राशिफल मंगलवार 26 अक्टूबर 2021 एवं सुखी जीवन के उपाय : दान (उपाय मन्त्र हिन्दू एवं जैन धर्म ) 26अक्टूबर 2021, कार्तिक कृष्ण पक्ष, वैदिक मास-उर्जा, शरद ऋतु ,दक्षिणायन सूर्य, दिन- मंगलवार। तिथि- पंचमी । चन्द्र राशी –मिथुन। व्रत- कार्तिक स्नान। कार्य सिद्ध सफल योग –16:11तक। पंचक-नहीं ,भद्रा –नहीं।
वर्षा योग प्रबल –कही आंशिक एवं कही प्रबल वर्षा योग-(17-27अक्टूबर) :भारत के मध्य एवं दक्षिण में एवं मध्य प्रदेश के मध्य क्षेत्र , पश्चमी भाग में एवं अन्य प्रदेशों के दक्षिणी , पर्वतीय एवं केरल बंगलौर में वर्षा योग 20 तक प्रबल इसके बाद भी वर्षा योग मंगल ग्रह के कारण 27अक्टूबर तक बने रहेंगे |तापमान में विगत 03 वर्षों की तुलना में अक्टूबर माह में न्यूनता या गिरावट रहेगी |
“भविष्य-—11सितम्बर से मध्यनवम्बर तक –“क’ “अ” “ग” “स” “र” “ल” अक्षर से प्रारंभव्यक्ति,वस्तु,स्थान,संस्थान,प्रदेश,देश के लिए उत्तरोत्तर असुविधा,व्यय,कष्ट,आकस्मिक विपदा पूर्ण रहेगा |राशी एवं लग्न कोई हो प्रचलित नाम के प्रभाव होगे,इसलिए सूर्य,चन्द्र की उपासना,दान या सुयोग्य ज्योतिषी से परामर्श लेकर सही दिशा में उपाय आवश्यक एवं उपयोगी सिद्ध होंगे”
मंगल ग्रह प्रभाव -31 को मंगल ग्रह स्वाति नक्षत्र में प्रवेश करेगा , इसके अनावृष्टि के प्रभाव,अग्नि दर्घटना में वृद्धि प्रभाव दृष्टिगोचर होंगे। 31अक्टूबर तक- संगीत, नृत्य, अभिनय, शिल्प, कला ,व्यवसाय से जुड़े वर्ग के लिए एवं ब्राह्मण के लिए अशुभ समय होगा।
राशिफल मंगलवार 26 अक्टूबर 2021
मेष राशि (Aries) – चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ.
स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। आरोग्य और पराक्रम में वृद्धि होगी। प्रत्येक कार्य में सफलता के संयोग हैं। धन और नौकरी के क्षेत्र में सफलता मिलेगी। विरोधियों पर विजय प्राप्त होगी। कृषि एवं पशुपालन क्षेत्र से जुड़े वर्ग के लिए विशेष अनुकूल दिन है। दैनिक या रोज के नित्य कार्य सफल होंगे। भूमि या स्थाई संपत्ति के प्रकरण में सफलता प्राप्त होगी।है।विशेष-अल्पभाषी रहना हितकर होगा |
वृष राशि (Taurus) – ई, उ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो.
अकारण विवाद की स्थिति बन सकती है। स्वजनों से मतभेद विरोध विवाद हो सकता है। धन के अपव्यय की संभावनाएं प्रबल हैं। कार्यों की सफलता मुश्किल से होगी। शारीरिक दृष्टि से भी ऊर्जा में कमी रहेगी। दांपत्य साथी को शारीरिक कष्ट रहेगा। यात्रा के योग बन सकते हैं। किसी भी प्रकार की जोखिम महत्वपूर्ण उत्तरदायित्व लेने में चूक होगी।
मिथुन राशि (Gemini) – का, की, कू, घ, ड, छ, के, को, ह.
