आयुर्वेदिक दवा के नाम पर बेची जा रही नकली दवा, मामले में हुआ एक और खुलासा

Fake Medicine: छत्तीसगढ़ में आयुर्वेदिक दवा के नाम पर मिलावटी और नकली दवा बेची जा रही है, जिसे लेकर लगातार कार्रवाई जारी है। इसी बीच नकली दवा के गोरखधंधे में एक और खुलासा है। दरअसल, मिलावटखोर नकली आयुर्वेदिक दवा में 20 गुना मुनाफा कमा रहे थे। वे 35 रुपए के पाउडर को 699 रुपए में बेच रहे थे। रायपुर की बजरंग फार्मेसी और याशिका ट्रेडिंग कंपनी के पकड़े जाने के बाद ये खुलासा हुआ है। आरोपी सूर्यकांत बघेल और कमलनारायण साहू 35 रुपए में तैयार होने वाली एलोपैथिक दवा दवा के डब्बे को ग्राहकों को 699 रुपए में बेच रहे थे।

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इसी तरह सिमगा के शारदा मेडिकल स्टोर का संचालक गिरधारी देवांगन भी महज 5 से 7 रुपए की एलोपैथिक पेन किलर दवा को पीस कर उसे चंदा गोली के नाम से मनमानी कीमत पर बेच रहा था। बता दें कि तीनों दुकानों से अब तक 11 करोड़ रुपए से ज्यादा कीमत की नकली गोलियां जब्त की जा चुकी हैं। बता दें कि बीते दिनों रायपुर में आयुर्वेदिक दवा के नाम पर लोगों को ऐलोपैथिक और मिलावटी दवा बेचने के मामले का खुलासा हुआ था। औषधि प्रशासन विभाग ने इसके खिलाफ बड़ी कार्रवाई भी की है। इसमें फायदे के लिए लोगों की सेहत खिलवाड़ किया जा रहा था। (Fake Medicine)

कार्रवाई में अब तक 11 करोड़ रुपए से ज्यादा की नकली दवाएं जब्त की गई है। राजधानी में मिलावटी गोलियों को वातनाशक और दर्दनिवारक बता कर लोगों को धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। हर दिन हजारों की संख्या में बेची जा रही इन गोलियों की सूचना जब औषधि प्रशासन विभाग को मिली तो अधिकारियों ने जांच कराई, जिसमें एक बड़े गोरखधंधे का खुलासा हुआ। दवा के नाम पर बेची जा रही गोलियों और पाउडर में बड़ी मात्रा में एलोपैथिक दवा डायक्लोफिनाक और एसिक्लोफिनाक मिलाई जा रही थी, जिसके लगातार सेवन से किडनी और लीवर खराब होना तय है, लेकिन पैकेट में कहीं भी इसकी जानकारी नहीं दी गई। (Fake Medicine)

सीधे तौर पर कहा जाए तो रायपुर से लेकर गांव-गांव लोगों के सेहत खिलवाड़ किया जा रहा था। जांट रिपोर्ट आने पर अधिकारियों ने रायपुर के शंकर नगर, गीतांजलि नगर, बीरगांव का उमिया मार्केट और सिमगा समेत कई इलाकों में छापा मारा। सभी जगह बोरों और डब्बों में बंद 11 करोड़ रुपए से ज्यादा कीमत की गोलियां मिलीं। वाताहारी वटी गोलियां शंकर नगर, कृष्णा कॉम्प्लेक्स में याशिका ट्रेडिंग कंपनी के संचालक कमल नारायण साहू की ओर से बेची जा रही थी। जबकि गीतांजली नगर में बजरंग आयुर्वेदिक एंजेसी के मालिक सूर्यकांत बघेल इनकी पैकिंग करते थे। (Fake Medicine)

आरोपियों के मुताबिक वो करोड़ों की दवा बेच चुके हैं। सिमगा में शारदा मेडिकल स्टोर के संचालक गिरधारी देवांगन ने घर में ही गोलियों की फैक्ट्री खोल रखी थी, जहां से टीम ने एक ट्रक कच्चा माल बरामद किया है। पकड़े जाने के बाद सभी आरोपी एक दूसरे पर मिलावटी दवा बनवाने का आरोप लगा रहे हैं। ये पहली बार नहीं है कि रायपुर में नकली या मिलावटी दवा की खेप पकड़ी गई है। पैसों के लिए लोगों की जान खतरे में डालने वाले दलालों ने गांव-गांव की दुकानों तक अपनी पहुंच बना रखी है। (Fake Medicine)

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