दिपावली से पहले छत्तीसगढ़ के किसानों को मिला डबल गिफ्ट, PM ने जारी की सम्मान निधि की राशि

PM Kisan Rashi: छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए आज दोहरे खुशी का दिन है। क्योंकि PM नरेंद्र मोदी ने भी आज प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 12वीं किस्त जारी कर दी है। इसके साथ ही उन्होंने 600 प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्रों और भारतीय जन उर्वरक परियोजना- एक राष्ट्र एक उर्वरक का शुभारंभ किया। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय उर्वरक ई-पत्रिका का लोकार्पण भी किया।

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कार्यक्रम को संबोधित करते हुए PM नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज देश में 600 से ज्यादा PM किसान समृद्धि केंद्रों की शुरुआत हो रही है, ये केंद्र केवल किसानों के लिए उर्वरक खरीद बिक्री का केंद्र नहीं बल्कि एक संपूर्ण रूप से किसान के साथ घनिष्ठ नाता जोड़ने वाला है और उसके हर सवालों का जवाब देने वाला केंद्र है। अभी देश के करोड़ों किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के रूप में 16,000 करोड़ रुपए की एक और किस्‍त जारी की गई है। (PM Kisan Rashi)

PM मोदी ने कहा कि आज ‘वन नेशन, वन फर्टिलाइजर’ के रूप में किसानों को सस्ती और क्वालिटी खाद भारत ब्रांड के तहत उपलब्ध कराने की योजना भी शुरू हुई है। 2014 से पहले फर्टिलाइजर सेक्टर में काफी संकट थे..किसानों का हक छीना जाता था और बदले में लाठियां झेलनी पड़ती थी इसे किसान कभी नहीं भूल सकते। हमने यूरिया की शत प्रतिशत नीम कोटिंग करके उसकी कालाबाजारी रुकवाई। हमने बरसों से बंद पड़े देश के छह सबसे बड़े यूरिया कारखानों को फिर से शुरू करने के लिए मेहनत की। यूरिया उत्पादन में आत्मनिर्भर के लिए भारत अब तेजी से लिक्विड नैनो यूरिया की तरफ बढ़ रहा है। (PM Kisan Rashi)

उन्होंने कहा कि नैनो यूरिया, कम खर्च में अधिक प्रोडक्शन का माध्यम है। जिसको एक बोरी यूरिया की जरूरत लगती है वो काम अब नैनो यूरिया की एक छोटी सी बॉटल से हो जाता है। ये विज्ञान और टेक्नोलॉजी का कमाल है। फर्टिलाइजर सेक्टर में रिफॉर्म के हमारे अब तक के प्रयासों में आज दो और प्रमुख रिफॉर्म, बड़े बदलाव जुड़ने जा रहे हैं। पहला बदलाव ये है कि आज से देशभर की सवा 3 लाख से अधिक खाद की दुकानों को प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्रों के रूप में विकसित करने के अभियान की शुरुआत हो रही है।  (PM Kisan Rashi)

प्रधानमंत्री ने कहा कि ये ऐसे केंद्र होंगे जहां खिर्फ खाद ही नहीं मिलेगी बल्कि बीज, उपकरण, मिट्टी की टेस्टिंग, हर प्रकार की जानकारी जो भी किसान को चाहिए वो इन केंद्रों पर एक ही जगह मिलेगी। वन नेशन, वन फर्टिलाइजर से किसान को हर तरह के भ्रम से मुक्ति मिलने वाली है और बेहतर खाद भी उपलब्ध होने वाली है। देश में अब एक ही नाम, एक ही ब्रांड से और एक समान गुणवत्ता वाले यूरिया की बिक्री होगी और ये ब्रांड है -भारत!। अब देश में यूरिया भारत ब्रांड से ही मिलेगी। (PM Kisan Rashi)

