
Governor Deka in Bastar: राज्यपाल रमेन डेका ने बस्तर दौरे के दौरान जगदलपुर स्थित कलेक्टर कार्यालय के प्रेरणा सभाकक्ष में अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी की सोच और आइडिया को जिले में नवाचार की गतिविधियों में उपयोग किया जा सकता है, ताकि विकास की गतिविधियों में उनका योगदान हो। उन्होंने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को कहा कि सभी पेड़-पौधे लगाएं और उसे बड़ा करने में आवश्यक सहयोग करें, सामुदायिक सहभागिता से ही पर्यावरण के आवश्यक अंगों को बचाया जा सकता है। जल और जंगल मानव जीवन के लिए आवश्यक इसलिए इनका संरक्षण करना जरूरी है।
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बैठक में राज्यपाल ने जगदलपुर जिले में टीबी उन्मूलन की गतिविधियों और रोगियों को फूड बास्केट से सेहत में सुधार की कार्य योजना बनाने, जिले में वृद्धाश्रम, दिव्यांग बच्चों के लिए संचालित केंद्रों की स्थिति, जल संरक्षण, रेडक्रास सोसायटी की गतिविधि, नशा मुक्ति अभियान, योग के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं, शाला त्यागी बच्चों को फिर शिक्षा से जोड़ने की पहल, जैविक खेती को प्रोत्साहित करने और जिला प्रशासन की कचरा प्रबंधन की गतिविधियों का संज्ञान लिया और आवश्यक निर्देश दिए। इस अवसर राज्यपाल के सचिव आर प्रसन्ना, कमिश्नर डोमन सिंह, IG सुंदरराज पी., कांकेर DIG अमित काम्बले, कलेक्टर हरिस एस, पुलिस अधीक्षक शलभ सिंहा समेत कई अधिकारी उपस्थित रहे। (Governor Deka in Bastar)
राज्यपाल ने बस्तर कलेक्टर कार्यालय परिसर में एक पेड़ मां के नाम पर रुद्राक्ष पौधे का रोपण किया। वहीं दंतेवाड़ा प्रवास के दौरान वन विभाग की ओर से निर्मित वन मंदिरवाटिका का भ्रमण किया। इस अवसर पर उन्होंने कदम के पौधे का रोपण किया। साथ ही वन मंदिर वाटिका पर्यटन और पर्यावरण की दृष्टि से की गई सराहनीय पहल की तारीफ की। राज्यपाल को वनमंडल अधिकारी (डीएफओ) ने वन मंदिर की संरचना और उसके महत्व की विस्तृत जानकारी दी। राज्यपाल डेका ने अपने एक दिवसीय दंतेवाड़ा दौरे के दौरान बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी की दर्शन और पूजा-अर्चना कर प्रदेश की जनता की सुख-समृद्धि-खुशहाली की कामना की। (Governor Deka in Bastar)