कारोबारी ने की पत्नी, दो बेटों और एक बेटी की हत्या, पेट्रोल छिड़ककर किया आग के हवाले

Mass Murder in Haryana: हरियाणा के झज्जर जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां बहादुरगढ़ में एक कारोबारी ने अपने पूरे परिवार को जिंदा जला दिया। उसने प्लानिंग के तहत पहले अपनी पत्नी, दो बेटों और एक बेटी को नींद की गोली खिलाई। इसके बाद पेट्रोल छिड़ककर घर को आग के हवाले कर दिया। पहले इसे हादसा माना जा रहा था, लेकिन पुलिस जांच करते हुए इस मामले की तह तक पहुंची और आरोपी हरपाल को गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि आरोपी ने पुलिस को गुमराह करने और पूरे मामले को आत्महत्या बनाने का पूरा प्लान तैयार किया था। इसके लिए उसने घर में 12 पन्नों का सुसाइड नोट भी छोड़ा था।

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सुसाइड नोट में उसने बताया था कि वो और उसका पूरा परिवार कुछ लोगों से परेशान हैं, जिसके कारण वो सभी आत्महत्या कर रहे हैं। पुलिस जांच में बच्चों के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं, जिससे साफ जाहिर है कि बच्चों को मारने से पहले हरपाल ने उन पर धारदार हथियार से हमला किया था। दरअसल, 22 मार्च की शाम को बहादुरगढ़ के सेक्टर-9 के मकान नंबर-312P में 2 बार धमाका हुआ, जिसकी आवाज सुनकर पड़ोसी इकट्ठा हो गए। पड़ोसियों ने बताया कि घर में करीब 6 बजे धमाका हुआ था। ऐसा लगा मानो घर का शीशा टूटा हो। बाहर निकलकर देखा तो पड़ोसी के घर में आग लगी हुई थी। घर में धुआं भरा हुआ था। पास जाकर उसका दरवाजा खोलने की कोशिश की तो अंदर से लॉक था। (Mass Murder in Haryana)

आरोपी सरदार हरपाल ने रची साजिश

पड़ोसी ने बताया कि कुछ लोगों को इकट्ठा कर दरवाजा तोड़ा तो देखा कि मकान में रहने वाला सरदार हरपाल सिंह (उम्र 48 साल) दरवाजे के पास ही झुलसा पड़ा था। उसके हाथ, पैर और मुंह झुलसे हुए थे। उसे फौरन अस्पताल ले जाने का इंतजाम किया गया। इसके बाद घर के अंदर जाकर देखने पर 3 बच्चों जसकीरत सिंह (उम्र 17 साल), चहक (उम्र 11 साल), सुखविंदर सिंह (उम्र 9 साल), उनकी मां और हरपाल की पत्नी संदीप कौर (उम्र 38 साल) बेड पर पड़ी थी। तीनों की मौत हो चुकी थी। सभी जले हुए थे। शवों को अस्पताल में भिजवाया गया है। DCP मयंक मिश्रा सूचना पर तुरंत घटनास्थल पहुंचे और मामले की जांच की। (Mass Murder in Haryana)

टांसपोर्ट का बिजनेस करता है आरोपी

शुरुआती जांच में पता चला कि हरपाल सिंह कारोबारी है, जिसका टांसपोर्ट का बिजनेस है। साथ ही वो उत्तराखंड के रुद्रपुर का रहने वाला है, जो अपने तीन बच्चों और पत्नी के साथ करीब 7 महीने पहले झज्जर में किराए पर रहने आया था। घर एक मंजिला है। हादसे के समय घर अंदर से लॉक था। जांच में यह भी सामने आया कि हरपाल ने मकान मालिक ओमप्रकाश से किराए पर कमरा लेते वक्त दिल्ली के पते की फर्जी ID दी थी।DCP मयंक मिश्रा ने बताया था कि 4 लोगों की ब्लास्ट में मौत हुई है। जबकि एक गंभीर रूप से घायल है। पुलिस ने कई पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच शुरू की थी। फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया था। (Mass Murder in Haryana)