PM नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे यहां जो पारंपरिक मोटे अनाज- बाजरा होते हैं, उनके बीजों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए भी आज देश में अनेक हब बनाए जा रहे हैं। भारत के मोटे अनाज पूरी दुनिया में प्रोत्साहन पाएं, इसके लिए सरकार के प्रयासों से अगले वर्ष को मोटे अनाज का अंतर्राष्ट्रीय वर्ष भी घोषित किया गया है। आधुनिक टेक्नोलॉजी के उपयोग से छोटे किसानों को कैसे लाभ होता है, इसका एक उदाहरण पीएम किसान सम्मान निधि भी है। इस योजना के शुरू होने के बाद से दो लाख करोड़ रुपये से ज्यादा सीधे किसानों के बैंक खाते में ट्रांसफर किए गए हैं। (PM Kisan Rashi)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि टेक्नोलॉजी के माध्यम से किसान घर बैठे ही देश की किसी भी मंडी में अपनी उपज बेच सके, ये भी e-NAM के माध्यम से किया जा रहा है। आज सबसे अधिक खर्च जिन चीजों को आयात करने में हमारा होता है, वो खाने का तेल, फर्टिलाइजर और कच्चा तेल है, इनको खरीदने के लिए ही हर वर्ष लाखों करोड़ रुपये हमें दूसरे देशों को देना पड़ता है। विदेशों में अगर कोई समस्या आती है तो इसका बुरा असर हमारे यहां भी पड़ता है। हमारे देश के किसान पर बोझ न पड़े, हमारे किसान पर कोई नया संकट ना आए इसलिए जो 70-80 रुपए में यूरिया हम आज बाहर से लाते हैं वो हम किसानों को 5-6 रुपए में पहुंचाते हैं ताकि हमारे किसान भाइयों-बहनों को कष्ट ना हो।  (PM Kisan Rashi)

PM ने कहा कि किसानों को कम कीमत पर खाद मिले, इसके लिए इस वर्ष लगभग ढाई लाख करोड़ रुपये केंद्र सरकार सिर्फ यूरिया के लिए लगा रही है। आयात पर हो रहे खर्च को कम करने के लिए, देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए, हम सभी को मिलकर संकल्प करना होगा।

वहीं जिन किसानों ने अब तक योजना में अपनी ई-केवाईसी नहीं कराई है। उन्हें इस स्कीम का लाभ नहीं मिलेगा। बता दें कि भारत सरकार ने e-KYC की आखिरी तारीख 31 अगस्त 2022 तय की थी। हालांकि ये डेडलाइन अब खत्म हो चुकी है। वहीं पीएम किसान पोर्टल पर OTP बेस्ड e-KYC अभी भी उपलब्ध है। इसके अलावा जिन किसानों ने रजिस्ट्रेशन के दौरान गलत जानकारी पीएम किसान सम्मान निधि योजना में दर्ज की थी। उनके किस्त के पैसे अटक सकते हैं। किस्त के पैसे ट्रांसफर होने के बाद आप पीएम किसान योजना के पोर्टल पर विजिट करके अपना स्टेटस आसानी से चेक कर सकते हैं।   (PM Kisan Rashi)

हितग्राही इस तरह देखें सूची में अपना नाम

आमतौर पर हर साल पहली किस्त 1 अप्रैल से 31 जुलाई के बीच, दूसरी 1 अगस्त से 30 नवंबर के बीच और तीसरी 1 दिसंबर से 31 मार्च के बीच जारी की जाती है। पिछले साल सरकार ने 15 मई 2021 को धनराशि जारी की थी। किसान PM किसान लाभार्थी सूची में अपना नाम कुछ चरणों का पालन करके पता कर सकते हैं। बता दें कि राशि 3 किस्तों में मिलती है। हर चार महीने के बाद किसानों के खाते में 2 हजार रु आते हैं। इस योजना की शुरुआत साल 2019 में हुई थी। (PM Kisan Rashi)

  •  सबसे पहले PM किसान की आधिकारिक वेबसाइट https://pmkisan.gov.in पर जाएं।
  •     इसके बाद आपको होमपेज के बाईं ओर फार्मर्स कॉर्नर का चयन करना होगा।   
  • फिर किसान कॉर्नर के अंदर लाभार्थियों की सूची का चयन करें।
  • इस चरण में आपको ड्रॉप-डाउन सूची से राज्य, जिला, उप जिला, ब्लॉक और गांव का चयन करना होगा।
  • इसके बाद ‘रिपोर्ट प्राप्त करें’ विकल्प पर क्लिक करें।
  • इन चरणों के बाद आप देखेंगे कि लाभार्थियों की पूरी सूची दिखाई देगी, जिसमें आप अपना नाम जांच सकते हैं।

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