PM मोदी और राहुल गांधी को चुनाव आयोग ने जारी किया नोटिस, 29 अप्रैल तक मांगा जवाब

PM Modi Rahul Notice: लोकसभा चुनाव 2024 के बीच भारतीय चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के भाषणों को लेकर नोटिस जारी किया है। यह नोटिस आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतों पर जारी किया गया है। आयोग ने भाजपा अध्यक्ष JP नड्डा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से 29 अप्रैल सुबह 11 बजे तक जवाब मांगा है। चुनाव आयोग को PM मोदी और राहुल गांधी के भाषण में आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत की गई थी। शिकायत में कहा गया कि ये लीडर्स धर्म, जाति, समुदाय और भाषा के आधार पर लोगों को बांटने और नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं।

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बता दें कि PM नरेंद्र मोदी ने 21 अप्रैल को राजस्थान के बांसवाड़ा में संपत्ति को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो लोगों की संपत्ति को ज्यादा बच्चे वालों में बांट देगी। साथ ही PM ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की उस टिप्पणी का भी जिक्र किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का है। वहीं कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने 12 अप्रैल को बस्तर में सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि गरीबी को एक झटके में खत्म कर देंगे। उन्होंने यह भी कहा था कि 22 लोग भारत के 70 करोड़ लोगों से ज्यादा अमीर हैं। साथ ही कहा था कि अगर उनकी सरकार आती है तो एक झटके में गरीबी खत्म हो जाएगी। (PM Modi Rahul Notice)

सांसद राहुल गांधी के इस बयान पर भाजपा ने नीति आयोग की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान लगभग 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठे हैं। ऐसे में राहुल गरीबी बढ़ने का झूठा दावा कर रहे हैं। देश को भाषा के आधार पर उत्तर-दक्षिण में बांट रहे हैं। उनके खिलाफ सख्त कदम उठाया जाए। वहीं कांग्रेस ने PM मोदी के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की थी। कांग्रेस ने आयोग से कहा कि PM मोदी के ‘संपत्ति का बंटवारा’ वाले बयान पर एक्शन लें। कांग्रेस ने इस बयान को विभाजनकारी, दुर्भावना से भरा और समुदाय विशेष को टारगेट करने वाला बताया था। (PM Modi Rahul Notice)

शिकायत के आधार पर नोटिस जारी

इन बयानों के लिए चुनाव आयोग ने दोनों पार्टियों के अध्यक्षों को जिम्मेदार माना है। वहीं शिकायत के आधार पर भाजपा और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्षों को नोटिस भेजा गया है। आयोग ने कहा कि अपने प्रत्याशियों के कामों के लिए राजनीतिक दलों को ही पहली जिम्मेदारी उठानी चाहिए। खासतौर पर स्टार कैंपेनर्स के मामले में। ऊंचे पद पर बैठे लोगों के चुनावी भाषणों का असर ज्यादा गंभीर होता है। चुनाव आयोग ने 5 अप्रैल को आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी सिंह को भी नोटिस जारी किया था। वहीं तेलंगाना के पूर्व CM के चंद्रशेखर राव को भी नोटिस भेजा था। कांग्रेस के गणेश गोदियाल और रघुबीर सिंह कदियान को भी चुनाव आयोग नोटिस भेज चुका है। (PM Modi Rahul Notice)

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