सुसाइड नोट से उलझा मामला

जांच में पता चला कि घर में रखा सिलेंडर सही सलामत है। हालांकि AC यूनिट को नुकसान पहुंचा था। ब्लास्ट किस चीज से हुआ पुलिस को पहले इसकी सूचना नहीं थी। हालांकि बाद में पता लगा की AC के ही किसी हिस्से में आग लग गई थी और फिर तेज धमका हुआ। 23 मार्च को पुलिस ने मामले में और गहराई से जांच की तो उन्हें शक हुआ कि यह हादसा नहीं, बल्कि पूरे प्लान के तहत की गई हत्या है। हालांकि पुलिस को कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला था, जिसने मामले को फिर से उलझा दिया था। सुसाइड नोट में हरपाल ने बताया था कि वो और उसका पूरा परिवार अपनी सगी बहन और दूसरे रिश्तेदारों से काफी परेशान थे, जिसके चलते वे सभी आत्महत्या कर रहे हैं। (Mass Murder in Haryana)

जीजा और दीदी पर लगाया आरोप

आरोपी हरपाल सिंह ने सुसाइड नोट में लिखा कि मैं अपने पूरे परिवार के साथ आत्महत्या करने वाला हूं। मेरी हत्या का कारण मेरे सगे जीजा दलजीत सिंह और बहन परविंद्र कौर के साथ उनकी फैमिली है। दलजीत सिंह ने मेरे घर की रजिस्ट्री अपने नाम करा ली है। जबकि मैंने घर उन्हें सिर्फ रहने के लिए दिया था। आरोपी ने आगे लिखा-15 सितंबर 2017 को मेरे बेटे जसकीरत का अपहरण भी उन्होंने करवाया था। तब इनके साथियों ने मिलकर मेरी भी इन्क्वायरी करवा दी थी, लेकिन मैं कुछ नहीं कर पाया था। दो तीन साल से इन्होंने मेरी हर जगह बदनामी की है। साथ ही सभी से कहा है कि मैंने इनसे 4 करोड़ रुपए ले रखा है। इन्होंने मुझको सब रिश्तेदारों और समाज में बदनाम कर दिया, लेकिन मैंने इनसे कोई पैसा नहीं लिया। दलजीत सिंह ने मुझको दिमागी तौर पर बहुत परेशान कर दिया है। इससे मेरी पत्नी और बच्चे बहुत ज्यादा प्रभावित हो गए। सभी काफी परेशान थे।

DCP ने किया मामले का खुलासा

आरोपी हरपाल ने लिखा- मेरी और मेरे परिवार की मौत के जिम्मेदार दलजीत सिंह, परविंदर कौर और उसकी पूरी फैमिली समेत उसके दोस्त हैं। दलजीत सिंह इनके दोस्त दर्शन सिंह, लक्खा सिंह और हमारे परिवार वाले सबने मिलकर हमें मानसिक और सामाजिक तौर पर बहुत परेशान किया है। मैं और मेरा परिवार इनको सामाजिक तौर पर झेलने में असमर्थ हैं। अब हमारी जीने की इच्छा खत्म हो गई है। DCP मयंक मिश्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि पुलिस को जब शक हुआ की घर में जानबूझकर आग लगाई गई है तो तुरंत हरपाल को पूछताछ के लिए बुला लिया गया था। हरपाल ने खुद कबूल किया की उसने ही अपने पूरे परिवार को मौत के घाट उतारा है। इस दौरान DCP ने कहा कि पूरी वारदात कैसे हुई इसकी जानकारी वह नहीं दे सकते हैं, लेकिन आरोपी ने पहले अपने परिवार को नींद की गोली दी और फिर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। (Mass Murder in Haryana)

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