Cyber fraud : सिम वेरिफिकेशन के नाम पर खाते से उड़ाए लाखों रूपये, खुद को बताया BSNL का अफसर

Cyber fraud : प्रदेश में साइबर ठगी का मामला बढ़ते जा रहा है। लगातार सभी जिलों से साइबर क्राइम के मामले सामने आ रहे हैं। ताजा मामला बिलासपुर का है जहां BSNL अफसर बनकर ठग ने माइंस के ऑपरेटर के खाते से डेढ़ लाख रुपए पार कर दिए। दरअसल, ठग ने मोबाइल सिम वेरिफिकेशन कराने का झांसा दिया और एनीडेस्क ऐप डाउनलोड कराने के बाद बैंक खाते से रकम ट्रांसफर कर दिया। मामला सकरी थाना क्षेत्र का है। ठगी के शिकार माइंस ऑपरेटर की रिपोर्ट पर पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

आसमा सिटी निवासी पंकज कुमार कश्यप (44 साल) हिर्री माइंस में ऑपरेटर है। आठ मार्च को दोपहर तीन बजे उसके पास अनजान नंबर से कॉल आया था। फोन करने वाले ने खुद को BSNL कंपनी का सर्किल अधिकारी बताया। कथित अफसर ने उसे मोबाइल सिम बंद होने और सिम का वेरिफिकेशन कराने का झांसा दिया था।

कथित BSNL अफसर ने उसे सिम वेरिफिकेशन के लिए दस रुपए चार्ज बताया। इस राशि को जमा करने के लिए उसने एनीडेस्क ऐप डाउनलोड करने को कहा और लिंक भेजकर दस रुपए जमा करने का झांसा दिया। एनीडेस्क ऐप डाउनलोड कर ऑपरेटर ने जैसे ही 10 रुपए ट्रांसफर किया। इसके दो दिन बाद उसके खाते से डेढ़ लाख रुपए कट गए।

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साइबर क्राइम के जानकार और साइबर सेल प्रभारी प्रदीप आर्या ने बताया कि ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह से लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। बिना जानकारी के मोबाइल में किसी भी लिंक को क्लिक न करें। इसके साथ ही अनजान नंबर से फोन करने वाले को हमेशा इग्नोर करें। क्योंकि, कोई भी बैंक या अन्य कंपनी के अधिकारी फोन से आपके बैंक का डिटेल्स नहीं मांग सकते। उन्होंने बताया कि बैंक अफसर और कंपनी के अधिकारी फोन कर इस तरह से खातों में रकम जमा कराने की बात भी नहीं करते। ऐसा करने वाले साइबर ठग ही होते हैं। ऐसे में ठगों से बचने के लिए सावधानी और जागरूकता जरूरी है।

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