पूर्व मुख्यमंत्री के घर और कार्यालय में पथराव, जानिए क्या है पूरा मामला

Stones Pelted Yediyurappa House: कर्नाटक में आरक्षण मुद्दे को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के घर और कार्यालय पर पथराव हुआ है। बंजारा और भोवी समुदाय के लोगों ने शिवमोगा में येदियुरप्पा के घर और दफ्तर के बाहर हिंसक विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई। राज्य सरकार ने फैसला किया है कि शेड्यूल कास्ट (SC) को मिलने वाले आरक्षण को इस वर्ग की अलग-अलग जातियों में बांट दिया जाएगा। बंजारा और भोवी समुदाय इसी का विरोध कर रहा है। उनका कहना है कि इससे उनके समुदाय के लोगों के साथ अन्याय होगा।

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वहीं अपने घर और कार्यालय पर हुए पथराव को लेकर BJP नेता बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि मैं बंजारा समुदाय के नेताओं को फोन करूंगा और उनसे बात करूंगा। मैं पिछले 50 सालों से शिकारीपुरा के विकास के लिए काम कर रहा हूं। प्रदर्शनकारियों को कुछ गलतफहमी हो सकती है। इसलिए मैंने एसपी और डीसी से कोई कड़ी कार्रवाई नहीं करने को कहा है। उन्होंने कहा कि बंजारा समुदाय के नेताओं को गलतफहमी हुई है। मैं उन्हें CM के पास लेकर जाऊंगा, जिससे उनकी शिकायतों का हल निकाला जा सके। बंजारा समुदाय के लोगों ने मुख्यमंत्री बनने में मेरा साथ दिया है। मैं इस घटना के लिए कांग्रेस या किसी और को दोष नहीं दूंगा। (Stones Pelted Yediyurappa House)

बता दें कि प्रदेश सरकार ने 24 मार्च को शेड्यूल कास्ट (SC) को मिलने वाले आरक्षण को 4 हिस्सों में बांट दिया था। अब शेड्यूल कास्ट (लेफ्ट) को 6%, शेड्यूल कास्ट (राइट) को 5.5%, शेड्यूल कास्ट (टचेबल) को 4.5% और शेड्यूल कास्ट (अन्य) को 1% आरक्षण दिया जाएगा। कर्नाटक में शेड्यूल कास्ट के अंदर 101 जातियां आती हैं, जिन्हें इन 4 कैटेगरी में बांटा गया है। कर्नाटक के कानून मंत्री के मुताबिक ये आरक्षण जनसंख्या के आधार पर दिया गया है। ये चारों कैटेगरी आर्टिकल 341(2) के तहत बनाई गई है। (Stones Pelted Yediyurappa House)

वहीं सरकार ने इस बदलाव को संविधान की 9वीं अनुसूची में शामिल करवाने के लिए केंद्र सरकार को रिकमेंडेशन भेजी है। राज्य सरकार ने SC-ST कैटेगरी का आरक्षण भी बढ़ाया था। शेड्यूल कास्ट का आरक्षण 15% से बढ़ाकर 17% और शेड्यूल ट्राइब का आरक्षण 3% से बढ़ाकर 7% किया गया था। बंजारा और भोवी समुदाय के लोग इस फैसले को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। उनका आरोप है कि ये फैसला शेड्यूल कास्ट के अंदर आने वाली जातियों को बांटने का काम करेगी। दरअसल, बंजारा और भोवी जाति शेड्यूल कास्ट (टचेबल) के अंदर आती है। इन्हें 4.5% आरक्षण दिया गया है। प्रदर्शनकारी इस आरक्षण को कम बता रहे हैं। साथ ही लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। (Stones Pelted Yediyurappa House)

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