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Son murdered father: पैसो के लालच में रिश्ते हुए तार-तार; बेटे ने चाचा के साथ मिलकर की पिता की हत्या

Son murdered father: बिलासपुर जिले में 3 महीने पहले किराना व्यवसाय करने वाले व्यापारी को उन्ही के बेटे और सगे भाई ने पैसे के लालच में मौत के घाट उतार (Son murdered father) दिया। हत्या में पास के गावं का बढई को भी शामिल किया। मुँह में शराब की बोतल ठूसा कर, हतियार से गाला काट कर लाश को ऐसे ही छोड़ दिया।

31 जनवरी चकरभाटा क्षेत्र के एक किराना व्यापारी भगतराम कौशिक की लाश सुबह दूकान पर मिली। घर वालों ने देख तुरंत चकरभाटा थाना को खबर की। शव के चेहरे की स्तिथि गंभीर थी। धारदार हतियार से गला कटा गया था। पुलिस ने तत्काल जांच शुरू कर दी। प्रारंभिक पूछताछ में परिवार के सभी सदस्यों से बातचित की। बाकी सब का बयान ठीक था। उनके बेटे विशाल और भाई संतोष का बयान अटपटा सा लगा। जांच में पूछने पर किसी ने अपनी बुआ को आरोपी बताया और किसी ने गुमराह करने के लिए कहा की ” पिताजी ने डेढ़ करोड़ में पैतृक जमीन बेचा और रजिस्ट्री में अस्सी लाख दर्ज कराया बाकी बचे पैसे घर में थे। उस पैसे को चोरी करने के लिए कोई आया और पिताजी का क़त्ल कर फरार हो गया “।

पुलिस को दोनों ही बयान पर शंका हुई। पुलिस ने दोनों पर निगरानी रखनी चालू की और मोबाइल मोबाइल की तकनिकी जांच चालू कर दिया। जांच से पता चला की उस रात दोनों के फ़ोन एक्टिव थे और हत्या के समय दोनों ही घर से बहार निकले थे। दोनों को थाना बुला कर वापस पूछताछ चालू किया गया। थोड़ा कड़ाई करने पर दोनों ने कबूल किया की पैसों के लिए हत्या उन्होंने ही की है।

बढ़ाई को भी किया था शामिल

कुछ दिनों पहले व्यापारी भगतराम ने पैतृक ज़मीन को बेचा था जिसके कीमत करीब डेढ़ करोड़ थी और पैसों को अपने पास ही रखा था। बेटे को भाई को पैसे नहीं मिलने मिलने की नाराज़गी में उन्होंने साजिश रच कर बढ़ई संग्राम यादव (36) को शामिल किया। साथ मिल कर अपने ही बाप और भाई को मौत के घाट उतार दिया। शुरुवाती पूछताछ में बेटे का बयान इस प्रकार था “पापा रोज़ दूकान में सोते है और उस दिन भी पापा खाना खा कर दूकान सोने चले गए। सुबह उठ कर देखा तो किसी ने पापा की गाला काट कर हत्या कर दी थी ” भाई ने भी यही बयान दिया था।

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