Uddhav Resigned: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने दिया इस्तीफा, विधान परिषद की सदस्यता भी छोड़ने का ऐलान
Uddhav Resigned: महाराष्ट्र का सियासी संकट खत्म होने के कगार पर हैं। क्योंकि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने फेसबुक लाइव करते हुए इस्तीफा दे दिया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की ओर से शिवसेना की दलीलों को खारिज करते के आदेश के कुछ देर बाद ही इस्तीफा दे दिया।इस दौरान उन्होंने शिंदे गुट के गिले-शिकवों पर अपनी बात रखी और कहा कि आपको अपनी बात ठीक तरह से रखनी चाहिए थी। उद्धव ने कहा कि जिनसे धोखे की आशंका थी वे साथ रहे। उन्होंने कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी NCP के मुखिया शरद पवार को धन्यवाद कहा।
उद्धव ठाकरे ने MLC पद से भी इस्तीफे की घोषणा की है। pic.twitter.com/GtjEbayDwn
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 29, 2022
उन्होंने लाइव के दौरान कहा कि-आज मंत्रिमंडल की बैठक हुई, मुझे इसका संतोष है कि बालासाहेब ठाकरे ने जिन शहरों का जो नाम रखा था, औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम धाराशिव आज हमने उनको वे नाम आधिकारिक तौर पर दिए हैं। NCP और कांग्रेस के लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने मेरा साथ दिया। आज शिवसेना से सिर्फ मैं, अनिल परब, सुभाष देसाई और आदित्य ये चार ही लोग उस प्रस्ताव के पास होने के समय मौजूद रहे। आज कैबिनेट समाप्त होने के बाद अशोक चव्हाण ने मुझे कहा कि हम आपके साथ हैं अगर इसलिए दिक्कत हो रही है तो हम महा विकास आघाडी के बाहर जाते हैं और आप को बाहर से समर्थन देते हैं लेकिन मैंने कहा नहीं ऐसा नहीं होता। इसके बाद उद्धव ठाकरे ने इस्तीफे का ऐलान किया।
मैं आया भी अनपेक्षित रूप से था और जा भी अनपेक्षित रूप से रहा हूं। मतलब हमेशा के लिए नहीं जा रहा हूं मैं यहीं रहूंगा और शिवसेना भवन में फिर जा कर बैठूंगा, अपने सभी लोगों को एकत्र करूंगा: उद्धव ठाकरे pic.twitter.com/0dQnUWkpGc
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उद्धव ठाकरे ने कहा कि- मैं मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं। मैं आया भी अनपेक्षित रूप से था और जा भी अनपेक्षित रूप से रहा हूं। मतलब हमेशा के लिए नहीं जा रहा हूं मैं यहीं रहूंगा और शिवसेना भवन में फिर जा कर बैठूंगा, अपने सभी लोगों को एकत्र करूंगा।उद्धव ठाकरे ने MLC पद से भी इस्तीफे की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री को इस्तीफा पहले ही देना चाहिए था, उनकी बंद मुट्ठी में भी जो ताकत थी वो खुल गई है। जहां हिन्दुत्व के विचार छोड़कर कांग्रेस के विचारों पर CM चल रहे थे। एकनाथ शिंदे गुट ने बालासाहेब के विचारों पर कायम रखने के लिए विद्रोह किया है : रवि राणा, महाराष्ट्र के निर्दलीय विधायक pic.twitter.com/LS7Icglisb
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इधर, महाराष्ट्र के निर्दलीय विधायक रवि राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री को इस्तीफा पहले ही देना चाहिए था, उनकी बंद मुट्ठी में भी जो ताकत थी वो खुल गई है। जहां हिन्दुत्व के विचार छोड़कर कांग्रेस के विचारों पर CM चल रहे थे। एकनाथ शिंदे गुट ने बालासाहेब के विचारों पर कायम रखने के लिए विद्रोह किया है।