ED Raids: मोबाइल कंपनी Vivo के 44 ठिकानों पर ED की छापेमारी, इसलिए रडार पर आई कंपनी

ED Raids: ED ने चीनी मोबाइल बनाने वाली कंपनी Vivo के 44 ठिकानों पर छापेमारी की है। ED ने कंपनी से जुड़ी फर्मों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस में उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, बिहार, झारखंड, पंजाब और हरियाणा समेत देशभर के 44 जगहों पर तलाशी ली है। चीनी मोबाइल फोन कंपनियां IT और ED के निशाने पर हैं। ED ने इस साल फरवरी में शाओमी के अवैध रूप से पैसा भेजने के मामले में जांच शुरू की थी। प्रवर्तन निदेशालय यानी ED के मुताबिक शाओमी ने भारत में काम 2014 में शुरू किया और 2015 से पैसा भेजना शुरू किया। इस मामले में CBI भी पहले से ही जांच कर रही है।

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बता दें कि चाइना की अन्य कंपनियों की तरह वीवो भी IT और ED के रडार पर है। अप्रैल में जांच की मांग की गई थी कि क्या वीवो की ऑनरशिप और फाइनेंशियल रिपोर्ट में गड़बड़ी है या नहीं। ED, CBI के साथ कॉरपोरेट मामलों का मंत्रालय भी इन कंपनियों से जुड़े फर्मों पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। 6 महीने पहले शाओमी, वनप्लस और ओप्पो के कई ठिकानों पर छापेमारी हुई थी। मोबाइल फोन बनाने वाली चीनी कंपनी शाओमी पर ED ने छापेमारी की कार्रवाई की थी। इसके बेंगलुरु स्थित ऑफिस से अप्रैल में ED ने 5 हजार 551 करोड़ रुपए की रकम जब्त की थी। (ED Raids)

पैसा देश से बाहर भेजने का आरोप

शाओमी कंपनी पर अपनी कमाई को गैरकानूनी तरीके भारत से बाहर भेजने का आरोप था। कंपनी ने ये हेराफरी इसी महीने फरवरी में की थी, जिसके बाद संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई की गई थी। ED का कहना था कि टेक कंपनी रॉयल्टी के नाम पर इस तरह के बड़े अमाउंट की हेराफेरी चीन में मौजूद अपनी पेरेंट कंपनी के इशारे पर कर रही थी। इसे अमेरिका में मौजूद शाओमी ग्रुप कंपनी को भी भेजा गया था। वहीं इनकम टैक्स डिपॉर्टमेंट ने फरवरी में हुवावे के कार्यालयों में भी छापेमारी की थी। जांच एजेंसी की ये तलाशी दिल्ली, हरियाणा, गुरुग्राम और बेंगलुरु के ऑफिस में की गई थी। अधिकारियों ने टैक्स चोरी मामले में कुछ कागजात भी जब्त किए थे। (ED Raids)

भारत में चाइनीज कंपनियों का दबदबा

इधर, हुवावे ने एक बयान में कहा था कि भारत में कंपनी चलाने के लिए हम हर नियम का पालन कर रहे हैं। देश में मोबाइल मार्केट में चाइनीज कंपनियों का बहुत दबदबा है। शाओमी, ओप्पो और वीवो जैसी कंपनियां अच्छी कमाई कर रही हैं। इन सभी कंपनियों पर बीते कुछ सालों के दौरान रेगुलेटरी फाइलिंग और दूसरी तरह की रिपोर्टिंग में गड़बड़ी करने का आरोप है। इसके साथ ही देश के बाहर पैसा भेजने का भी आरोप है, जिसके बाद सरकार ने सभी के खिलाफ बड़ी जांच शुरू की थी। ये जांच कई एजेंसियां कर रही हैं। बता दें कि ED संपत्ति से जुड़े मामलों पर कार्रवाई करती है। संपत्ति से जुड़े केस में कई नेता, अधिकारी और अभिनेता जेल की हवा खा रहे हैं। (ED Raids)

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