फिर डरा रहा कोरोना: अब कब लगेगी वैक्सीन की चौथी डोज? सरकार ने दिया बड़ा अपडेट

Corona JN.1 Variant : एनआईवी के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक के मुताबिक, वायरस को पृथक करने के लिए हेवी वायरल लोड की आवश्यकता होती है। साल 2020 में जब पहली बार कोरोना को पृथक किया जा रहा था उस दौरान नमूने में हेवी वायरल लोड न होने की वजह दो बार असफलता मिली थी। इस बार केरल के अस्पतालों में गंभीर रूप से भर्ती मरीजों को चुना गया और उनके नमूने मंगाकर स्वरूप को अलग करने का काम शुरू किया गया है।

एनआईवी के अनुसार, जेएन.1 उप स्वरूप को लेकर विश्व में काफी कम साक्ष्य मौजूद हैं। अभी तक जीनोम सीक्वेंसिंग और उससे प्राप्त आनुवंशिक चार्ट के अलावा और कुछ हमारे पास नहीं है। आइसोलेशन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद हमारे पास जीवित वायरस होगा, जिसका इस्तेमाल अध्ययनों में कर सकेंगे।

यह भी पढ़े :- आज होगा सीएम मोहन यादव का मंत्रिमंडल विस्तार, ये विधायक ले सकते हैं शपथ

नए वैरिएंट जेएन.1 (Corona JN.1 Variant) की गंभीरता को देखते हुए हर कोरोना पॉजिटिव केस के सैंपल सेंटर की लैब तक पहुंचाने को कहा है। देश में मौजूदा हालातों को देखते हुए सरकार ने बड़ा अपडेट दिया है। बताया है कि क्या इस संकट में लोगों को वैक्सीन की चौथी डोज की जरूरत है? और अगर है तो वैक्सीन की चौथी डोज कब तक लगेगी! उधर, सीरम इंस्टीट्यूट ने ओमिक्रॉन के इस नए वैरिएंट से लड़ने के लिए नई वैक्सीन पर काम करना शुरू कर दिया है।

सर्दियों के साथ ही कोरोना ने एक बार फिर मुश्किल खड़ी कर दी है। इस बार कोरोना जेएन.1 वैरिएंट के साथ लोगों के बीच आया है। यह ओमिक्रॉन का सब वैरिएंट है, जो सबसे पहले सिंगापुर में पकड़ा गया। सिंगापुर के बाद चीन और अमेरिका के साथ यह दुनिया के 40 से ज्यादा देशों में लोगों को अस्पताल पहुंचा चुका है। WHO ने भी इसे खतरनाक बताते हुए ‘इंटरेस्ट ऑफ वैरिएंट’ का टैग दिया है।

वैक्सीन की चौथी डोज

भारत SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के प्रमुख एनके अरोड़ा ने बताया कि जेएन.1 वैरिएंट का देश में मिलता चिंताजनक जरूर है लेकिन, मामलों में वृद्धि और इस नए वैरिएंट के बढ़ते केसों को देखते हुए अभी यह कहा जा सकता है कि टीके की चौथी बूस्टर खुराक की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा, “केवल 60 वर्ष से अधिक आयु के वे लोग जिन्हें सांस लेने में दिक्कत समेत अन्य गंभीर बीमारियां हैं और उच्च जोखिम वाले मरीज एहतियाती तौर पर तीसरी खुराक ले सकते हैं, अगर उन्होंने वह खुराक नहीं ली है। फिलहाल आम लोगों को चौथी डोज की जरूरत नहीं है। हम लोगों को बिना घबराते हुए सावधानी बरतने की सलाह देते हैं।”

गौरतलब है कि रविवार को अपडेट केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत में एक दिन में 656 कोरोना केस सामने आए। इसके बाद एक्टिव केस बढ़कर 3,742 हो गए हैं। 24 घंटे की अवधि में केरल में एक नई मौत के साथ मरने वालों की संख्या 5,33,333 दर्ज की गई है। ” (Corona JN.1 Variant)

Related Articles

Back to top button