Railway Budget 2023 : वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने लगातार पांचवी बार आम बजट पेश किया है। बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि हमने सबका प्रयास के जरिए ठोस नीतियां बनाईं। जिनके परिणामस्वरूप लोगों को फायदा मिला है। इस दौरान वित्त मंत्री ने रेलवे बजट का भी एलान किया। सीतारामन ने एलान करते हुए बताया कि इस बार रेलवे का बजट कुल 2.4 लाख करोड़ होगा। आइए इन 10 बड़ी बातों में जानते हैं कि इस बजट में रेलवे को लेकर क्या-क्या बड़े एलान हुए और आम आदमी को क्या मिला है।
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Thanks to PM @narendramodi Ji for highest ever capital outlay of ₹ 2.40 lakh crore for railways.
This is 9 time more than the 2013-14 outlay for railways.#AmritKaalBudget pic.twitter.com/SvannsTYJV— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) February 1, 2023
Railway Budget 2023 की 5 बड़ी बातें
- बजट भाषण के दौरान रेलवे का जिक्र करते हुए, वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने बताया कि रेलवे के बजट को बढ़ाकर इस बार 2.4 लाख करोड़ कर दिया गया है। बता दें कि पिछले साल यानी 2022 में रेलवे का कुल बजट 140367.13 करोड़ रुपये था।
- वित्त मंत्री ने बताया कि साल 2013-14 के मुकाबले रेलवे का ये बजट लगभग 9 गुना ज्यादा है। रेलवे बजट में ये काफी बड़ी बढ़ोतरी है। पिछले कुछ सालों में रेलवे के बजट में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है।
- वित्त मंत्री ने बताया कि रेलवे में 100 नई योजनाओं की शुरुआत होगी। निजी क्षेत्र की मदद से 100 योजनाओं की पहचान की गई है। जिस पर आगे काम किया जाएगा।
- रेलवे की नई योजनाओं के लिए 75 करोड़ रुपये का अतिरिक्त फंड दिया गया है। आने वाले वित्त वर्ष में जो नई परियोजना शुरू होंगी उन पर इसे खर्च किया जाएगा।
- बजट (Railway Budget 2023) में इस बार रेलवे का बजट बढ़ाने के अलावा ज्यादा एलान नहीं किए गए हैं। क्योंकि पहले से ही रेलवे की कई अहम परियोजनाओं पर काम चल रहा है। इनमें बुलेट ट्रेन परियोजना, रैपिड ट्रेन, चिनाब नदी रेलवे ब्रिज, बइरबी-साईरंग नई लाइन रेलवे परियोजना आदि शामिल हैं।
सीनियर सिटीजन को मिलती थी छूट
कोरोना महामारी से पहले देशभर के सीनियर सिटीजन को रेलवे किराये में छूट दी जाती थी। साल 2019 में कोरोना महामारी के चलते इसे बंद कर दिया गया। पहले 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को 40 फीसदी और 58 साल की महिलाओं को 50 फीसदी तक छूट का प्रावधान था। इसके बाद से ही लगातार उम्मीद लगाई जा रही थी कि सरकार बुजुर्गों को राहत देगी। रेलवे ने छूट खत्म करने के बाद करोड़ों की कमाई की थी।