पूर्व प्रधानमंत्री अटल की जयंती पर PM मोदी और राष्ट्रपति मुर्मू ने दी श्रद्धांजलि, वाजपेयी की ये योजनाएं आज भी जिंदा
Atal Bihari Vajpayee Jayanti: 25 दिसंबर यानी आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 99वीं जयंती है। इसलिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली स्थित सदैव अटल मेमोरियल पहुंचकर श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई नेताओं ने पूर्व PM को नमन किया। इससे पहले PM मोदी ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा – पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी जयंती पर देश के सभी परिवारजनों की ओर से मेरा नमन। वे जीवनपर्यंत राष्ट्र निर्माण को गति देने में जुटे रहे। मां भारती के लिए उनका समर्पण और सेवा भाव अमृतकाल में भी प्रेरणास्रोत बना रहेगा। वीडियो में उनकी पुरानी तस्वीरें लगाई गई थीं।
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अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म मध्यप्रदेश के ग्वालियर में 25 दिसंबर 1924 को हुआ था। अटल बिहारी वाजपेयी सबसे पहले 1996 में 13 दिन के लिए प्रधानमंत्री बने थे और उसके बाद 1998 में उन्होंने केंद्र में 13 महीनों की सरकार चलाई थी। 13 अक्टूबर 1999 को उन्होंने तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली और कार्यकाल पूरा करने वाले देश के पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री बने। वहीं 16 अगस्त 2018 में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। बता दें कि जवाहर लाल नेहरू के बाद अटलजी पहले नेता थे, जिन्होंने लगातार तीन बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। अटलजी 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान राजनीति में आए। 1951 में भारतीय जनसंघ के गठन में भी उनकी अहम भूमिका रही। उन्होंने 1952 के पहले लोकसभा चुनाव में लखनऊ सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन वे चुनाव हार गए। (Atal Bihari Vajpayee Jayanti)
Pushpanjali and Prarthana Sabha on birth anniversary of Bharat Ratna Atal Bihari Vajpayee ji at Sadaiv Atal. https://t.co/lngfd4lEVn
— BJP (@BJP4India) December 25, 2023
अटलजी को अपने राजनीतिक करियर की पहली सफलता 1957 में मिली। इस साल वे लखनऊ, मथुरा और बलरामपुर से लोकसभा चुनाव में उतरे। इन तीन में से दो सीट पर वे चुनाव हार गए, लेकिन बलरामपुर से उन्हें जीत मिली। इस तरह वाजपेयी का संसदीय सफर शुरू हुआ। इमरजेंसी के बाद जब मोरारजी देसाई की सरकार बनी तब वाजपेयी ने विदेश मंत्री का पद संभाला। विदेश मंत्री बनने के बाद वाजपेयी पहले ऐसे नेता थे, जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा को हिंदी में संबोधित किया। अटल जी के कार्यकाल में कई ऐतिहासिक फैसले लिए गए, जिनका फायदा देश को आज भी मिल रहा है। उनकी सरकार के फैसले की वजह से कभी 17 रुपए प्रति मिनट कॉलिंग वाले मोबाइल से फ्री कॉलिंग तक का दौर आना संभव हो पाया। अटल सरकार में ही 15 सितंबर 2000 को भारत संचार निगम लिमिटेड यानी BSNL का गठन किया गया। अटल को 1992 में पद्म विभूषण और 2015 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। (Atal Bihari Vajpayee Jayanti)
President Droupadi Murmu paid floral tributes to former Prime Minister of India Shri Atal Bihari Vajpayee on his birth anniversary at the samadhi of Atal Ji, 'Sadaiv Atal' in New Delhi. pic.twitter.com/bVGiNRyp1p
— President of India (@rashtrapatibhvn) December 25, 2023