विश्व बाघ दिवस: छत्तीसगढ़ की प्रदर्शनी को देशभर के लोगों ने सराहा

Tiger Reserve of Chhattisgarh: ग्लोबल टाइगर-डे के अवसर पर उत्तराखंड के जिम कार्बेट नेशनल पार्क में बाघ संरक्षण से जुड़े मुद्दों पर जागरूकता और इको डेव्हलपमेंट कमेटी आधारित प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ के तीनों टाइगर रिजर्व द्वारा लगाए गए स्टॉलों को देशभर के लोगों ने सराहा। अचानकमार टाइगर रिजर्व अंतर्गत संचालित मैकल शहद सोसायटी (बोइराहा) का वाइल्ड रॉ हनी, गरिमा मंच (गनियारी) के जैविक उत्पाद, छत्तीसगढ़ हर्बल ब्रांड के उत्पाद ने लोगों का ध्यान खीचा और इसके बारे में जानने के लिए वनप्रेमियों में उत्सुकता दिखी।

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वहीं इंद्रावती टाइगर रिजर्व के गिद्ध संरक्षण प्रोग्राम और ‘बेल मेटल आर्ट‘ की प्रदर्शनी और उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्र में स्व-सहायता समूहों द्वारा संचालित इको टूरिज्म के जरिए आजीविका आधारित प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ के टाईगर रिजर्वों में वन्यप्राणियों और मानव के सहअस्तित्व को बनाए रखने के लिए की जा रहे प्रयासों की झलक दिखी। ग्लोबल टाईगर-डे के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के पीसीसीएफ (वाइल्ड लाइफ) और चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन सुधीर अग्रवाल, अचानकमार टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर एस. जगदीशन, इन्द्रवती टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर आर.के. चंदकमल, तीनों टाइगर रिजर्व से स्व-सहायता समूह-इको डेवलपमेंट कमिटी के सदस्य समेत अन्य वन विभाग के अधिकारी शामिल हुए। (Tiger Reserve of Chhattisgarh)

बस्तर को ट्रायबल आर्ट कैटेगरी में मिला प्रथम पुरस्कार

विश्व बाघ दिवस के अवसर पर जुलाई में देश भर में चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए उम्र का कोई बंधन नहीं रखा गया था। इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बस्तर के गुजराल सिंह बघेल को ट्रायबल आर्ट कैटगरी ने देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया। राज्य मंत्री पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय अश्विनी कुमार चौबे के हाथों सुधीर अग्रवाल, पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ ने पुरस्कार ग्रहण किया। (Tiger Reserve of Chhattisgarh)

इधर, अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के मौके पर राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण ने राज्यवार बाघों की गणना 2022 के आंकड़े जारी कर दिए हैं, जिसके मुताबिक छत्तीसगढ़ में बाघों की संख्या कम हुई है। छत्तीसगढ़ में साल 2022 में बाघों की संख्या 17 दर्ज की गई है, जो 2018 में की गई गणना के लिहाज से दो कम है। इसके पहले 2014 में ये आंकड़ा 46 और 2010 और 2006 में 26-26 थी। ताजा आंकड़ों में सबसे ज्यादा 5 बाघ अचानकमार टाइगर रिजर्व में होने का अनुमान है। वहीं उदंती सीतानदी और इंद्रावती अभयारण्य में एक-एक बाघ होने का अनुमान है। (Tiger Reserve of Chhattisgarh)

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