देशभर में आज मनाया जा रहा है नेशनल वैक्सीनेशन डे, जानें इस दिन का इतिहास और महत्‍व

National Vaccination Day : वैक्सीनेशन के महत्व के बारे में जागरुकता फैलाने के लिए देशभर में आज के दिन को राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस के तौर पर मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य गंभीर बीमारियों से लड़ने के लिए वैक्सीनेशन के महत्व को लेकर लोगों को जागरुक करना है। साथ ही हर बच्चे के टीकाकरण को सुनिश्चित करने के लिए डॉक्टरों, फ्रंटलाइन हेल्थ केयर वर्कर्स की कड़ी मेहनत को सरहाने का मौका है। इसके अलावा ये दिन, टीकाकरण की आवश्यकता को भी दर्शाता है और स्वस्थ रहने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करता है।

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National Vaccination Day : गंभीर बीमारियों के प्रसार को घटाता वैक्सीनेशन

वैक्‍सीन वायरस और बैक्‍टीरिया से हमारा बचाव करते हैं और हमें गंभीर बीमारियों से बचाते हैं। साथ ही वैक्सीन शरीर में इम्यूनिटी बढ़ाता है। गंभीर बीमारियां जैसे चिकन पॉक्स, टेटनस, रूबेला, पोलियो और हाल ही में कोविड-19 जैसी बीमारियों के प्रसार को कम करने में मदद करता है।

राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस का इतिहास

1955 में पहली बार राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस मनाया गया था जब भारत सरकार ने देश से पोलियो के लिए आधिकारिक तौर पर पल्स पोलियो टीकाकरण कार्यक्रम शुरू किया था। 16 मार्च, 1995 को, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की वैश्विक पोलियो पहल के हिस्से के रूप में भारत में मौखिक पोलियो वैक्सीन की पहली खुराक दी गई थी। टीकाकरण कार्यक्रम दो बूंद जिंदगी की के नाम से लोकप्रिय हुआ था।

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National Vaccination Day : टीकाकरण से बच रही करोड़ों की जान

चेचक और पोलियो जैसी बीमारियों के बाद एक बार फिर से कोविड के दौर में वैक्‍सीनेशन लोगों के लिए वरदान साबित हुआ है। हर साल टीकाकरण दिवस मनाने का उद्देश्‍य लोगों को वैक्‍सीनेशन की अहमियत को समझाना है। वैक्‍सीन न सिर्फ बच्‍चों को बल्कि बड़ों को भी तमाम गंभीर बीमारियों से बचाने में मददगार है। WHOकी मानें तो हर साल टीकाकरण की मदद से करीब 2-3 मिलियन लोगों की जान बचाई जाती है।

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