राम जन्मभूमि मंदिर की नई तस्वीरें आई सामने, जनवरी में PM मोदी करेंगे मंदिर का उद्घाटन

Ram Janmabhoomi Temple: उत्तरप्रदेश में अयोध्या में राम मंदिर का कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। राम मंदिर के निर्माण में लगे एक व्यक्ति ने बताया कि हम मंडप के आधार पर मूर्तियां बना रहे हैं। हमें सब चीज का ध्यान रखना पड़ता है, जैसे पहनावा, मुद्रा आदि। राम मंदिर की नई तस्वीरें सामने आई हैं। ये फर्स्ट फ्लोर की हैं। ग्राउंड फ्लोर का छत बनने के बाद फर्स्ट फ्लोर के ऊपर खंभा बनाया जा रहा है। फर्स्ट फ्लोर पर ही राम दरबार बनाया जाएगा। ग्राउंड फ्लोर के गर्भगृह में रामलला अपने चारो भाइयों और हनुमान जी के साथ विराजमान होंगे।

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राम मंदिर के बाहर 8 एकड़ में परकोटा बनाया जा रहा है, जिसका आकार 800 गुणा 800 मीटर है। गर्भगृह के बाहर मंडप की नक्काशी की जा रही है। राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य ने बताया कि साल 2024 में मकर संक्रांति के बाद शुभ मुहूर्त पर प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। पहली चैत्र राम नवमी पर सूर्य की किरण भगवान के ललाट पर पड़ेगी। इसकी व्यवस्था की जा रही है। 300 से 400 लोग एक साथ राम लला के दर्शन कर सकते हैं। ग्राउंड फ्लोर पर फर्श, लाइट और कुछ नक्काशी होना बाकी है। ज्यादातर काम पूरा कर लिया गया है। भगवान की मूर्ति का काम तय समय से पूरा कर लिया जाएगा। (Ram Janmabhoomi Temple)

वहीं श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने बताया कि ग्राउंड फ्लोर में पांच मंडप हैं। मंडप राम मंदिर के आकर्षण का प्रमुख केंद्र होगा। मुख्य मंडप से भगवान की पताका फहराएंगे। ग्राउंड फ्लोर का ढांचा बनकर तैयार है। मंदिर के गर्भगृह की दीवार और छत बन चुकी है। फर्श और बाहर का काम बाकी है। मंदिर के ग्राउंड फ्लोर में 166 खंभों पर मूर्तियों को उकेरने का काम चल रहा है। मंदिर के गर्भगृह में लगे 6 खंभे सफेद संगमरमर के हैं, जबकि बाहरी खंभे पिंक सैंडस्टोन से बनाए गए हैं। (Ram Janmabhoomi Temple)

ट्रस्ट के सदस्य के मुताबिक साल 2024 में चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को राम नवमी के दिन भगवान का जन्म उत्सव मनाया जाएगा। राम जन्म के समय ठीक दोपहर 12:00 बजे सूर्य की किरण कुछ देर के लिए रामलला की मूर्ति पर पड़ेगी। इससे जन्म के समय रामलला का दर्शन बहुत ही दिव्य और भव्य होगा। खगोल शास्त्र के लोग इसे लेकर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम के जन्म के समय बहुत तेज धूप होती है। इसके साथ मंद ,शीतल हवाएं सरयू के जल को स्पर्श करते हुए भगवान के पास पहुंचती है। सरयू में लहरें तेज हो जाती हैं। 25 हजार यात्रियों के ठहरने और सुविधाओं से जुड़े केंद्र का निर्माण चल रहा है। रामलला तक पहुंचने के लिए 700 मीटर लंबा रास्ताहै। इस रास्ते पर फीनिशिंग चल रही है। लोग मंदिर के बनने का बेसब्री से इंतजार कर रही है। (Ram Janmabhoomi Temple)

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