मणिपुर में फिर भड़की हिंसा, 9 लोगों की मौत, 10 घायल
Violence in Manipur: मणिपुर में 3 मई से जारी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। इस बीच मैतेई बहुल कांगपोकी जिले में हुए हमले में 9 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 10 लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज जारी है। पुलिस ने बताया कि मंगलवार रात करीब एक बजे कांगपोकी से सटे खामेलोक गांव और इंफाल पूर्वी जिले में हमला किया गया। हमलावर अत्याधुनिक हथियारों से लैस थे। मारे गए सभी लोग खामेलोक गांव के हैं। इस घटना के अलावा मंगलवार को बिष्णुपुर जिले में भी मंगलवार को हिंसा हुई। यहां फौगाकचाओ इखाई गांव में कुकी समुदाय के लोग मैतेई इलाकों में बंकर बनाने की कोशिश कर रहे थे। इस दौरान कुकी लोगों और सुरक्षा बलों के बीच फायरिंग हुई।
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वहीं सोमवार रात भी खमेनलोक इलाके में गोलीबारी हुई थी, जिसमें 9 लोग घायल हुए थे। हिंसा के चलते राज्य में इंटरनेट पर 15 जून तक बैन बढ़ा दिया गया। कुछ इलाकों में कर्फ्यू में ढील भी दी गई है। नॉर्थ-ईस्ट कोऑर्डिनेशन काउंसिल के प्रेसिडेंट और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा आज मणिपुर हिंसा को लेकर गृहमंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात करेंगे। सरमा शाह को मणिपुर के ताजा हालात की रिपोर्ट देंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक गृहमंत्री ने सरमा को मणिपुर में हिंसा को कंट्रोल करने के लिए जरूरी कदमों का फ्रेमवर्क तैयार करने काम सौंपा था। सरमा 10 जून को मणिपुर गए थे, जहां उन्होंने राज्य के CM एन बीरेन सिंह और अन्य अधिकारियों से मुलाकात की थी। (Violence in Manipur)
इधर, मणिपुर में एक बार फिर RAF के जवान सिंगजमेई युमनाम लीकाई और मोइरांगखोम में मंगलवार तड़के निजी वाहनों और रिहायशी घरों की खिड़कियों को तोड़ते हुए दिखे। जानकारी के मुताबिक इन्होंने 10 वाहनों के शीशे और दो घरों की खिड़कियों के कांच तोड़े हैं। बताया जा रहा है कि RAF के ये जवान मंगलवार तड़के करीब 2:20 बजे सिंगाजामेई से मोइरांगखोम की ओर जा रहे थे तभी उन्होंने शीशे तोड़े। मणिपुर में जारी हिंसा में अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। 320 घायल हैं और 47 हजार से ज्यादा लोग 272 राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं। वहीं 10 जून को राज्य के 11 अफसरों का तबादला कर दिया गया। इनमें IAS और IPS अफसर शामिल हैं। बता दें कि कुकी और मैतेई समुदाय के बीच आरक्षण मुद्दे को लेकर हिंसा हो रही है। (Violence in Manipur)