Nuh Shobha Yatra: छावनी बना नलहड़ शिव मंदिर, टोल प्लाजा के पास रोके गए साधु-संत

Nuh Shobha Yatra: हरियाणा के नूंह में शोभा यात्रा के ऐलान को लेकर पुलिस प्रशासन हाई अलर्ट पर है. ड्रोन के जरिए चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है. वहीं, यात्रा में शामिल होने जा रहे लोगों को बाहरी सीमा में ही रोका जा रहा है. अयोध्या से आए संत जगतगुरु परमहंस आचार्य महाराज को प्रशासन ने सोहना टोल प्लाजा पर रोक दिया, जिसके बाद वो धरने पर बैठ गए हैं.

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संत जगतगुरु परमहंस आचार्य का कहना है कि वो अयोध्या से यहां आए हैं और प्रशासन ने उन्हें यहां रोक दिया है, प्रशासन उन्हें ना तो आगे बढ़ने दे रहा है और ना ही वापस जाने दे रहा है. इसलिए वो आमरण अनशन कर रहे हैं. वहीं, संतों ने चेतावनी दी है कि प्रशासन उन्हें कहीं और शिफ्ट कर देंगे तो वे वहां भी आमरण अनशन करेंगे.

वहीं, नूंह जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर सोमवार को शैक्षणिक संस्थान और बैंक बंद रखने का आदेश दिया है. मोबाइल इंटरनेट और ‘बल्क एसएमएस’ सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है और सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील जिले में निषेधाज्ञा लागू कर दी है.

किसी भी बाहरी व्यक्ति को नूंह में प्रवेश की अनुमति नहीं है और जिले के सभी प्रवेश मार्गों को सील कर दिया गया है. कड़ी नजर रखने के लिए हरियाणा पुलिस कर्मियों और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है. अधिकारियों ने बताया कि अंतरराज्यीय और अंतरजिला सीमाओं पर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. (Nuh Shobha Yatra)

11 लोगों को मिली शोभायात्रा (Nuh Shobha Yatra) की अनुमति

नूंह में प्रशासन ने वीएचपी के 11 लोगों को नलहड़ महादेव मंदिर में जलाभिषेक करने की अनुमति दे दी है। वीएचपी का कहना है कि शांतिपूर्ण तरीके से 11 लोग शोभायात्रा में शामिल होंगे।

शोभा यात्रा का आह्वान 31 जुलाई को विहिप के जुलूस पर भीड़ के एक समूह द्वारा किए गए हमले के बाद हुई झड़पों में छह लोगों की मौत के बाद आया। हिंसा कुछ दिनों के लिए पड़ोसी गुरुग्राम तक फैल गई। झड़पों में कुल मिलाकर छह लोग मारे गए।

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