पहलवान पूनिया के गांव पहुंचे राहुल गांधी, अखाड़े में सीखे कुश्ती के दांव-पेंच

Rahul Gandhi met Bajrang Punia: हरियाणा के बहादुरगढ़ में छारा गांव है. भारतीय पहलवान और सेना में नायब सुबेदार दीपक पुनिया का गांव. कांग्रेस नेता राहुल आज सुबह – छारा गांव पहुंचे. गांव के वीरेन्द्र अखाड़े में पहलवानों से मिले. दीपक और बजरंग पुनिया ने इसी अखाड़े से कुश्ती की शुरूआत की थी. मुलाक़ात के दौरान बजरंग पुनिया भी मौजूद थे.

भारतीय कुश्ती संघ के इर्द-गिर्द चल रहे विवाद के बीच ये ख़बर आना उथल-पुथल को और बढ़ा सकता है. बीता पूरा हफ़्ता भारतीय कुश्ती संघ और पहलवानों के प्रदर्शन के लिहाज़ से टॉप-हेडलाइन में रहा. भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के क़रीबी का अध्यक्ष बनना, पदक विजेता साक्षी मलिक का कुश्ती से इस्तीफ़ा देना, नए-नवेले संघ का सस्पेंशन और पहलवानों की अवॉर्ड-वापसी. ((Rahul Gandhi met Bajrang Punia)

21 दिसंबर को संजय सिंह WFI के नए अध्यक्ष बने. बृजभूषण सिंह के क़रीबी. बृजभूषण ख़ेमे से नारा लगा – ‘दबदबा था, दबदबा रहेगा’.

21 दिसंबर को ही रियो ओलंपिक में देश के लिए कांस्य पदक जीतने वाली साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास का एलान कर दिया. नम आंखों और रुंदे हुए गले के साथ बोलीं – “हमने दिल से लड़ाई लड़ी. लेकिन अगर बृजभूषण जैसे व्यक्ति, उनके बिज़नेस पार्टनर और करीबी को संघ का अध्यक्ष चुना जाता है, तो मैं कुश्ती छोड़ रही हूं.”

फिर 24 दिसंबर को खेल मंत्रालय ने नवनियुक्त भारतीय कुश्ती संघ को निलंबित कर दिया. WFI प्रेसिडेंट संजय सिंह के सभी हालिया फ़ैसलों पर भी रोक लगा दी गई. सरकार की तरफ़ से जारी निर्देश में कहा गया कि नवनियुक्त संघ ने जूनियर नेशनल चैंपियनशिप का एलान जल्दबाज़ी में किया और सही प्रक्रिया का पालन भी नहीं हुआ. इंडियन एक्सप्रेस से जुड़े मिहिर वसावदा की रिपोर्ट के मुताबिक़, बृजभूषण सिंह के प्रभाव में आकर नए अध्यक्ष संजय सिंह ने जूनियर चैंपियनशिप को गोंडा में कराने का फ़ैसला किया था और यही फैसला नवनियुक्त संघ के गले की फांस बन गया. (Rahul Gandhi met Bajrang Punia)

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