छत्तीसगढ़ में 26 जून से शुरू होंगे सभी स्कूल, छात्रों से संस्कृत पढ़ने की अपील
Chhattisgarh Schools: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा प्रदेश में भीषण गर्मी और लू से बच्चों की सुरक्षा के लिए ग्रीष्मकालीन अवकाश बढ़ाने के दिए गए हैं। निर्देश के परिपालन में छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा मंत्रालय से आदेश जारी कर दिया गया है। ग्रीष्म कालीन अवकाश की अवधि 16 जून से 25 जून तक बढ़ा दी गई है। स्कूल 26 जून से शुरू होंगे। (Chhattisgarh Schools)
यह भी पढ़ें:- स्वास्थ्य मंत्री TS सिंहदेव ने ली समीक्षा बैठक, मातृत्व और शिशु स्वास्थ्य की रिपोर्टिंग दुरुस्त करने के दिए निर्देश
वहीं स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि वर्तमान में प्रदेश में पड़ रही भीषण गर्मी और लू को दृष्टिगत रखते हुए, राज्य शासन ग्रीष्मकालीन अवकाश की अवधि में 16 जून 2023 से 25 जून 2023 तक बढ़ोतरी करता है। प्रदेश में स्कूल 26 जून 2023 से फिर शुरू होंगी। वहीं छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामंडलम के अध्यक्ष सुरेश कुमार शर्मा ने कक्षा 11 वीं में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों से अपील की है कि वे छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के पाठयक्रम अनुसार भाषा समूह में हिन्दी या अंग्रेजी और संस्कृत में से किन्ही दो भाषाओं के विकल्प में संस्कृत का चयन करें। (Chhattisgarh Schools)
कला संकाय में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थी संस्कृत को एक विषय के रूप में चयन कर पढ़ सकते हैं। पाठ्यक्रम के प्रावधान अनुसार अंग्रेजी के साथ संस्कृत की पढ़ाई की जा सकती है। सुरेश कुमार शर्मा ने कहा है कि संस्कृत पढ़ने वाले को हिन्दी का समुचित ज्ञान हो सकता है। संस्कृत हमारे देश की प्राचीनतम भाषा है। इसे सभी भाषाओं की जननी माना जाता है। इसका विशेष संबंध हमारे संस्कृति के ज्ञान से है। इस भाषा से हमारे प्राचीन साहित्य का ज्ञान होता है। साथ ही शुद्धोच्चारण और विचारों की अभिव्यक्ति में इसका व्यापक प्रभाव होता है। हायर सेकेण्डरी के बाद उच्च शिक्षा के क्षेत्र में संस्कृत का अध्ययन किया जा सकता है। रोजगार की दृष्टि से अन्य विषयों के सामान ही संस्कृत का महत्व है। डॉ. शर्मा ने उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्यो और संस्कृत के व्याख्याताओं से आग्रह किया है कि वे छात्रों के संस्कृत विषय के चयन के लिए निर्धारित पाठ्यक्रमानुसार उनका मार्गदर्शन करें।