नए समाचार या प्रिय आत्मीय से मिलन, तथा सुखद स्थितियाँ आनंदित करेंगी। शरीर एवं मन दोनों में तेजस्विता रहेगी। मानसिक और शारीरिक स्थिति उत्तम रहेगी। भाइयों तथा दांपत्य साथी से अच्छे संपर्क के सुख मिलेंगे। यात्रा के योग हैं। मित्रों से सहयोग मिलेगा। महत्वपूर्ण समाचार सुखद सिद्ध होंगे। नए काम हाथ में लेने का अच्छा अवसर है।
कर्क राशि (Cancer) – ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो.
परिवार के सुख में कमी या घर से बाहर रहने रहने के योग बनेंगे ।कार्य की अधिकता रहेगी। महत्वपूर्ण लोगों से मतभेद रहेगा। आकस्मिक धन के व्यय की योजना बनेगी। स्वास्थ्य के प्रति ध्यान रखना उचित होगा। लंबी यात्रा के योग हैं। जिसमें उद्देश्य की सफलता संदिग्ध है। भाग्य साथ नहीं देता प्रतीत होगा। संतान के लिए भी दिन विशेष उपयोगी नहीं है। यात्रा या नए कार्य की सफलता संदिग्ध है।
सिंह राशि (Leo) – मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे.
समग्र दृष्टि से, ग्रह सर्व सुख शांति सफलता देने के लिए तत्पर हैं। इस माह इतना अनुकूल समय अब तक नही मिला है। प्रत्येक कार्य आपके अनुकूल होगा। स्त्री वर्ग से विशेष सहयोग मिलेगा। सौन्दर्य प्रसाधन सामग्री, ब्युटि पार्लर एवं लोहा, भूमि, मशीनरी, पत्थर सीमेंट कोयला चमड़ा आदि से जुड़े वर्ग या जिनकी आजीविका इन पर निर्भर है, उनके लिए दिन बहुत अच्छा सिद्ध होगा। आरोग्य रहेगा। सेवा में पदोन्नति यश प्रतिष्ठा मिलेगी। कनिष्ठ वर्ग से पूर्ण सहयोग मिलेगा। जनसम्पर्क एवं राजनीतिक क्षेत्र में विशेष सहयोग रहेगा। यश बढ़ेगा। आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी रहेगी।
कन्या राशि (Virgo) – टो, प, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो.
पुरुष वर्ग हेतु तुलनात्मक रूप से कम शुभ। माह की सर्वश्रेष्ठ अवधि का सर्वाधिक, बिना समय का अपव्यय कर,अधिकतम उपयोग प्रयोग करिए। जिस कार्य को भी प्रारम्भ करेंगे, उसकी पूर्णता सुनिश्चित समझिए। व्यापार में विशेष लाभ होगा। विघ्न बाधाओं में कमी आएगी। धन के आगमन से प्रसन्नता रहेगी। मनोबल उच्च रहेगा। गृह सुख उत्तम है। जनसंपर्क या जनसेवा वाले वर्ग को विशेष उत्तम सिद्ध होगा। दांपत्य साथी से विशेष सहयोग मिलेगा। प्रेम संबंधों में अनुकूल कार्य होंगे।
तुला राशि (Libra) – रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते.
मानसिक कष्ट किन्ही कारणों से बढ़ेगा। शत्रु या मित्र वर्ग से मतभेद होगा। धार्मिक कार्यों में रूचि कम होगी। यात्रा के योग प्रबल है। परंतु उनका उद्देश्य पूर्ण नहीं होगा। भाइयों से अनबन हो सकती है। मित्र अपने दिए हुए वचन का पालन नहीं कर सकेंगे। व्यापार के लाभ में कमी आएगी। सहयोगी या कनिष्ठ वर्ग अपेक्षित कार्य नहीं करेंगे। अपयश, आरोप की स्थिति भी बन सकती है। इसलिए कोई जोखिम ना लें। भाग्य एवं संतान सुख बाधा विघ्न, बाधा, कष्ट, स्वागत करने को आतुर हैं। अपनी भावनाओ पर नियंत्रण रखिए| आपके प्रयासो को सफलता के पंख लगने ही वाले हैं।
वृश्चिक राशि (Scorpio) – तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू.
