Lok Sabha Election : पशुपति पारस का मोदी कैबिनेट से इस्तीफा, कहा- मेरे साथ नाइंसाफी हुई

Lok Sabha Election : लोकसभा चुनाव के बीच लगातार सियासी घटनाक्रम जारी है. इस बीच राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के नेता और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने अपना इस्तीफा दे दिया है. सोमवार को एनडीए के बीच बिहार के सीट बंटवारे पर मुहर लगी. जिसमें बीजेपी-17, जदयू-16 और लोजपा रामविलास यानी की चिराग की पार्टी को 5 सीटें मिली. इसके अलावा जीतन राम मांझी के पार्टी हम को एक और उपेंद्र कुशवाहा को एक टिकट मिला. हालांकि, इस सीट बंटबारे में पशुपति को एक भी सीट हाथ नहीं लगा.

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बिहार में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए में सीटों का बंटवारे के बाद से ही नाराजगी सामने आ रही थी. केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस के गुट को एक भी सीट इस गठबंधन में नहीं मिला. जबकि चिराग पासवान के गुट को पांच सीटें मिली हैं. इस वजह से गठबंधन के बीच नाराजगी की बात सुर्खियों में रही. इसके एक दिन मंगलवार को पशुपति पारस ने केंद्रीय मंत्री पद से अपना इस्तीफा दे दिया.

नाराजगी की एक वजह ये भी है कि इस सीट बंटवारे में चिराग की लोजपा को 5 सीटें दे गई है। जिनमें से 4 सीटों पर पारस गुट का कब्जा था। दरअसल 2019 लोकसभा चुनाव एलजेपी ने एनडीए के साथ लड़ा था। तब पार्टी में दो फाड़ नहीं हुई थी। लेकिन इसके बाद पार्टी दो गुटों में बंट गई थी। इस चुनाव में एलजेपी के 6 सांसद जीते थे। जिसमें पारस समेत 5 सांसदों ने अलग गुट बना लिया था। और पारस केंद्रीय मंत्री भी बन गए थे। लेकिन इस बार पासा उलटा पड़ गया। और भतीजा चाचा पर भारी पड़ गया। जो सीटें पारस की पार्टी के पास थीं। उन पर अब चिराग की पार्टी चुनाव लड़ेगी। (Lok Sabha Election)

चर्चा इस बात की भी है कि पशुपति पारस हाजीपुर से चिराग पासवान के खिलाफ चुनाव लड़ सकते हैं। मतलब चाचा-भतीजा इस चुनाव में आमने-सामने हो सकते हैं। वहीं बताया जा रहा है कि महागठबंधन से भी पशुपति पारस की बातचीत चल रही है। कयास लगाए जा रहे है कि पारस महागठबंधन के साथ भी जा सकते हैं। लेकिन ये सिर्फ चर्चा है। (Lok Sabha Election)

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