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Rashtrapati Draupadi Murmu: देश की सबसे युवा राष्ट्रपति बनीं द्रौपदी मुर्मू, पार्षद से राष्ट्रपति तक का सफर, पढ़ें पूरी ख़बर

Rashtrapati Draupadi Murmu:  संसद के सेन्ट्रल हॉल में आयोजित गरिमामय शपथ ग्रहण में शपथ लेते ही द्रौपदी मुर्मू देश की 15वीं राष्ट्रपति बन गई हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इस सर्वोच्च संवैधानिक पद पर पहुंचने वाली देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं। उन्होंने विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को बड़े अंतर से हराया है। द्रौपदी मुर्मू आज 25 जुलाई को गरिमामय शपथ ग्रहण समारोह में राष्ट्रपति पद की शपथ ली। देश के मुख्य न्यायधीश एन. रमण ने राष्ट्रपति पद की गोपनीयता की शपथ दिलाई।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का जन्म ओडिशा के मयूरगंज जिले के बैदपोसी गांव में 20 जून 1958 को हुआ था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संथाल आदिवासी जातीय समूह से संबंध रखती हैं। उनके पिता का नाम बिरांची नारायण टुडू एक किसान थे। द्रौपदी के दो भाई हैं, जिनका नाम भगत टुडू और सरैनी टुडू है। द्रौपदी की शादी श्यामाचरण मुर्मू से हुई। उनसे दो बेटे और दो बेटी हुई। साल 1984 में एक बेटी की मौत हो गई।

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द्रौपदी मुर्मू का बचपन बहुत अभावों और गरीबी में बीता था, लेकिन अपनी स्थिति को उन्होंने अपनी मेहनत के आड़े नहीं आने दिया। उन्होंने भुवनेश्वर के रमादेवी विमेंस कॉलेज से स्नातक तक की पढ़ाई पूरी की। बेटी को पढ़ाने के लिए द्रौपदी मुर्मू शिक्षक बन गईं। उन्होंने 1979 से 1983 तक सिंचाई और बिजली विभाग में जूनियर असिस्टेंट के रूप में भी कार्य किया। इसके बाद 1994 से 1997 तक उन्होंने ऑनरेरी असिस्टेंट टीचर के रूप में कार्य किया था। 1997 में उन्होंने पहली बार चुनाव लड़ा। ओडिशा के राइरांगपुर जिले में पार्षद चुनी गईं। इसके बाद वह जिला परिषद की उपाध्यक्ष भी चुनी गईं। वर्ष 2000 में विधानसभा चुनाव लड़ीं। राइरांगपुर विधानसभा से विधायक चुने जाने के बाद उन्हें बीजद और भाजपा गठबंधन वाली सरकार में स्वतंत्र प्रभार का राज्यमंत्री बनाया गया। (Rashtrapati Draupadi Murmu)

2015 में बनीं झारखंड की राज्यपाल

वहीं 2002 में मुर्मू को ओडिशा सरकार में मत्स्य और पशुपालन विभाग का राज्यमंत्री बनाया गया। 2006 में उन्हें भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। 2009 में वह राइरांगपुर विधानसभा से दूसरी बार भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतीं। इसके बाद 2009 में वह लोकसभा चुनाव भी लड़ीं, लेकिन जीत नहीं पाईं। 2015 में द्रौपदी को झारखंड का राज्यपाल बनाया गया। 2021 तक उन्होंने राज्यपाल के तौर पर अपनी सेवाएं दीं। आज तक बने सभी राष्ट्रपतियों का जन्म आजादी से पहले यानी 1947 से पहले हुआ था। द्रौपदी मुर्मू पहली राष्ट्रपति हैं, जिनका जन्म आजादी के बाद हुआ है। मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 को हुआ है। मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का जन्म आजादी से दो साल पहले हुआ था। उनकी जन्म तिथि एक अक्टूबर 1945 है। (Rashtrapati Draupadi Murmu)

2 बार रहीं मंत्री

साल 2000 में पहली बार विधायक और फिर भाजपा-बीजेडी सरकार में दो बार मंत्री बनने का मौका मिला। साल 2015 में उन्हें झारखंड का पहला महिला राज्यपाल बनाया गया। 20 जून को मुर्मू ने अपना जन्मदिन मनाया है। पूर्व राष्ट्रपति वीवी गिरी भी ओडिशा में पैदा हुए थे, लेकिन वह आंध्र प्रदेश के रहने वाले थे। मुर्मू का जीवन उनके जीवटता को दर्शाती है। जवानी में ही विधवा होने के अलावा दो बेटों की मौत से भी वह नहीं टूटीं। इस दौरान अपनी इकलौती बेटी इतिश्री समेत पूरे परिवार को हौसला देती रहीं। उनकी आंखें तब नम हुईं जब उन्हें झारखंड के राज्यपाल के रूप में शपथ दिलाई जा रही थी। ओडिशा के मयूरभंज जिले की रहने वाली द्रौपदी मुर्मू ओडिशा में दो बार रायरंगपुर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक रही हैं। (Rashtrapati Draupadi Murmu)

राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भी थीं मुर्मू

भाजपा और बीजू जनता दल की गठबंधन सरकार में 6 मार्च 2000 से 6 अगस्त 2002 तक वाणिज्य और परिवहन के लिए स्वतंत्र प्रभार और 6 अगस्त 2002 से 16 मई 2004 तक मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास राज्य मंत्री भी रहीं थीं। उन्हें 2007 में ओडिशा विधान सभा द्वारा सर्वश्रेष्ठ विधायक के लिए ‘नीलकंठ पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया था। उन्हें 2015 में झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया था। वह पहली ऐसी उड़िया नेता हैं, जिन्हें किसी राज्य का राज्यपाल नियुक्त किया गया। वह 2002-2009 से सात साल तक मयूरभंज के लिए भाजपा जिलाध्यक्ष रहीं, 2013 में उन्हें मयूरभंज जिले के अध्यक्ष के रूप में पदोन्नत किया गया, और जब तक उन्होंने राज्यपाल की कुर्सी पर कब्जा नहीं किया, तब तक वह पद पर बनी रहीं। उस अवधि के दौरान, उन्हें भाजपा एसटी मोर्चा, या पार्टी की अनुसूचित जनजाति विंग की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भी बनाया गया था।

सबसे युवा राष्ट्रपति बनीं द्रौपदी मुर्मू

मुर्मू 25 जुलाई को शपथ ग्रहण करेंगी। उस दिन उनकी उम्र 64 साल 35 दिन होगी। फिलहाल सबसे युवा राष्ट्रपति बनने का रिकॉर्ड नीलम संजीव रेड्डी के पास है। रेड्डी जब राष्ट्रपति बने थे उस वक्त उनकी उम्र 64 साल दो महीने 6 दिन थी। मुर्मू देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति बनीं है। प्रतिभा देवी सिंह पाटिल देश की पहली महिला राष्ट्रपति बनी थीं। पाटिल 2007 से 2012 के दौरान देश के सर्वोच्च पद पर रहीं थीं। मुर्मू की तरह पाटिल भी राज्यपाल के पद पर रह चुकीं थीं।

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