Bangladesh Crisis : बांग्लादेश में भड़की हिंसा तख्ता पलट के बाद भी शांत होने के नाम नहीं ले रही हैं. पूरे देश में कत्लेआम, आगजनी, लूटपाट का खेल खेला जा रहा है. ताजा घटनाक्रम के अनुसार, उपद्रवियों की भीड़ ने एक होटल में आग लगा दी, जिससे 24 लोग जिंदा जल गए. जिंदा जले लोगों में कई विदेशी भी शामिल हैं. यह होटल शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग के एक नेता का बताया जा रहा है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बांग्लादेश में शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और देश छोड़कर भाग जाने के बाद अवामी लीग पार्टी के एक नेता के एक होटल में भीड़ ने कम से कम 24 लोगों को जिंदा जला दिया. मृतकों में एक इंडोनेशियाई नागरिक भी शामिल है.
सोमवार देर रात भीड़ ने जोशोर जिले में जिला अवामी लीग के महासचिव शाहीन चकलादार के होटल जाबिर इंटरनेशनल होटल को आग लगा दी. होटल में मौजूद लोग इस आग में जिंदा जल गए. जोशोर जनरल हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने पुष्टि की कि उन्होंने 24 शवों की गिनती की है. बताया जा रहा है कि होटल के अंदर और भी शव हो सकते हैं.
बांग्लादेश में क्यों भड़की हिंसा ? छात्रों के गुस्से की क्या है वजह
विवादास्पद आरक्षण प्रणाली को समाप्त करने की मांग को लेकर छात्रों ने बांग्लादेश में प्रदर्शन की शुरुआत की थी. जिसके तहत 1971 में बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम में हिस्सा लेने वाले लड़ाकों के रिश्तेदारों को सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रावधान था.
सरकार ने छात्रों के विरोध प्रदर्शनों (Bangladesh Crisis) के बाद 2018 में इस पर रोक लगा दी थी, लेकिन जून में बांग्लादेश के हाई कोर्ट ने आरक्षण बहाल कर दिया था, जिसके बाद देश में फिर से विरोध प्रदर्शन शुरु हो गए थे. हालांकि प्रदर्शन को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने आरक्षण को समाप्त कर दिया था, इसके बावजूद प्रदर्शनकारियों को गुस्सा शांत नहीं हुआ और लगातार शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे थे. इस आंदोलन में 16 जुलाई से कल तक 21 दिन में कुल 440 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 500 से अधिक लोग घायल हैं. (Bangladesh Crisis)