप लगाते हुए की गई थी शिकायत

दोनों पंचायत सचिवों के खिलाफ आर्थिक अनियमितता का आरोप लगाते हुए जिला पंचायत CEO जयश्री जैन से शिकायत की गई थी, जिसमें बताया गया था कि उन्होंने दस्तावेजों में हेराफेरी कर राशि हड़प ली है। इसकी उन्होंने जांच कराई। जांच रिपोर्ट में दोनों पंचायत सचिवों पर लगे आरोप सही पाए गए हैं, जिसके आधार पर उन्होंने दोनों को सस्पेंड कर दिया है। हालांकि दोनों पंचायत सचिव अभी भी कोटा ब्लॉक में पदस्थ हैं। केशव यादव कुंवारीमुड़ा में कार्यरत हैं तो पोलोदास कुर्रे छेरकाबांधा में काम कर रहे हैं। अब निलंबन आदेश जारी होने के साथ ही उन्हें जनपद पंचायत कार्यालय में अटैच किया गया है। उनकी जगह में दोनों पंचायतों में अलग-अलग सचिव को अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। बता दें कि ग्राम पंचायत स्तर पर वित्तीय अनियमितता लगातार बढ़ रही है। (Secretaries Suspended)

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