
अमरावती/भुवनेश्वर: बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) में उठा चक्रवात ‘जवाद’ (Cyclone Jawad) के आज (शनिवार, 04 दिसंबर) उत्तरी आंध्र प्रदेश में पहुंचने की संभावना है. तूफान आंध्र प्रदेश, ओडिशा और बंगाल में सबसे अधिक कोहराम मचा सकता है. जानमाल के संभावित नुकसान से बचने के लिए आंध्र प्रदेश सरकार (Andhra Pradesh Government) ने तीन जिलों से 54,008 से अधिक लोगों को वहां से निकाला है और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है. बचाव दल ने श्रीकाकुलम जिले से 15,755, विजयनगरम से 1,700 और विशाखापत्तनम से 36,553 लोगों को निकाला है.
सरकार ने स्कूलों और सामुदायिक हॉलों में 197 राहत शिविर स्थापित किए हैं. राज्य में राष्ट्रीय आपदा राहत बल (NDRF) की 11 टीमों को तैनात किया गया है, जबकि राज्य आपदा राहत बल (SDRF) की पांच टीमें और तटरक्षक बल की छह टीमें भी तैनात की गई हैं.
तूफान को देखते हुए राज्य सरकार ने आदेश दिया है कि ग्राम पंचायतें और जिला कलेक्ट्रिएट दिन-रात काम करेंगी. किसी भी हालात से निपटने के लिए दो हेलीकॉप्टर स्टैंडबाय पर रखे गए हैं. सरकार ने एक करोड़ रुपये भी जारी किए हैं.
उधर, ओडिशा सरकार ने चक्रवाती तूफान ‘जवाद’ को देखते हुए राज्य के 19 जिलों में स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है. स्कूल और जन शिक्षा विभाग के आदेश के अनुसार, ओडिशा के 19 जिलों में विभाग से संबद्ध सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी स्कूल चक्रवात ‘जवाद’ के मद्देनजर 4 दिसंबर को बंद रहेंगे.