बृजमोहन अग्रवाल गौठानों में गोबर ढूंढने लगे बृजमोहन, बोले- न मिला, न बिका तो गया कहां

रायपुर। भाजपा के विधायक और छत्तीसगढ़ की पिछली सरकार में कृषि मंत्री रह चुके बृजमोहन अग्रवाल ने गौठानों में सियासी छापेमारी की। दरअसल भारतीय जनता पार्टी चलबो गोठान, खोलबो पोल  (Chalbo Gauthan Kholbo Pol) नाम का एक अभियान भी चला रही है। इस दौरान प्रदेश के तमाम बड़े भाजपा नेता गौठान पहुंच रहे हैं और वहां लोगों से मुलाकात कर रहे हैं ।

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बृजमोहन अग्रवाल जब रायपुर के गोकुल नगर और फुंडहर स्थित गौठान में पहुंचे तो हैरान करने वाली बातें सामने आईं। गोबरी खरीदी बंद मिली, संचालन समूहों को पैसे न मिलने, चारा, खाद का बंदोबस्त न होने जैसी स्थितियां आंखों के सामने थीं। इस वजह से बृजमोहन ने इन्हें भ्रष्टाचार का केंद्र बताया। उन्होंने आगे कहा जैसे ईडी अलग-अलग मामलों की जांच कर रही है। केंद्र सरकार और जनता के पैसों को इन गोठानों में खर्च किया गया। इसलिए जांच होनी चाहिए। 

जब विधायक ढूंढने लगे 12,64,500 किलो गोबर

फुंडहर स्थित गौठान में जब बृजमोहन पहुंचे तो मोर्चा संभालने पहले से ही निगम के अधिकारी यहां मौजूद थे। अग्रवाल ने पूछा कि यहां देखरेख कौन करता है, अफसरों ने भोला नाम के कर्मचारी को बुलाया।

सवाल.. भोला से अग्रवाल ने पूछा कि क्या यहां गोबर की खरीदी हो रही है ?
जवाब.. भोला – 3 महीने से गोबर की खरीदी बंद है ।
सवाल.. बृजमोहन- कितने जानवर हैं यहां ?
जवाब..भोला- 281 जानवर हैं।
सवाल..बृजमोहन – गाय एक दिन में कितना गोबर देती है ?
जवाब..भोला- (कुछ सेकंड चुप रहा फिर पूरे भोलेपन से कहा)- आप कृषि मंत्री रहे हैं, आप ही बताइए ।
सवाल..बृजमोहन- एक गाय अगर 5 किलो गोबर भी दिन भर में देती है तो 281 जानवरों का दिन का 1405 किलो, महीने का 42,150 किलो और तीन महीने से गोबर खरीदी नहीं हो रही तो तीन महीने का 12,64,500 किलो गोबर कहां रखा है दिखाओ।
(इसके बाद निगम के कर्मचारी मुस्कुराकर बात टालते दिखे, इतनी बड़ी मात्रा में गोबर न गौठान में कहीं दिखा न ही इसे बेचा गया तो ये गया कहां निगम के अधिकारियों की रहस्यमयी मुस्कान में ये सवाल खो गया। (Chalbo Gauthan Kholbo Pol)

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महीनों से बंद पड़ा है गोबर खरीदी केंद्र

गोकुल नगर इलाके में गोधन न्याय योजना के लिए गोबर खरीदी केंद्र बनाया गया है । जब यहां बृजमोहन अग्रवाल अपने कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे तो स्थानीय लोगों ने बताया कि इस केंद्र का संचालन करने वाली समितियां अपना काम ही छोड़ चुकी हैं। वजह यह है कि यहां मलिक नाम का ठेकेदार , उन्हें पैसे नहीं देता।

महीनों से इस केंद्र में कामकाज बंद पड़ा है। ठेकेदार अपनी ही डेयरी से गोबर लाकर यहां के रजिस्टर में एंट्री करता है, यहां बोरिंग दो बार खराब हो चुकी है, पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। बृजमोहन अग्रवाल यहां जायजा लेने के बाद कहा कि गोधन खरीदी केंद्र वीरान मिला, गाय तो यहां नहीं दिखे कुत्ते घूम रहे थे। यहां पर कचरा बिखरा हुआ है ।

अस्वस्थ मवेशियों के लिए डॉक्टर नहीं

फुंडहर गोठान का जायजा लेने के दौरान बृजमोहन अग्रवाल की नजर एक बीमार बछड़े पर भी पड़ी । यह बछड़ा हाल ही में जन्मा और इसे जन्म देने वाली गाय की मौत हो गई । गौठान में मौजूद मवेशियों की बीमारियों की जांच करने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव भी इस गौठान में दिखाई दिया।

कांग्रेस बोली- भाजपाई दुष्प्रचार कर रहे हैं

छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में गांव, गरीब, किसानों और गोपालकों की समृद्धि को भाजपाई पचा नहीं पा रहे हैं। दुष्प्रचार कर रहे हैं। प्रदेश में संचालित गोठानों में 14504 महिला स्व सहायता समूह की 1,71,585 बहनों को 131 करोड़ 43 लाख़ का भुगतान अब तक हो चुका है। यही नहीं गोपालकों और समूहों को अब तक 445 करोड़ 14 लाख़ का भुगतान, 21 मई को 13 करोड़ 57 लाख दिए गए।

प्रदेश में पंजीकृत गोपालकों की संख्या 3,41,713 हैं। अब तक कुल गोबर खरीदी 32.72 लाख़ क्विंटल जिससे 24.54 लाख़ क्विंटल वर्मी कंपोस्ट का निर्माण किया गया है। 4 रुपए प्रति लीटर की दर पर खरीदे गए गौमूत्र से जैविक कीटनाशक “ब्रह्मास्त्र“ 74401 लीटर और “जीवामृत“ 31478 लीटर अर्थात् कुल जैविक कीटनाशक 1 लाख़ 5 हजार लीटर से अधिक का निर्माण किया गया है।

गौमूत्र से आय समुह को 48 लाख़ 50 हज़ार का शुद्ध मुनाफा गोठान समितियों को हुआ है। 2 अक्टूबर 2022 से रीपा परियोजना के तहत हर ब्लाक में 2 गोठानों में औद्योगिक गतिविधियां संचालित करने का फैसला लिया गया है, जिसके तहत लगभग 300 से अधिक गोठानों में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क का काम शुरू हो चुका है। गोठानों में कृषि और वनोपाजों के प्रसंस्करण के साथ ही बागवानी, मुर्गी पालन, बकरी पालन, आटा चक्की, दाल मसाले पिसाई, तेल पेराई जैसे कार्य समूह के द्वारा किए जा रहे हैं। इस बजट में ग्रामीण क्षेत्र में इंडस्ट्रियल पार्क के लिए 600 करोड़ का प्रावधान किया गया है। (Chalbo Gauthan Kholbo Pol)

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