भारत का पहला प्राइवेट रॉकेट लॉन्च, जानिए क्या है खासियत

Rocket Vikram-S Launch: भारत का पहला प्राइवेट रॉकेट विक्रम-S लॉन्च हो गया है। ये रॉकेट आवाज की गति से पांच गुना ज्यादा स्पीड से अंतरिक्ष की ओर गया। बता दें कि आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में भारत का पहला निजी रॉकेट ‘विक्रम-एस’ का प्रक्षेपण हुआ। यह स्काईरूट एयरोस्पेस द्वारा बनाया गया है, जिसके मिशन का नाम ‘प्रारंभ’ रखा गया है। विक्रम-एस रॉकेट ने श्रीहरिकोटा में ISRO के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से उड़ान भरी।

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INSPACe के अध्यक्ष पवन कुमार गोयनका ने कहा कि मुझे मिशन प्रारंभ – स्काईरूट एयरोस्पेस की शुरुआत के सफल समापन की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। यह भारत के निजी क्षेत्र के लिए नई शुरूआत है जो अंतरिक्ष के क्षेत्र में कदम रखने जा रहे हैं और एक ऐतिहासिक क्षण हैं। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि यह भारत के स्पेस इकोसिस्टम को विकसित करने के लिए एक बड़ा कदम है और विश्व समूह के समुदाय में एक सीमावर्ती राष्ट्र के रूप में भी उभर रहा है। यह भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए भी एक महत्वपूर्ण मोड़ है। (Rocket Vikram-S Launch)

विक्रम-S 81.5 किमी की ऊंचाई पर तीन पेलोड सफलता से इजेक्ट किए। 89.5 किमी. की अधिकतम ऊंचाई हासिल की और फिर समुद्र में स्प्लैश डाउन हो गया। लॉन्चिंग के साथ ही इसे बनाने वाले 4 साल पुराने स्टार्टअप स्काईरूट एयरोस्पेस के नाम एक बड़ी उपलब्धि दर्ज हो गई है। कंपनी का कहना है कि इससे सैटेलाइट लॉन्चिंग कैब बुक करने जितनी आसान हो जाएगी। (Rocket Vikram-S Launch)

स्काईरूट एयरोस्पेस कंपनी ने विक्रम सीरीज के रॉकेट को डेवलेप किया है। इस सीरीज में तीन रॉकेट विक्रम-I, विक्रम-II विक्रम-III हैं। इन तीनों की लॉन्चिंग से पहले विक्रम-S रॉकेट की लॉन्चिंग होनी है, जो एक सबआर्बिटल रॉकेट है। ये एक सिंगल-स्टेज सब-ऑर्बिटल लॉन्च व्हीकल यानी रॉकेट है, जो तीन पेलोड को स्पेस में लॉन्च करेगा। स्काईरूट ने भारत के स्पेस प्रोग्राम के जनक कहे जाने वाले महान वैज्ञानिक विक्रम साराभाई के सम्मान में अपने लॉन्च व्हीकल यानी रॉकेट का नाम विक्रम रखा है। इस मिशन की कामयाबी स्काईरूट कंपनी के लिए बेहद अहम होगी। (Rocket Vikram-S Launch)

विक्रम-S रॉकेट स्काईरूट के लिए विक्रम सीरीज रॉकेट की लॉन्चिंग के लिए एक टेस्टिंग की तरह है। दरअसल, विक्रम-S रॉकेट की करीब 80% टेक्नोलॉजी वही है, जो स्काईरूट के ऑर्बिटल रॉकेट विक्रम-1 में इस्तेमाल की गई है, जिसे अगले साल लॉन्च करने की योजना है। स्काईरूट कंपनी का कहना है कि इस लॉन्चिंग के दौरान रॉकेट के सॉलिड फ्यूल इंजन कलाम-1 के प्रदर्शन की सबसे करीब से निगरानी की जाएगी। विक्रम-S रॉकेट की लॉन्चिंग से भारत में स्पेस सेक्टर में प्राइवेट कंपनियों के आने का रास्ता खुलेगा, जिसे 2020 में प्राइवेट सेक्टर के लिए खोला गया था।  (Rocket Vikram-S Launch)

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