छठ महापर्व का तीसरा दिन, आज डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देंगी व्रती

Chhath Puja: छठ महापर्व का आज तीसरा दिन है। छठ का व्रत आरोग्य, समृद्धि और संतान के लिए रखा जाता है। ये 36 घंटे का निर्जला व्रत होता है। मान्यता है कि इस व्रत से अमोघ फल की प्राप्ति होती है। आज सभी छठ व्रती डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देंगी। छठ पूजा की एक-एक विधि और नियम कायदे का अपना अलग धार्मिक और पौराणिक महत्व है। पूजा के तीसरे दिन शाम के समय भगवान सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा है। इस दौरान सभी व्रती श्रद्धालु अपनी-अपनी बांस की टोकरी में पूजा सामग्री के साथ फल, ठेकुआ और चावल के लड्डू भी रखते हैं। इस दौरान पूरे अर्घ्य के सूप को भी सजाया जाता है।

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जब पूरे विधि-विधान से पूजा हो जाती है फिर सभी व्रती अपने परिजनों के साथ मिलकर डूबते सूरज देवता को अर्घ्य देते हैं। यानी आज डूबते सूर्य की उपासना की जाएगी। छठ पूजा का पहला अर्घ्य इस साल 30 अक्टूबर को यानी आज दिया जाएगा। आज सूर्यास्त का समय 05 बजकर 34 मिनट से शुरू होगा। इसलिए इस समय को आपको जरूर नोट कर लेना चाहिए। शनिवार की रात खरना का प्रसाद खाने के बाद से व्रती निर्जला उपवास कर रहे हैं। (Chhath Puja)

अर्घ्य के वक्त राजधानी पटना समेत पूरे बिहार के घाटों पर हजारों की भीड़ जुटेगी। इसके लिए सभी जिलों में प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है। वहीं चौथे और आखिरी दिन उगते हुए सूर्य को दूसरा अर्घ्य दिया जाएगा और अर्घ्य देने के बाद व्रत का पारण किया जाएगा। बड़ी संख्या में लोगों ने अपने घर के आंगनों, बगीचों और छतों पर भी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए पानी जमा किया है। इसी पानी में उतर कर व्रती फलों से भरा सूप उठाएंगे और सूर्य को अर्पित करेंगे। यह इस भावना के साथ है कि जिस सूर्य ने हमें अन्न दिया, हम सबसे पहले उसे श्रद्धा भाव के साथ अर्पित कर रहे हैं। (Chhath Puja)

पर्व के जरिए सूर्य से सीधे जुड़ने की बात है। बीच में कोई माध्यम नहीं है। राजधानी के गंगा घाटों खासकर कलेक्ट्रेट घाट, दरभंगा हाउस काली घाट, रानी घाट, गांधी घाट, लॉ कॉलेज घाट, गाय घाट, पटना कॉलेज घाट, दीघा 95 नंबर घाट, पाटी पुल घाट, दीघा ब्रिज के पास के घाट समेत कई गंगा घाटों पर व्रतियों की सुविधा के लिए सभी व्यवस्था की गई है। पटना के फुलवारी शरीफ स्थित प्रखंड परिसर शिव मंदिर घाट पर 20 से 25 मोहल्लों के लोगों के अलावा बिहार और बाहर के राज्यों से छठ व्रत करने के लिए महिला-पुरुष पहुंचते हैं। (Chhath Puja)

चौथा दिन- उगते सूर्य को अर्घ्य

चौथे दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। ये अर्घ्य लगभग 36 घंटे के व्रत के बाद दिया जाता है। 31 अक्टूबर को यानी कल उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। कल सूर्योदय 6 बजकर 27 मिनट पर होगा। इस उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद इस विराट महापर्व और छठ मैया के व्रत का समापन होगा। (Chhath Puja)

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