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Baadh Ka Kahar: बारिश और बाढ़ से 1 हजार 140 लोगों की मौत, PM मोदी ने जताया दुख

Baadh Ka Kahar: भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान में बारिश और बाढ़ का कहर लगातार जारी है। बाढ़ और लैंडस्लाइड की वजह से पाकिस्तान में अब तक 1 हजार 140 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि करीब 3 करोड़ 30 लाख लोग बेघर हो चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पड़ोसी देश में आई इस प्राकृतिक आपदा पर दुख जताया है। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत सरकार जल्द ही पाकिस्तान को मानवीय आधार पर राहत सामग्री भेज सकती है। हालांकि आधिकारिक तौर पर इस बारे में कोई ऐलान नहीं किया गया है। सिंध प्रांत में करीब दो दशक से आसिफ अली जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की सरकार है। इस साल बाढ़ में सबसे ज्यादा नुकसान इसी राज्य को हुआ है।

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PM मोदी ने ट्वीट कर कहा कि पाकिस्तान में बाढ़ ने भीषण तबाही मचाई है, हालात देखकर दुखी हूं। इससे जो परिवार प्रभावित हुए हैं, उनके लिए शोक व्यक्त करता हूं। आशा करता हूं कि हालात जल्द सुधरेंगे और सामान्य स्थिति बहाल होगी। वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि विदेश मंत्रालय पाकिस्तान को मदद देने के बारे में गंभीरता से विचार कर रहा है। हालांकि अब तक सरकार की तरफ से इस बारे में कुछ नहीं कहा गया है। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री के ट्वीट के बाद पाकिस्तान को राहत सामग्री भेजने पर विचार किया जा रहा है। जल्द ही इस बारे में कोई ऐलान किया जा सकता है। (Baadh Ka Kahar)

बता दें कि सिंध प्रांत में बाढ़ ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है। यहां के सैकड़ों गांव प्रभावित हैं। सरकार अब तक यहां मदद नहीं पहुंचा पाई है। पिछले हफ्ते पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने विदेशी राजनयिकों की मीटिंग बुलाई थी। इसमें शरीफ ने इन डिप्लोमैट्स को बाढ़ से पैदा हुए हालात और नुकसान की जानकारी देते हुए मदद की अपील की थी। पाकिस्तान के प्लानिंग मिनिस्टर अहसन इकबाल ने भी मंगलवार को इन राजनयिकों से मुलाकात की। इकबाल ने दावा किया कि बाढ़ की वजह से पाकिस्तान को 10 अरब डॉलर से ज्यादा का नुकसान हुआ है। मुल्क का 40% इन्फ्रास्ट्रक्चर तबाह हो चुका है। (Baadh Ka Kahar)

भारत से सब्जियां और दूसरी चीजें मांगा सकता है पाक

संकट के बीच पाकिस्तान को अमेरिका और यूरोप के देशों ने कुछ मदद दी है, हालांकि ये इतनी नहीं है कि इससे हालात सुधर जाएं। चीन ने अब तक सिर्फ ऐलान किया है, लेकिन कोई मदद नहीं भेजी। बलूचिस्तान में ज्यादातर घर कच्चे यानी मिट्टी के थे। अब लोगों के पास सिर छिपाने की जगह नहीं बची है। पाकिस्तान के फाइनेंस मिनिस्टर मिफ्ताह इस्माइल ने कहा कि देश में सभी फसलें तबाह हो चुकी हैं और आने वाले दिनों में अनाज का संकट पैदा होने का खतरा है। हम भारत से सब्जियां और दूसरे फूड आइटम्स इम्पोर्ट करने पर विचार कर रहे हैं। (Baadh Ka Kahar)

बाढ़ प्रभावित लोगों को ले जा रही नाव पलटी

इधर, पाकिस्तान के सिंध प्रांत में लोगों के रेस्क्यू में लगी नाव सिंध नदी में पलटने से 13 लोगों की मौत हो गई। नाव में 25 लोग सवार थे, जिन्हें रिलीफ कैंप लेकर जाया जा रहा था। हादसा सिंध के सहवान शहर के बिलावलपुर गांव में हुआ। पुलिस ने बताया कि 8 लोगों को नदी से रेस्क्यू किया गया है, जबकि 4 लापता हैं। (Baadh Ka Kahar)

साल 2005 और 2010 में की थी मदद

जानकारी के लिए बता दें कि भारत ने साल 2005 में भूकंप और 2010 में बाढ़ आने के बाद पाकिस्तान को राहत सामग्री भेजी थी। 2014 में मोदी सत्ता में आए और इसके बाद से दोनों देशों के बीच संबंध सामान्य नहीं हैं। भारत ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 और 35 ए हटा दी थी। इसके बाद पाकिस्तान ने भारत से तमाम तरह का ट्रेड बंद कर दिया था। फिलहाल जरूरी दवाएं ही भारत से इम्पोर्ट की जाती हैं। जबकि बाकी सभी तरह के व्यापार बंद है।

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