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छत्तीसगढ़ : राज्य के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर बनेंगे हेल्थ आईडी कार्ड, ऐसे बनेगी हेल्थ आईडी, पढ़ें पूरी खबर

रायपुर : आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन अंतर्गत प्रदेश के सभी शासकीय अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केंद्रों में (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर तक) आने वाले मरीजों, परिजनों एवं आम नागरिकों की हेल्थ आईडी बनाई जाएगी। इस कार्य को गति देने हेतु प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक को मिशन संचालक द्वारा पत्र जारी कर विभिन्न दिशा निर्देश दिए गए हैं। इस सुविधा के अंतर्गत संबंधित मरीज का इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड किसी भी स्थान से मरीज द्वारा स्वयं अथवा मरीज की अनुमति से किसी अन्य अस्पताल / चिकित्सक द्वारा उपचार में सहायता हेतु डिजिटली देखा जा सकेगा।

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मिशन संचालक आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन छत्तीसगढ़ द्वारा सभी जिला अस्पतालों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि प्रदेश में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का क्रियान्वयन किया जा रहा है जिसके अंतर्गत प्रथम चरण में समस्त जिला अस्पतालों एवं अन्य इच्छुक निजी अस्पतालों के ई-हॉस्पिटल सिस्टम/एचएमआईएस (Hospital Management Information System) को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन से लिंक किया जा रहा है। इसके पश्चात संबंधित अस्पताल में उपचार हेतु आने वाले मरीजों का ई हॉस्पिटल सिस्टम/एचएमआईएस में संकलित होने वाले इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकार्ड का डेटा संबंधित मरीज के हेल्थ आईडी (14 अंकों का नंबर) से भी लिंक होगा, जिससे संबंधित मरीज का इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकार्ड किसी भी स्थान से मरीज द्वारा स्वयं अथवा मरीज की अनुमति से किसी अन्य अस्पताल/ चिकित्सक द्वारा उपचार में सहायता हेतु डिजिटली देखा जा सकेगा।

इस सुविधा का लाभ लेने के लिए प्रदेश के समस्त नागरिकों का हेल्थ आईडी बनाया जाना अनिवार्य  किया गया है। पत्र में यह भी स्पष्ट किया गया है कि हेल्थ आईडी एवं आयुष्मान कार्ड अलग-अलग कार्ड हैं एवं इनका आपस में कोई संबंध नहीं है। केवल हेल्थ आईडी बनाये जाने से आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना का लाभ नहीं लिया जा सकेगा। हेल्थ आईडी बनाये जाने की प्रक्रिया का अस्पताल एवं प्रमुख स्थानों पर व्यापक प्रचार प्रसार किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोगों द्वारा हेल्थ आईडी बनवायी जा सके।

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ऐसे बनेगी हेल्थ आईडी

मरीज/अन्य व्यक्तियों का हेल्थ आईडी जनरेट करने के लिए संबंधित व्यक्ति का आधार नंबर एवं आधार से लिंक सक्रिय मोबाइल नंबर होना अनिवार्य है। हेल्थ आईडी बनाए जाने में केवल 1 से 2 मिनट का समय लगता है।

  •  आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की वेबसाईट https://healthidndhm.gov.in/register में इंटरनेट सुविधायुक्त डेस्कटॉप / लैपटॉप / स्मार्टफोन से विजिट किया जा सकता है।
  •  “जेनरेट वॉया आधार” में क्लिक कर मरीज / संबंधित व्यक्ति का आधार नंबर डालना होगा।
  •  मरीज/संबंधित व्यक्ति के आधार से लिंक मोबाईल नंबर पर आई ओटीपी को डालना होगा।
  •  मरीज / संबंधित व्यक्ति का मोबाईल नंबर डालकर दुबारा आई ओटीपी को डालना होगा।
  •  मरीज के नाम / इच्छानुसार उपलब्ध PHR address ( Personal Health Record Address ) को डालना होगा । जिस प्रकार Gmail ID एवं अन्य ईमेल आईडी बनाये जाने हेतु उपलब्ध ईमेल address का चयन किया जाता है।
  •  फार्म को सबमिट करने जाने पर मरीज / संबंधित व्यक्ति का हेल्थ आईडी  ईमेज प्रारूप में डाउनलोड की जा सकेगी।

याद रहे, ऐसे भी रख सकते हैं आईडी

  • हेल्थ आईडी डाउनलोड करने के पश्चात इसका प्रिंट आउट मरीज / संबंधित व्यक्ति को दिया जाएगा। साथ ही उपचार के समय अस्पताल आने पर हेल्थ आईडी साथ लेकर आना होगा।
  • मरीज / संबंधित व्यक्ति द्वारा स्वयं यह प्रक्रिया अपने स्मार्टफोन, स्वयं के कम्प्यूटर ( इंटरनेट सुविधायुक्त ) अथवा किसी कम्प्यूटर सेंटर से भी की जा सकती है। हेल्थ आईडी ईमेज को लेमिनेट कराकर कार्ड के रूप में भी अपने साथ रखा जा सकता है ।
  • मरीज की हेल्थ आईडी बन जाने के पश्चात , मरीज के द्वारा अस्पताल आने पर हेल्थ आईडी न लाये जाने पर ई हॉस्पिटल पोर्टल से मरीज के रजिस्टर्ड मोबाईल नंबर से भी हेल्थ आईडी नंबर प्राप्त किया जा सकता है ।

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