सीएम योगी का बड़ा बयान, बोले – ज्ञानवापी अगर मस्जिद है तो वहां त्रिशूल क्या कर रहा था?

Gyanvapi Survey: ज्ञानवापी के एएसआई सर्वें को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बड़ा बयान सामने आया है. सीएम योगी ने कहा कि अगर ज्ञानवापी को मस्जिद कहेंगे तो उस पर विवाद होगा ही. उन्होंने कहा कि इसे लेकर मुस्लिम पक्ष की ओर से एतिहासिक गलती हुई है मुझे लगता है कि ये प्रस्ताव तो मुस्लिम समाज की ओर से आना चाहिए.

ज्ञानवापी की दीवारें दे रही हैं गवाही

सीएम योगी आदित्यनाथ ने ज्ञानवापी को लेकर बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी की दीवारें चीख-चीखकर गवाही दे रही हैं। हमें वहां की स्थिति को दिखा रही हैं। ज्ञानवापी के मसले पर ऐतिहासिक गलती हुई है। इसलिए इसे मस्जिद कहना गलत होगा। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि हमलोगों ने वहां त्रिशूल तो नहीं रखा? इस गलती पर मुस्लिम समाज की ओर से प्रस्ताव आना है। इसे मस्जिद कहने पर विवाद होगा। सीएम योगी ने दावा किया कि मस्जिद के भीतर ज्योतिर्लिंग है। देव प्रतिमाएं हैं। सरकार इस विवाद का समाधान चाहती है। 3 अगस्त को ज्ञानवापी के एएसआई सर्वे केस में इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले के पहले सीएम योगी आदित्यनाथ के बयान को अब काफी अहम माना जा रहा है।

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योगी ने ममता पर निशाना साधा

सीएम योगी आदित्यनाथ ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी जोरदार निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मैं पिछले सवा 6 साल से यूपी का मुख्यमंत्री हूं। 2017 से यूपी में कोई दंगा तो नहीं हुआ। देखिए तो कैसे चुनाव होते हैं। नगर निकाय, पंचायत चुनाव, विधानसभा का चुनाव सभी शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न कराए गए हैं। पश्चिम बंगाल में भी पंचायत का चुनाव हुए थे, क्या हाल हुआ था? वे लोग पश्चिम बंगाल में शांतिपूर्ण माहौल नहीं बनाना चाहते हैं। सीएम योगी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी की सरकार ने जिस प्रकार की स्थिति पैदा की है। (Gyanvapi Survey)

सीएम योगी ने कहा कि देश में भी कुछ लोग सत्ता में आकर जबरन पूरी व्यवस्था को कैद कर लेना चाहते हैं। पश्चिम बंगाल में जिस प्रकार की स्थिति हमें देखने को मिली है, वैसी स्थिति पैदा कने का प्रयास किया जा रहा है। सीएम योगी ने कहा कि कैसे वहां विरोधी दलों के कार्यकर्ताओं को मारा गया? ये चीजें आंखों को खोलने वाली हैं। इस मसले पर तो कोई बोलता तक नहीं है।

ज्ञानवापी परिसर के सर्वे (Gyanvapi Survey) का मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट में चल रहा है. हिन्दू पक्ष जहां इस सर्वे को कराए जाने की मांग कर रहा है तो वहीं मुस्लिम पक्ष की ओर से सर्वे पर रोक लगाने की मांग की गई है. इस मामले पर दोनों पक्षों की दलीलें पूरी हो चुकी हैं और जल्द ही कोर्ट भी इस पर अपना फैसला दे सकती है.

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