सरकार विरोधी प्रदर्शन में 11 लोगों की मौत, 3 हजार 500 से ज्यादा घायल
Fire Festival Protest: ईरान में सरकार विरोधी प्रदर्शन के दौरान 11 लोगों की मौत हो गई है। जबकि करीब 3 हजार 550 लोग घायल हुए हैं। दरअसल, फायर फेस्टिवल में फारसी न्यू ईयर से पहले सरकार विरोधी प्रदर्शन हुए। 20 फरवरी से चल रहे इस प्रदर्शन में अब तक करीब 27 लोग मारे जा चुके हैं। ईरानी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान लोगों ने पुलिस पर पटाखे और घरों में बने छोटे बम फेंके। साथ ही ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई और ईरानी सरकार के विरोध में नारे लगाए गए। चहारशंबे सूरी के मौके पर ईरान की राजधानी तहरान समेत कई शहरों में 3 दिन के लिए प्रदर्शन की घोषणा की गई है।
यह भी पढ़ें:- भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे सीरीज का मुकाबला कल से शुरू
बता दें कि ईरान में पिछले साल महसा की मौत के बाद से ही पहले हिजाब विरोधी और फिर सरकार विरोधी आंदोलन जारी है। दरअसल, 16 सितंबर 2022 को पुलिस कस्टडी में 22 साल की महसा अमिनी की मौत हो गई थी। ईरान की मॉरेलिटी पुलिस ने महसा को ठीक से हिजाब नहीं पहनने के आरोप में गिरफ्तार किया था। इस दौरान पुलिस ने उससे मारपीट की थी, जिससे महसा कोमा में चली गई थी और फिर उसकी मौत हो गई थी। ईरान के ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स के मुताबिक पिछले कुछ महीनों में हुए प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई है। इस दौरान करीब 530 प्रदर्शनकारियों की हत्या हुई है और 20 हजार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। (Fire Festival Protest)
Young Iranians celebrate chaharshanbe soori—the ancient fire festival on the last Wednesday before Nowruz—by burning their veils and chanting anti-government slogans. Their desire for freedom has not been extinguished. pic.twitter.com/6TaIQcPHVQ
— Karim Sadjadpour (@ksadjadpour) March 14, 2023
वहीं 13 मार्च को ईरान सरकार ने हिजाब और सरकार विरोधी प्रदर्शनों में हिस्सा लेने वाले 22 हजार आरोपियों की रिहाई का फैसला किया था। ईरान के ज्यूडिशियरी चीफ ने इसकी घोषणा की थी। इससे पहले फरवरी के अंत में ईरान में छात्राओं को पढ़ने से रोकने के लिए जहर दिए जाने का मामला सामने आया था। इस बात का खुलासा डिप्टी हेल्थ मिनिस्टर यूनुस पनाही ने किया था। उन्होंने कहा था कि घोम शहर में नवंबर 2022 के बाद से रेस्पिरेटरी पॉइजनिंग के सैंकड़ों मामले सामने आए। स्कूलों में पानी को दूषित किया जा रहा है, जिससे छात्राओं को सांस लेने में दिक्कत आ रही है। (Fire Festival Protest)
जानिए क्या है ईरान का फायर फेस्टिवल
जानकारी के मुताबिक ईरानी के इस फेस्टवल को चहारशंबे सूरी के नाम से जाना जाता है। ये 21 मार्च को होने वाले फारसी न्यू ईयर से पहले मनाया जाता है। इसमें महिलाएं अपने स्कार्फ को आग में फेंकती हैं। साथ ही लोग बॉनफायर के ऊपर से छलांग लगाते हैं। माना जाता है कि अग्नि पवित्र होती है और इसके ऊपर छलांग लगाने से सारी बुराइयां जल जाती है। हालांकि ईरान के कट्टरपंथी लोग इस फेस्टिवल को इस्लाम के खिलाफ बताते हैं और कई बार सेलिब्रेशन रोकने के लिए पुलिस का सहारा लिया जाता है। इधर, ईरान सरकार ने हिजाब और सरकार विरोधी प्रदर्शनों में हिस्सा लेने वाले 22 हजार आरोपियों की रिहाई का फैसला किया था। (Fire Festival Protest)
Watch: Women in Iran’s capital, Tehran, throw their mandatory headscarves into a bonfire as celebrations linked to a traditional fire festival spark fresh anti-regime protests.https://t.co/xmWwtQlXXq pic.twitter.com/yoFKZttLMK
— Al Arabiya English (@AlArabiya_Eng) March 15, 2023