सिक्किम में 9 जवानों समेत 32 शव बरामद, लगातार बढ़ रहा मौतों का आंकड़ा

Sikkim Flood Update: सिक्किम में कुदरत का कहर लगातार जारी है। 3 अक्टूबर को अचानक आई बाढ़ में अब तक 32 लोगों की मौत हो गई है, जिसमें 9 जवान भी शामिल हैं। अभी भी 100 से ज्यादा लापता लोगों की तलाश जारी है। हालांकि राज्य सरकार का कहना है कि इस बाढ़ के बाद से अब 142 लोग लापता हैं, जिनमें से 26 शव बरामद किए जा चुके हैं। खराब मौसम और लगातार बारिश के कारण नुकसान का सटीक आकलन नहीं हो पाया है। वहीं तीस्ता में आई बाढ़ से भारत-चीन सीमा यानी LAC पर सेना के ऑपरेशन पर कोई असर नहीं पड़ा है। हालांकि सेना के कुछ कैंप बह गए हैं। 

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बाढ़ के कारण सिंगताम के पास बुरडांग में रुके 23 सैनिक और 39 गाड़ियां पानी के साथ आए मलबे में दब गए या बह गए थे। इधर, धर्मगुरू दलाई लामा ने 16 से 22 अक्टूबर की अपनी सिक्किम यात्रा स्थगित कर दी है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक बादल फटने से अचानक आई बाढ़ ने 41 हजार 870 लोगों को प्रभावित किया है। वहीं देश के बाकी हिस्सों से कट चुके राज्य के कुछ इलाकों से 2 हजार 563 लोगों को बचाया गया है। जबकि लापता लोगों की तलाश जारी है। लापता लोगों में पाकयोंग जिले के 78 लोग, गंगटोक के 23, मंगन के 15 और नामची के छह लोग शामिल हैं। (Sikkim Flood Update)

ITBP के मुताबिक उनकी टीम ने सिक्किम के चुंगथांग में 56 लोगों को बचाया है। इनमें 52 पुरुष और चार महिलाएं हैं। बाढ़ प्रभावित राज्य में 30 राहत शिविर बनाए गए हैं। इनमें कुल 6,875 लोगों ने शरण ली है। सिक्किम की जीवन रेखा कहलाने वाला नेशनल हाईवे-10 सड़क बहने और तीस्ता पर बने पुलों के टूटने से परिवहन के लायक नहीं रह गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक बाढ़ से 4 जिलों के 1300 से ज्यादा घर और तीस्ता पर बने 13 पुल बह गए हैं। वहीं 13,000 करोड़ रुपए के तीस्ता-3 हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट का 60 मीटर ऊंचा बांध बाढ़ से पूरी तरह बह गया। आम लोगों के लिए खाने-पीने और दैनिक जरूरतों की दूसरी तमाम चीजों का संकट खड़ा हो गया है, क्योंकि उनका आशियाना बह गया है या तो तबाह हो गया है। (Sikkim Flood Update)

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