बर्फीला तूफान की चपेट में आने से 10 लोगों की मौत, 11 पर्वतारोही फंसे
Barfila Tufan: उत्तराखंड में एक बार फिर प्रकृति का तांडव देखने को मिला है। दरअसल, उत्तरकाशी में 5 हजार फीट से ज्यादा ऊंची द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी पर बर्फीले तूफान के कारण 29 पर्वतारोही फंस गए, जिनमें से 8 को बचा लिया गया है। वहीं 10 पर्वतारोहियों की मौत हो गई है। SDRF की टीम निम के बेस कैंप में पहुंच गई है। एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर की मदद से उन्हें दुर्घटनास्थल तक पहुंचाया जाएगा। एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर भी उत्तरकाशी पहुंच गए हैं और क्षेत्र की रेकी कर रहे हैं। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्रिंसिपल अमित बिस्ट ने इन 10 पर्वतारोहियों की मौत की पुष्टि की। अभी भी 11 की तलाश जारी है।
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बता दें कि द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी पर बर्फीले तूफान में नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग के 29 ट्रेनी फंस गए थे। जानकारी होने के बाद नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग की टीम के साथ जिला प्रशासन, NDRF, SDRF, सेना और ITBP के जवान बचाव अभियान में जुट गए। इंडियन एयर फोर्स के अधिकारी ने बताया कि बचाव और राहत कार्य के लिए सेना ने दो चीता हेलीकॉप्टर्स को तैनात किया गया है। अन्य सभी हेलीकॉप्टर्स के बेड़े को किसी भी अन्य आवश्यकता के लिए स्टैंडबाय पर रखा गया है। बताया जा रहा है कि सभी पर्वतारोही 23 सितंबर को उत्तरकाशी में अभियान पर निकले थे। (Barfila Tufan)
उत्तरकाशी में एवलॉन्च, 21 लापता: पर्वतारोहण संस्थान के 29 ट्रेनी बर्फ में फंसे, 8 को रेस्क्यू किया। pic.twitter.com/Ng3FTq3l7p
— Aadesh Shukla AS (@aadeshShuklaa) October 4, 2022
आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि ट्रेनिंग में प्रशिक्षक और प्रशिक्षणार्थी समेत कुल 175 लोग थे, जिसमें 29 लोग बर्फीले की चपेट में आए। 8 लोगों का रेस्क्यू कर लिया गया है। रेस्क्यू के लिए हेलीकॉप्टर की मदद ली जा रही है। इस हादसे को लेकर नेहरू पर्वतारोहण संस्थान ने बताया कि उत्तरकाशी में भुक्की के पास चल रहे बेसिक और एडवांस कोर्स के बच्चे आज सुबह पर्वतारोहण की ट्रेंनिंग के लिए द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी पहुंचे, जिसकी ऊंचाई करीब ऊंचाई 5,006 मीटर है। इस दौरान अचानक बर्फीला तूफान आने से कई ट्रेनी वहीं फंस गए। (Barfila Tufan)
एवलांच में फंसे 28 पर्वतारोहण प्रशिक्षणार्थी !#NIM उत्तरकाशी के बेसिक और एडवांस कोर्स के बच्चे आज सुबह पर्वतारोहण की ट्रेंनिंग के लिए द्रोपदी के डण्डा पहुँचे।
सेना का रेस्क्यू जारी ,10 की मौत की सूचना #Mountaineers #India #mountaineering #dehradun #Uttrakhand #ITBP pic.twitter.com/qWkwWIBl2D— Sanjeev 🇮🇳 (@Sanjubolbam) October 4, 2022
घटना को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी में हिमस्खलन में फंसे प्रशिक्षार्थियों को जल्द से जल्द सकुशल बाहर निकालने के लिए NIM की टीम के साथ जिला प्रशासन, NDRF, SDRF, सेना और ITBP के जवानों की ओर से तेजी से राहत और बचाव कार्य चलाया जा रहा है। इसके साथ ही CM धामी ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से वार्ता कर रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने के लिए सेना की मदद का अनुरोध किया है। साथ ही कहा कि हमें केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता देने के लिए आश्वस्त किया है। (Barfila Tufan)
द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी में हिमस्खलन की चपेट में आए कई प्रशिक्षार्थियों के हताहत होने का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ।
ईश्वर दिवंगत आत्माओं को श्रीचरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) October 4, 2022
द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी में हिमस्खलन में फंसे प्रशिक्षार्थियों को जल्द से जल्द सकुशल बाहर निकालने के लिए NIM की टीम के साथ जिला प्रशासन, NDRF, SDRF, सेना और ITBP के जवानों द्वारा तेजी से राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) October 4, 2022
उत्तराखंड SDRF कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने बताया कि द्रौपदी की डंडा-2 पर्वत चोटी पर लगातार भारी बर्फबारी हो रही है। इसके बावजूद, NIM पर्वतारोहण प्रशिक्षुओं को बचाने के लिए भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों के माध्यम से रेकी के प्रयास जारी है। इससे पहले 1 अक्टूबर को केदारनाथ मंदिर के करीब एवलांच हुआ था। वहीं, 23 सितंबर को मंदिर से करीब 5 किमी पीछे बने चौराबाड़ी ग्लेशियर में एवलांच आया था। इसका भी वीडियो सामने आया था। रुद्रप्रयाग के डिजास्टर मैनेजमेंट अधिकारी एनएस रजवार ने बताया था कि यह काफी छोटा एवलांच था। दोनों ही एवलांच में नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली। (Barfila Tufan)
तीन दिन पहले केदारनाथ में हिमस्खलन का वीडियो वायरल हुआ था। आज पर्वतारोहियों के साथ हादसा हो गया। आपदा पूर्व चेतावनी और मौसम अलर्ट को लेकर सवाल उठ रहे हैं https://t.co/d9aymLllUI
— उत्तरपथ. उत्तराखंड (@UttarpathUK) October 4, 2022