एक ही महीने में CCI ने Google पर दूसरी बार लगाया फाइन, पढ़ें क्या है पूरा मामला

CCI fines Google : Google पर भारत में 936.44 करोड़ रुपये का फाइन (CCI fines Google) लगा है। मंगलवार को CCI (Competition Commission of India) ने दिग्गज टेक कंपनी पर ये फाइन लगाया है। गूगल पर ये फाइन अपने दबदबे का गलत इस्तेमाल करने की वजह से लगाया गया है। सीसीआई ने गूगल (CCI fines Google) पर एंटीकंपटीशन प्रैक्टिस को बंद करने के लिए कहा है।

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CCI fines Google : क्या है पूरा मामला

गूगल अपने प्ले स्टोर पालिसी के तहत एप डेवलपर्स को भुगतान के लिए गूगल प्ले बिलिंग सिस्टम का उपयोग करने पर बाध्य करता था और बिलिंग के किसी अन्य माध्यम या लिंक तक को डालने की इजाजत नहीं देता था। एप डेवलपर्स के लिए एप स्टोर काफी महत्वपूर्ण होता है और उसके बिना वह अपने यूजर्स तक नहीं पहुंच सकता।

CCI fines Google : भारत में सबसे अधिक एंड्रायड यूजर्स

एंड्रायड मोबाइल इकोसिस्टम में गूगल का प्ले स्टोर एंड्रायड मोबाइल फोन यूजर्स तक पहुंचने का सबसे महत्वपूर्ण माध्यम हैं। भारत में सबसे अधिक एंड्रायड फोन यूजर्स ही हैं। इसका लाभ उठाते हुए गूगल एप डेवलपर्स को गूगल प्ले बिलिंग सिस्टम के उपयोग के लिए बाध्य कर रहा था, क्योंकि कोई भी एप डेवलपर्स एप के माध्यम से कारोबार करता है और एप पर कई प्रकार की खरीद-बिक्री की जाती है।

20 अक्टूबर को गूगल पर लगा था 1137 करोड़ रुपए का जुर्माना

बता दें कि गूगल पर यह भारी भरकम जुर्माना एक महीने में दूसरी बार लगाया गया है। इससे पहले बीते 20 अक्टूबर को CCI ने गूगल पर 1337 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था। तब एंड्राइड फ़ोन में गूगल द्वारा अपनी एप का वर्चस्व बनाये रखने के लिए अपनी ऐप्स को Pre Install के तौर पर देने और यूज़र्स को डिलीट तक ना करने देने की वजह से गूगल पर जुर्माना लगाया गया था।

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CCI fines Google : दूसरी कंपनियों को भी भेजा गया है नोटिस

जानकारी के मुताबिक भारत में सिर्फ गूगल ही नहीं दूसरी कंपनियों को भी अपने दबदबे का फायदा उठाने की नोटिस भेजा गया था। गूगल, ऐपल, ऐमेजॉन, नेटफ्लिक्स और माइक्रोसॉफ्ट को एंटी-कंपटीशन प्रैक्टिस मामले में नोकिस भेजा जा चुका है।

भारत की तरह ही अन्य देशों में भी इन कंपनियों को अपनी मजबूत स्थिति का फायदा उठाने पर फाइन लगा चुका है। हाल में ही ऐपल पर बॉक्स में चार्जर नहीं देने पर फाइन लगाया था।

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