
Rice Miller of Balodabazar: बलौदाबाजार जिले के कसडोल विकासखंड के सुखरी गांव स्थित मेसर्स जयराम राइस मिल में 380 क्विंटल शासकीय धान कम पाए जाने पर कलेक्टर दीपक सोनी ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इस गड़बड़ी के एवज में राइस मिल की ओर से जमा की गई 50 लाख रुपए की बैंक गारंटी से 9 लाख 50 हजार रुपए की वसूली की जाएगी। कलेक्टर दीपक सोनी ने कस्टम मिलिंग की बकाया राशि का भुगतान भी वसूली पूरा होने तक रोके जाने का आदेश जारी किया गया है। कलेक्टर ने कहा कि शासकीय धान के भंडारण और कस्टम मिलिंग में किसी भी प्रकार की अनियमितता का मामला पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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कलेक्टर की ओर से जारी आदेश के अनुसार राइस मिल की जांच के दौरान स्टॉक पंजी और बी-1 दस्तावेज नहीं पाया गया। न ही राइस मिलर ने मासिक विवरणी प्रस्तुत की। भौतिक सत्यापन में 380 क्विंटल धान कम मिला। जांच टीम ने राइस मिलर के इस कृत्य को छत्तीसगढ़ कस्टम मिलिंग चावल उपार्जन आदेश का स्पष्ट उल्लंघन माना है। कम पाए गए 380 क्विंटल धान का मूल्य 9 लाख 50 हजार रुपए की वसूली छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी विपणन संघ बलौदाबाजार में मिलर के जमा की गई 50 लाख रुपए की बैंक गारंटी से वसूली जाएगी। (Rice Miller of Balodabazar)
149.25 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी
वहीं छत्तीसगढ़ में राज्य शासन ने न्यूनतम समर्थन मूल्य में रिकॉर्ड 149.25 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की है। इसमें मोटा धान 81.98 लाख मीट्रिक टन, पतला धान 10.75 लाख मीट्रिक टन और सरना धान 56.52 लाख मीट्रिक टन शामिल हैं। धान की यह खरीदी राज्य बनने के बाद का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। धान खरीदी का सिलसिला 14 नवंबर 2024 से शुरू होकर 31 जनवरी 2025 तक जारी रहा, जिसके अंतर्गत राज्य के पंजीकृत 25 लाख 49 हजार 592 किसानों ने धान विक्रय किया। धान खरीदी के एवज में किसानों को बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत 31 हजार 89 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है। महासमुंद जिला सर्वाधिक 11.04 लाख मीट्रिक टन धान खरीद कर राज्य में पहले नंबर पर है। वहीं बेमेतरा जिला 9.38 लाख मीट्रिक टन धान खरीद कर दूसरा और बलौदाबाजार जिला 8.56 लाख मीट्रिक टन धान खरीदकर तीसरा स्थान हासिल की है। (Rice Miller of Balodabazar)