मणिपुर में हिंसा को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिया जवाब, जानिए सदन में उन्होंने क्या-क्या कहा ?

Shah on Manipur Violence: मणिपुर में हिंसा को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा में जवाब दिया। उन्होंने कहा कि मैं मानता हूं कि मणिपुर में हिंसा की घटनाएं हुई हैं। ऐसी घटनाओं का कोई भी समर्थन नहीं कर सकता है। इन घटनाओं पर राजनीति करना शर्मनाक है। मैं पहले दिन से ही मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार था, लेकिन विपक्ष कभी चर्चा नहीं करना चाहता था। आप मुझे चुप नहीं करा सकते हैं। क्योंकि 130 करोड़ लोगों ने हमें चुना है। इसलिए उन्हें हमारी बात सुननी होगी। मणिपुर में हमारी सरकार के पिछले छह सालों के दौरान कर्फ्यू की आवश्यकता कभी नहीं पड़ी।

यह भी पढ़ें:- छत्तीसगढ़ में नक्सली घटनाओं में कमी को लेकर केंद्र और भूपेश सरकार फिर आमने-सामने, पढ़ें पूरी खबर

लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर में हिंसा के कारणों और राज्य में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मैं मैतेई और कुकी दोनों समुदायों से बातचीत में शामिल होने की अपील करता हूं, हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हम राज्य में शांति लाएंगे। इस मुद्दे पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए। (Shah on Manipur Violence)

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाने वाले वीडियो को लेकर कहा कि ये वीडियो संसद सत्र के शुरू होने से पहले क्यों आया? अगर किसी के पास यह वीडियो था तो उन्हें इसे DGP को देना चाहिए था और उसी दिन (4 मई) कार्रवाई की गई होती। हमें जिस दिन वीडियो मिला हमने उन सभी 9 लोगों की पहचान कर ली और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। मैं वहां (मणिपुर) 3 दिन रहा और इस अवधि के दौरान हमने कई निर्णय लिए… राज्य में सामान्य स्थिति स्थापित करने के लिए क्षेत्र में अर्धसैनिक बल तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि जब कोई राज्य का मुख्यमंत्री सहयोग नहीं कर रहा हो तो उसे बदलना पड़ता है। ये सीएम केंद्र के साथ सहयोग कर रहे हैं। (Shah on Manipur Violence)

शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने मुझे रात में 4 बजे फोन किया और सुबह 6:30 बजे जगाया, और वे (विपक्ष) कह रहे हैं कि पीएम स्थिति की निगरानी नहीं कर रहे हैं। संसद के मानसून सत्र में अविश्वास प्रस्ताव पर दूसरे दिन की बहस के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी मणिपुर गए थे। उन्होंने कहा मुझे चुराचांदपुर जाना है। सेना ने कहा कि हेलीकॉप्टर से जाइए। वे नहीं माने। तीन घंटे ऑनलाइन आकर नाटक किया, फिर लौट गए। अगले दिन फिर हेलीकॉप्टर से ही गए। पहले दिन ही वे हेलीकॉप्टर से जा सकते थे, लेकिन उन्हें राजनीति करनी थी।

इधर, मणिपुर को लेकर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि जिस मुख्यमंत्री के महीनों के कार्यकाल में करीब 5 हजार हथियार पुलिस थानों से लूटे गए हैं। इसके बावजूद गृहमंत्री कह रहे हैं कि वह सहयोग दे रहे हैं। क्या मणिपुर के मुख्यमंत्री केंद्र को इसी तरह का सहयोग दे रहे हैं। गृह विभाग और सीएम में अपनी गलती स्वीकार करने की हिम्मत नहीं है। 60 हजार लोग आश्रय शिविरों में रह रहे हैं और वे (केंद्र) कह रहे हैं कि सीएम सहयोग कर रहे हैं। इस तरह का सहयोग नहीं चाहिए, पीएम को नैतिक आधार पर सीएम को हटाना चाहिए। (Shah on Manipur Violence)

Related Articles

Back to top button