प्रत्येक दृष्टि से बाधक,समय को शांति पूर्वक निकालिए। किसी भी प्रकार के जोखिम या निर्णय का परामर्श नहीं दिया जा सकता। शारीरिक कष्ट, यात्रा एवं वाहन से कष्ट संभव है। कार्य की सफलता नहीं होने से क्रोध एवं चिड़चिड़ाहट बढ़ेगी। अपयश, अपमान या अवहेलना की स्थिति रहेगी। कार्यालय में कार्य की अधिकता या उच्च अधिकारी वर्ग के क्रोध का शिकार हो सकते हैं। पुत्रों से मतभेद या उनके सुख में कमी होगी। दांपत्य साथी के लिए भी दिन उत्तम नहीं है।
धनु राशि (Sagittarius) – ये, यो, भ, भी, भू, ध, फ, ढ, भे.
गृह सुख उत्तम है। यात्रा के उद्देश्य पूर्ण होंगे। दांपत्य साथी का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। व्यापार में लाभ होगा। मनोबल अच्छा रहेगा। रोजगार एवं व्यापार में अपेक्षा से अधिक अच्छी स्थितियां बनेंगी। नए कार्य हाथ में लिए जा सकते हैं। सफलताएं एवं प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। विवाद या महत्वपूर्ण निर्णय से दूर रहे।
मकर राशि (Capricorn) – भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, ग, गी.
पारिवारिक सुख उत्तम रहेगा। प्रेम संबंधों में वृद्धि होगी। शत्रु पर विजय प्राप्त होगी। बहुत दिन बाद प्रत्येक स्थिति आपके अनुकूल होती दिखेगी। हर स्थिति पर आपका नियंत्रण स्थापित होगा। स्थाई संपत्ति से सुख एवं उसकी योजना पूर्ण होगी। आपके सोचे हुए कार्य पूर्ण होंगे। उदर कष्ट संभव है। रोजगार, व्यवसाय मे आशा के अनुरूप सफलता की प्रबल संभावनाएं है। शत्रु वर्ग के विरुद्ध सफलता का उत्तम अवसर है। विवादास्पद मामलों मे प्रयासो के सुपरिणाम अवश्य ही मिलेंगे।
कुंभ राशि (Aquarius)– गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, द.
स्त्री वर्ग के लिए तुलनात्मक रूप से अशुभ। दांपत्य साथी के स्वास्थ्य में कमी आएगी। संतान को कष्ट होगा। या उससे सुख में कमी होगी। व्यापार में मंदी की स्थिति रहेगी। प्रेम संबंधों में विरोध विवाद की स्थिति बनेगी। अच्छे लोगों के साथ समय व्यतीत होना कठिन है। छल कपट भी आपके साथ संभव है। योजनाएं सफल नहीं होंगी। मन में भ्रम या अनीर्णय की स्थिति रह सकती है।है।विशेष-यात्रा, नए कार्य ,जोखिम के कार्य, मीटिंग, परामर्श, निदेश अतिआवश्यक होने पर ही करना उचित होगा।
मीन राशि (Pisces) – दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची.
