महादेव सट्टा एप के जाल में फंसा कारोबारी, जहर खाकर की खुदकुशी
Suicide Due to App: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के एक कारोबारी ने महादेव ऑनलाइन सट्टा के जाल में फंसकर खुदकुशी कर ली है। पूरा मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र के शंकर नगर सेक्टर-2 का है, जहां रहने वाले कारोबारी संदीप बग्गा ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली है। पुलिस के मुताबिक कारोबारी ने महादेव सट्टा ऐप से जुड़े लोगों को 10 लाख रुपए उधार दिए थे, जिसे वापस मांगने पर उसे बार-बार जान से मारने की धमकी मिलने लगी। इससे परेशान होकर संदीप बग्गा ने आत्महत्या कर ली। मौके से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसके आधार पर पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है।
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सुसाइड नोट में महादेव सट्टा के पैनल ऑपरेटर नीतीश मित्तल से लेनदेन और पैसा मांगने पर जान से मारने की धमकी देने का जिक्र है। मृतक ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि नीतेश मित्तल उर्फ गुप्ता को उसने 10 लाख रुपए उधार दिया था। नितेश महादेव सट्टा, लोटस बुक और रेड्डी ऐप का लंबा चौड़ा काम करता है। जब उसने अपने पैसे वापस मांगे तो वह टाल-मटोल करने लगा। इन पैसों को लेकर मृतक को अलग-अलग नंबरों से फोन आने लगे। उसे जान से मारने की धमकी मिलने लगी, जिससे कारोबारी संदीप बग्गा ने मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान हो गया। उसने कीटनाशक जहर पी लिया। (Suicide Due to App)
महादेव बेटिंग एप छत्तीसगढ़ में कांग्रेस राज में राजनैतिक संरक्षण में चलाया गया। pic.twitter.com/RX9vGTzxKL
— Arun Sao ( मोदी का परिवार ) (@ArunSao3) May 13, 2024
पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में नीतीश मित्तल के खिलाफ FIR दर्ज की है। पुलिस ने बताया कि संदीप बग्गा ने 9 मई को कीटनाशक पी लिया था। इसके बाद घर वालों ने उसे गंभीर हालत में रायपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां रविवार को उसकी मौत हो गई। इसके बाद अस्पताल ने पुलिस को इसकी सूचना दी। वहीं मामले को लेकर सिविल लाइन थाना प्रभारी रोहित मानेकर ने कहा कि जहर खाने की जानकारी मिलते ही आरोपी फरार हो गया है। फिलहाल पुलिस की टीम लगातार आरोपी के ठिकाने और घर पर छापेमारी कर रही है। (Suicide Due to App)
महादेव सट्टा एप बंद क्यों नहीं हुआ: डहरिया
इधर, मामले को लेकर छत्तीसगढ़ में सियासत गरमा गई है। डिप्टी CM अरुण साव ने कहा कि कांग्रेस सरकार के संरक्षण में यह अवैध कारोबार फला फूला। लोग आर्थिक, शारीरिक, पारिवारिक और मानसिक रूप से इसका शिकार हुए हैं, जिसका ये परिणाम है। राज्य सरकार इसे लेकर गंभीर है। वहीं पूर्व मंत्री शिव कुमार डहरिया ने डिप्टी CM अरुण साव के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि महादेव एप पर कांग्रेस सरकार ने FIR कराई थी। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह महादेव एप को क्यों बंद नहीं करा रहे हैं। केंद्र और राज्य में BJP की सरकार है, लेकिन फिर भी महादेव सट्टा एप बंद नहीं हुआ है। (Suicide Due to App)
आमने-सामने BJP कांग्रेस
कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष सुशील आंनद शुक्ला ने कहा कि महादेव सट्टा ऐप केंद्र और राज्य सरकार मिलकर बंद क्यों नहीं करवा रही है? भाजपा के संरक्षण में देश में महादेव एप चल रहा है। वहीं भाजपा महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने पलटवार करते हुए कहा कि महादेव सट्टा एप भी बंद होगा और आरोपी भी पकड़े जाएंगे। कांग्रेस को चिंता करने की जरूरत नहीं है, लेकिन कांग्रेस को बताना चाहिए कि भूपेश बघेल का नाम क्यों आया? सारे आरोपी दुर्ग से ही क्यों हैं? बता दें कि दुर्ग से ही महादेव सट्टा एक की शुरुआत हुई थी। (Suicide Due to App)