चाणक्य ने इन 7 बातों से सावधान रहने की दी है सलाह, जानिए क्या है वो बातें

Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य की नीतियां और विचार भले ही थोड़े कठोर लगे, लेकिन ये कठोरता ही जीवन की सच्चाई है। हम लोग भागदौड़ भरी जिंदगी में इन विचारों को भले ही नजरअंदाज कर दें, लेकिन ये वचन जीवन की हर कसौटी पर आपकी मदद करेंगे। आचार्य ने अपनी नीतियों में बहुत कुछ लिखा है। उनके द्वारा बताई गई हर एक नीति मनुष्य को जीवन में लक्ष्य पाने के लिए प्रेरित करती हैं। यही वजह है कि आज भी लोग उनके द्वारा कही गई बातों को जरूर अपनाते हैं। आचार्य चाणक्य के इन्हीं विचारों में से आज हम एक और विचार का विश्लेषण करेंगे। आज का ये विचार उन बातों पर आधारित है, जिनसे आपको सावधान रहना चाहिए।

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आचार्य चाणक्य ने कई नीतियां पेश की हैं, जो आज के वक्त में भी प्रासंगिक हैं। चाणक्य की नीतियों में जिन बातों का उल्लेख किया गया है, उनका कोई तोड़ नहीं है। आचार्य चाणक्य की दूर​दर्शिता आज के वक्त में सही साबित होती दिख रही है। चाणक्य ने राजनीति से लेकर निजी जीवन तक के बारे में अचूक बातों का उल्लेख किया है। बता दें कि चाणक्य नीति में उन्होंने ऐसी 7 बात बताई हैं, जिसके पास आने मात्र से इंसान को दुख और परेशानी मिलती है। वो सात चीजें पैसा, भोग-विलास, स्त्री, राजा, काल, याचक और दुष्ट लोग हैं । (Chanakya Niti)

इन चीजों से सावधान रहने की सलाह

चाणक्य के मुताबिक स्त्री, राजा, याचक और दुष्ट लोगों से हमेशा संभलकर रहना चाहिए। उनसे व्यवहार भी सोच समझकर करना चाहिए। नहीं तो परेशानी झेलनी पड़ सकती है । आचार्य ने अपने नीतियों में कहा है कि पैसों के मिलने से इंसान के अंदर घमंड का जन्म होता है। ऐसा कोई इंसान इस धरती पर नहीं है, जिसकी बुद्धि पैसा पाकर न बदलती हो। इंसान भोग और विलास के चक्कर में खूब फंसता है, जो भी इसमें पड़ा रहता हो और जिसे खुद पर कंट्रोल नहीं रहता वो हमेशा मानसिक और शारीरिक तौर से दुखी ही रहता है। स्त्रियों के कारण से इंसान को जीवन में कभी ना कभी दुख और परेशानी का सामना करना ही पड़ता है, चाहें वह प्रेम के कारण हो या फिर किसी और कारण से। (Chanakya Niti)

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आचार्य चाणक्य का कहना है कि अच्छा और समझदार राजा या आज के जमाने में राजनेता जो न्यायप्रिय हो उसकी कृपा कभी किसी एक इंसान पर नहीं हो सकती है। ऐसा राजा सबके लिए मन में समान भाव ही रखता है और गलत होने पर अपने प्रिय को भी दंड देने से पीछे नहीं हटता है। चाणक्य कहते हैं हर इंसान की मृत्यु सुनिश्चित है, जीवन की असलियत मृत्यु ही है। इसलिए काल की दृष्टि से आज तक कोई नहीं बचा है। मांगने की आदत की वजह से सम्मान नहीं मिलताा। चीजें या पैसा मांगना जिस इंसान की आदत हो ऐसे लोगों को कभी सम्मान नहीं मिलता। (Chanakya Niti)

तक्षशिला में रहा महत्वपूर्ण योगदान

चाणक्य के अनुसार जिन लोगों की गंदी आदत होती है वह कभी नहीं बदलती। एक बार जो लोग दुष्ट और गलत लोगों की संगत में पड़ जाते हैं वो फिर से अच्छे इंसान नहीं बन पाते और कोई बन भी जाए तो जीवन में फिर कोई न कोई गलत काम कर ही बैठता है। आचार्य चाणक्य महान राजनीतिज्ञ और अर्थशास्त्री थे। आचार्य का भारत की दो प्रमुख शिक्षा संस्थाओं तक्षशिला और नालंदा विश्वविद्यालय में महत्वपूर्ण योगदान है। आचार्य ने पश्चिमी सीमाई राज्यों को आक्रांताओं के आक्रमण और अधिग्रहण से बाहर निकलने में सहायता की। मगध जनपद को धननंद के आतंक से मुक्त कराया।

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श्रेष्ठ विद्वानों में होती है गिनती

चाणक्य की गिनती भारत के श्रेष्ठ विद्वानों में की जाती है। चाणक्य को अर्थशास्त्र के साथ साथ समाजशास्त्र, राजनीति शास्त्र, कूटनीति शास्त्र और सैन्य शास्त्र के भी ज्ञाता थे। आचार्य चाणक्य का संबंध विश्व प्रसिद्ध तक्षशिला विश्व विद्यालय से भी था। चाणक्य ने तक्षशिला विश्व विद्यालय से शिक्षा प्राप्त की थी और बाद में वे इसी विद्यालय में आचार्य हुए। चाणक्य ने हर उस रिश्ते के बारे में भी जानने और समझने की कोशिश की जो मनुष्य को सबसे ज्यादा प्रभावित करते हैं। (Chanakya Niti)

कौटिल्य और विष्णुगुप्त से भी है पहचान

आचार्य चाणक्य जिन्हें कौटिल्य और विष्णुगुप्त के नाम से भी जाना जाता है, आचार्य चाणक्य का जन्म ईशा से 350 साल पहले हुआ था, जिन्होंने अर्थशास्त्र और नीतिशाश्त्र की रचना की थी। जिसे ‘चाणक्य नीति’ भी कहा जाता है। भले ही चाणक्य द्वारा लिखी गई बाते बहुत पुरानी हो, लेकिन उनके द्वारा कहे गए कथन आज भी उतने सटीक और सही साबित होती है। आचार्य चाणक्य की नीतियां और विचार भले ही आपको थोड़े कठोर लगे, लेकिन ये कठोरता ही जीवन की सच्चाई है। हम लोग भागदौड़ भरी जिंदगी में इन विचारों को भले ही नजरअंदाज कर दें, लेकिन ये वचन जीवन की हर कसौटी पर आपकी मदद करेंगे। (Chanakya Niti)

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