विरोधियों पर विजय एवं लंबित कार्य मे सफलता मिलेगी। शारीरिक मानसिक कम से कम सक्रिय रहे। पूर्ण मनोयोग, धैर्य, शांति एवं भावनाओं पर नियंत्रण रखिए। सक्रियता, विनियोजन, विपणन, लेनदेन, महत्वपूर्ण कार्य लंबित/स्थगित, रखना ही श्रेयष्कर होगा। आकस्मिक रूप से स्वास्थ्य बाधा होगी। शत्रुओं की संख्या में वृद्धि होगी। यात्रा या स्थान परिवर्तन की संभावना होगी। आत्मीय वर्गी या संबंधियों से दूरी होगी। धन की कमी प्रतीत होगी। यात्रा में कष्ट होगा। सुखों में कमी एवं उपेक्षा की स्थिति बनेगी। जनसंपर्क तथा राजनीतिक वर्ग के लिए यह दिन प्रतिकूल सिद्ध होगा। अनावश्यक कुटिलता का विचार त्याग देना उचित होगा।
सफलता के लिए – नक्षत्र कृत अरिष्ट नाशक मंत्र
पौराणिक मंत्र :
रुद्र श्वेतो वृशारूढः श्वेतमाल्यश्चतुर्भुजःl
शूलखड्गाभयवरान्दधानो मे प्रसीदतु ll
नक्षत्र देवता मंत्र :-ॐ रुद्राय नमःl
नक्षत्र मंत्र :-ॐ आर्द्रायै नमःl
वेद मंत्र :
ॐ नमस्ते रूद्र मन्यवSउतोत इषवे नम:
बाहुभ्यां मुतते नम:। ॐ रुद्राय नम:।
08:27 के बाद : नीम उत्पाद (साबुन, तेलपत्ती। फल या दातुन) प्रयोग वर्जित। नीच योनियों की प्राप्ति होती है। तैलाभ्यंग, पितृकर्म, दातुन, आवागमन, काष्ठ-कर्म आदि कार्य वर्जित है।
स्वर्ण जल भोजन में शामिल करें। ॐ तत्पुरुषाय विद्महे: महा सैन्या धीमहि तन्नो स्कन्दा प्रचोदयात, देव सेनापते स्कंद कार्तिकेय भवोद्भव। कुमार गुह गांगेय शक्तिहस्त नमोस्तु ते॥’
मंगलवार उपाय
कुंडली में,दशा –अन्तर्दशा में होने पर,अशुभ भाव में होने पर दोष के अनिष्ट नाश हेतु अथवा मंगल ग्रह की प्रसन्नता / कृपा के लिए उपाय (अविवाहित पुरुष-कन्यायों को एवं दाम्पत्य सुख के लिए पुरुष -स्त्री वर्ग को अवश्य उपयोग करना चाहिए ) – – मीठा या गुड़ खाकर ,गरम दूध पीकर निकले
- सुख,सौभाग्य वृद्धि के लिए –जटामांसी ,मौलश्री लाल पुष्पजल मे मिला कर स्नान करे।
- दान-गुड,मसूरतांबा ,लाल चन्दन युवा पुरुष,रक्षक,कनेर लाल पुष्प।
- दान किसे दे – युवा अवश्यक -लाल बैल, युवा लड़का, राष्ट्रीय, सुरक्षा कर्मी, चौकीदार को दे।
- दिन दोष आपत्ति निराककरण के लिएघर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं–––कांजी।|
ओम अंगारकाय विद्महे शक्ति हस्ताय धीमहि तन्नो भौम्य प्रचोदयात् आपो ज्योति रसोंमृतम ,परो रजसे सावदोम। केतु -ॐ अश्वध्वजाय विद्महे शूलहस्ताय धीमहि तन्नः केतुः प्रचोदयात् ॥
जैन धर्म मंत्र-ॐ ह्रीं णमो सिद्धाणं । ॐ ह्रीं मंगल ग्रहारिष्ट निवारक श्री वासु पूज्यजिनेन्द्राय नम।
सर्व शांतिं कुरु कुरु स्वाहा।मम (..अपना नाम ) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं सर्व शांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा।
नक्षत्रउपाय-शिव जी की पूजा से विजय प्राप्त होती है। सुंदर कमल आदि पुष्पों से पूजे गए भगवान शिव सदा कल्याण करते हैं।ओम वाम देवाय नम:।। ओम अघोराय नम:।। ओम तत्पुरूषाय नम:।। ओम ईशानाय नम:।। भोजन में दूध शामिल करे।