बेमेतरा में हिंसा के चौथे दिन भी दहशत, मृतक के परिजनों को 10 लाख और सरकारी नौकरी देने का ऐलान

CM on Biranpur Violence: बेमेतरा में बवाल खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच CM भूपेश बघेल ने हिंसा में जान गंवाने वाले युवक के परिजनों के लिए 10 लाख रुपए मुआवजे का ऐलान किया है। साथ ही पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी घोषणा की है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि बिरनपुर में दिवंगत 22 साल के युवक के परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। साथ ही 10 लाख रुपए सहायता राशि भी प्रदान की जाएगी। छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ के पदाधिकारियों की मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ने ये फैसला लिया है। 

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दरअसल, बेमेतरा हिंसा को लेकर साहू समाज के प्रदेश अध्यक्ष टहल सिंह साहू और अन्य पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की। इसके बाद CM भूपेश बघेल ने मुआवजे का ऐलान किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कमिश्नर के नेतृत्व में उच्च स्तरीय प्रशासकीय जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने एक हफ्ते में जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेशवासियों से की शांति और सद्भावना बनाए रखने की अपील की है। (CM on Biranpur Violence)  

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर लिखा- बिरनपुर की घटना बेहद दुर्भाग्यजनक है। इस घटना में दिवंगत भुनेश्वर साहू के परिवार की पीड़ा हम सबकी साझा पीड़ा है। भुनेश्वर की अनुपस्थिति में उसके परिवार का संरक्षण हम सबकी साझी जिम्मेदारी है। छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ के पदाधिकारियों से मुलाकात के बाद हमने निर्णय लिया है कि भुनेश्वर के परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी और 10 लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान की जाएगी। साथ ही मैंने कमिश्नर के नेतृत्व में उच्च स्तरीय प्रशासकीय जांच के निर्देश दिए हैं। एक सप्ताह में जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। प्रभु राम का ननिहाल, माता कौशल्या का घर हमारा छत्तीसगढ़ प्रदेश शांति, सद्भावना का गढ़ रहा है। हम सबको असामाजिक ताकतों से लड़ते हुए शांति और सद्भावना बनाकर रखनी है। ये हर नागरिक की जिम्मेदारी है। कानून से बढ़कर कोई नहीं है। (CM on Biranpur Violence)  

बता दें कि बिरनपुर गांव में 1 हजार पुलिस जवानों को तैनात किया गया है। गांव की गलियों में भी बैरिकेडिंग कर दी गई है। एक-एक गली में पुलिस जवानों को तैनात किया गया है। पूरा गांव छावनी में तब्दील हो गया है। बता दें कि हालात को देखते हुए 5 जिलों यानी बेमेतरा, दुर्ग, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, राजनांदगांव और कवर्धा के SP मौके पर मौजूद हैं। बिलासपुर के एडिशनल SP राहुल देव भी बेमेतरा में मौजूद हैं। बिरनपुर गांव की गलियों में भी बैरिकेडिंग की गई। हर गली में पुलिस जवान तैनात किए गए हैं। (CM on Biranpur Violence)  

बिरनपुर गांव को पुलिस ने सील कर दिया है, जहां धारा 144 पहले से ही लागू है। साथ ही अब बाहर से किसी को आने-जाने की अनुमति नहीं है। यहां तक कि जनप्रतिनिधियों और मीडिया पर भी पाबंदी लगा दी गई है। गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। तनावपूर्ण हालात को देखते हुए बिरनपुर गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। गांव में जैमर लगाया गया है। यानी इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है, ताकि सोशल मीडिया पर गलत सूचनाएं फैलाकर दोनों समुदायों की भावनाओं को भड़काया नहीं जा सके। 

बता दें कि 8 अप्रैल को बेमेतरा जिले के बिरनपुर गांव में 2 स्कूली छात्रों के बीच रास्ते में साइकिल चलाते समय कट मारने को लेकर विवाद हुआ था। इस दौरान एक युवक ने छात्र के हाथ पर कांच की बोतल तोड़ दी, जिसके कारण उसका हाथ फ्रैक्चर हो गया। इस घटना की जानकारी बच्चों के घरों तक पहुंची तो दोनों पक्षों के लोगों के बीच मारपीट होने लगी। इस बीच दूसरे पक्ष के लोगों ने तलवार से 22 साल के युवक भुनेश्वर साहू की हत्या कर दी थी। हालांकि मामले को लेकर अलग-अलग कहानी सामने आ रही है। ऐसे में किसी एक कहानी पर यकीन पाना अभी फिलहाल के लिए मुश्किल है। मामले में अब तक 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि एक आरोपी की तलाश जारी है। (CM on Biranpur Violence)  

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