इस साल 22 अप्रैल से शुरू होगी चारधाम यात्रा, शुरू हुई ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया, ऐसे करें पंजीकरण

Chardham Yatra 2023 : उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि चारधाम यात्रियों की सुविधा के लिए सभी विभाग समय से अपना होमवर्क कर लें। उन्होंने कहा कि क्लाइमेटेशन और कैरिंग कैपेसिटी का विशेष ध्यान रखा जाएगा। लोक निर्माण विभाग, नेशनल हाइवे और बीआरओ को निर्देश दिए गए हैं कि चारधाम रूट की सभी सड़कों को समय से दुरुस्त कर लें। इस बार चारधाम यात्रा पर यात्रियों के लिए 4 तरह से पंजीकरण की व्यवस्था की गई है।

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Chardham Yatra 2023 : 22 अप्रैल से शुरू होगी यात्रा

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि इस बार चारधाम यात्रा की शुरुआत 22 अप्रैल से होगी। केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को तो बद्रीनाथ के कपाट 27 अप्रैल को खुलेंगे। परंपरा के अनुसार 22 अप्रैल को अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलेंगे।

श्रद्धालु ऐसे करा सकते हैं रजिस्ट्रेशन

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में मंगलवार को सचिवालय में चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक हुई थी। इसके बाद जारी बयान में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण शुरू हो गए हैं। पर्यटन विभाग का पोर्टल सुबह सात बजे खुला रहेगा। श्रद्धालु पर्यटन विभाग की वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in या वॉट्सअप नंबर 8394833833 या टोल फ्री नंबर 1364 के जरिए भी रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।

Chardham Yatra 2023 : बड़ी संख्या में आ सकते हैं श्रद्धालु

पिछले साल की तरह इस बार भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। जीएमवीएन के गेस्ट हॉउसों की पिछले 4 दिनों में ढाई करोड़ की बुकिंग की जा चुकी है। मंगलवार से शुरू पंजीकरण के तहत अब तक बद्रीनाथ व केदारनाथ के लिए 9 हजार यात्री पंजीकरण करा चुके हैं। धामों में कतार प्रबंधन के लिए स्लॉट टोकन व्यवस्था की शुरुआत की गई है। कंट्रोल रूम की स्थापना के निर्देश दिए गए हैं।

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सुरक्षा के लिए सभी व्यवस्थाएं करने के निर्देश

सतपाल महाराज ने कहा कि सड़कों की निगरानी के लिए लोक निर्माण विभाग को एप बनाने के निर्देश दिए गए हैं। जिन स्थानों पर अधिकांश मार्ग अवरुद्ध होते हैं, ऐसे स्थानों का चिन्हीकरण कर जेसीबी आदि की तैनाती की व्यवस्था की जाएगी। मार्ग अवरुद्ध होने पर मार्ग खोलने के लिए मशीनें तैनात होंगी. जेसीबी, पोकलेन, रिकवरी वैन व बुलडोजर की व्यवस्था के साथ सुपरवाइजर और चालकों के मोबाइल नंबर की उपलब्धता की जाएगी। क्रैश बैरियर व साइनेज भी लगाए जाएंगे।

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